लखनऊ अंतरराष्ट्रीय बोध शोध संस्थान का सभागार शुक्रवार शाम साहित्य, सृजन और मानवीय मूल्यों के संगम का साक्षी बना। यह अवसर लता फाउंडेशन एवं ब्लू टर्टल प्रोडक्शंस के सहयोग से आयोजित मेगा पुस्तक विमोचन, वर्ल्ड रिकॉर्ड सम्मान समारोह और प्रतिभा श्री सम्मान–सीजन 2 कार्यक्रम का केंद्र रहा। इस कार्यक्रम में डॉ. अनिता सहगल ‘वसुंधरा’ के शब्द-संसार ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। कार्यक्रम का सबसे ऐतिहासिक क्षण तब आया, जब मंच पर डॉ. अनिता सहगल ‘वसुंधरा’ द्वारा रचित 51 पुस्तकों का एक साथ विमोचन किया गया । ये पुस्तकें कविता, कहानी, सामाजिक विमर्श, आत्मचिंतन और प्रेरक साहित्य जैसी विविध विधाओं में लिखी गई हैं। इसी उपलब्धि के लिए उन्हें सबसे कम समय में विभिन्न विधाओं में 51 पुस्तकें लिखने का विश्व रिकॉर्ड प्रदान किया गया। नेपाल की विशिष्ट प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और किंग्स बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अंतर्गत भारत और नेपाल की विशिष्ट प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। डॉ. अनिता सहगल ‘वसुंधरा’ को ‘अमैजिंग ब्रिलियंस’ श्रेणी में वर्ल्ड रिकॉर्ड सम्मान मिला। वहीं, महज छह वर्ष की भारतीय संविधान के 100 अनुच्छेदों का पाठ कर रिकॉर्ड बनाने वाली आरिबा अय्यूब शेख आकर्षण का केंद्र रहीं। विजय दिवस पर 350 पूर्व सैनिकों और 16 शहीद परिवारों के सम्मान में विशेष योगदान के लिए सुरिंदर अग्रवाल को सम्मानित किया गया। नेपाल के मिलन गुरुङ को स्वास्थ्य सेवाओं और सामुदायिक विकास में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मान मिला। वसुंधरा’ को भारत की बहुआयामी प्रतिभा सम्मान मिला जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित इस सत्र में साहित्य, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सेवा क्षेत्र की प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। डॉ. अनिता सहगल ‘वसुंधरा’ को भारत की बहुआयामी प्रतिभा के रूप में सम्मान मिला। स्वर्गीय आशा देवी व कृष्णा देवी की स्मृति में स्थापित यह सम्मान डॉ. अनिता सहगल ‘वसुंधरा’ और सुरिंदर अग्रवाल को प्रदान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) पवन सिंह चौहान थे। उन्होंने आयोजन को साहित्यिक और वैचारिक गरिमा प्रदान करते हुए कहा कि जब लेखनी समाज के लिए काम करती है, तब वह केवल साहित्य नहीं, संस्कार भी रचती है।
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