लर्नर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वाले सैकड़ों आवेदक तकनीकी गड़बड़ी से परेशान हैं। आवेदन के दौरान आधार सत्यापन के लिए आने वाला ओटीपी मोबाइल पर नहीं पहुंच रहा है। नतीजतन फीस कटने के बावजूद लर्नर डीएल नहीं बन पा रहा है। पिछले कई हफ्तों में इस वजह से 1,450 आवेदकों का लर्नर लाइसेंस अटक गया है। ओटीपी नहीं मिला, 350 रुपए फीस कट चुकी अलीगंज निवासी खुशबू शाक्य ने दो सप्ताह पहले लर्नर डीएल के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। उन्होंने आधार कार्ड के अनुसार पूरा विवरण भरा, लेकिन मोबाइल पर ओटीपी नहीं आया। साइबर कैफे की मदद लेने के साथ ही आधार लिंक नंबर दूसरे मोबाइल में डालकर भी प्रयास किया गया, फिर भी ओटीपी नहीं पहुंचा। इस दौरान 350 रुपए की फीस कट गई, लेकिन आवेदन अधूरा रह गया। दो बार फीस जमा, फिर भी नहीं बना लर्नर डीएल खुशबू शाक्य अकेली नहीं हैं। केशवनगर निवासी गौरी दीक्षित का लर्नर डीएल भी इसी कारण अटका हुआ है। उन्होंने दो बार आवेदन कर फीस जमा की, लेकिन ओटीपी न आने से प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। एनआईसी सर्वर में गड़बड़ी, समाधान नदारद परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार यह समस्या एनआईसी सर्वर में तकनीकी गड़बड़ी के चलते आ रही है। मामले की लिखित सूचना एनआईसी को दी गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। अफसरों के पास भी यह स्पष्ट जवाब नहीं है कि आवेदकों की फीस का क्या होगा और उनका आवेदन कब पूरा होगा। पूरी तरह ऑनलाइन है लर्नर डीएल की प्रक्रिया लर्नर ड्राइविंग लाइसेंस की व्यवस्था पूरी तरह ऑनलाइन है। इसके लिए आरटीओ कार्यालय आने की जरूरत नहीं होती। परिवहन विभाग के पोर्टल पर आवेदन कर 350 रुपये शुल्क जमा करने के बाद लर्नर डीएल जारी होता है। इसके बाद स्थायी डीएल के लिए आरटीओ में बायोमीट्रिक, फोटो, हस्ताक्षर और ड्राइविंग टेस्ट होता है। टेस्ट में सफल होने पर स्थायी डीएल बनता है और डाक के जरिए घर भेजा जाता है। ओटीपी संकट से स्थायी डीएल भी अटके ओटीपी न मिलने से लर्नर डीएल ही नहीं बन पा रहे हैं, जिससे आगे स्थायी डीएल की प्रक्रिया भी ठप हो गई है। फीस कटने के बावजूद काम न होने से आवेदकों में नाराजगी बढ़ रही है और समस्या के जल्द समाधान की मांग की जा रही है।
https://ift.tt/4JPTXeS
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply