मुज़फ्फरनगर जिले के ग्राम रोनी हरजीपुर, बिरालसी, मगनपुर, पिलखनी सहित आसपास के दर्जनों गांवों में पिछले डेढ़ महीने से तेंदुए का आतंक फैला हुआ है। मादा तेंदुआ अपने दो-तीन शावकों के साथ रात के अंधेरे में गांवों की गलियों में घूम रही है, जिससे बच्चों और महिलाओं में भय का माहौल है। हाल ही में रोनी हरजीपुर गांव में मादा तेंदुआ शावकों सहित फिर दिखाई दी। इसके बाद भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिला उपाध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य विकास शर्मा ने ग्रामीणों को एकजुट किया। उन्होंने तत्काल थाने के सामने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों के भारी दबाव के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने सुबह तेंदुआ पकड़ने के लिए एक बड़ी टीम भेजने का आश्वासन दिया। आज सुबह करीब दो दर्जन वन कर्मियों की टीम ट्रैंकुलाइजर गन, पिंजरा और अन्य उपकरणों के साथ मौके पर पहुंची। भाकियू नेता विकास शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने भी हिम्मत दिखाई और वन विभाग के साथ मिलकर करीब 2000 बीघा घने जंगल में सर्च अभियान चलाया। ग्रामीण लाठियां, डंडे और टॉर्च लेकर जंगल में घुसे और तेंदुए के ताजा पदचिन्हों का पीछा किया। कई जगहों पर तेंदुए के पैरों के निशान मिले, लेकिन घने जंगल और ऊंची झाड़ियों के कारण तेंदुआ पकड़ में नहीं आया। सर्च अभियान दोपहर तक चला। वन विभाग की टीम अब भी क्षेत्र में डेरा डाले हुए है और रात्रि गश्त कर रही है। एसडीओ वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे जंगल में अकेले न जाएं, हमेशा समूह में रहें और कोई संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत सूचना दें। भाकियू नेता विकास शर्मा ने कहा, “जब तक तेंदुआ पकड़ा नहीं जाता, हम ग्रामीण रात-दिन जागकर गांव की रक्षा करेंगे। प्रशासन को अब गंभीरता दिखानी होगी।” इस दौरान सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण, युवा और महिलाएं भी मौजूद रहे।
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