जौनपुर। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक सोमवार को खेलकूद एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव के पैतृक आवास पहुंचे। उन्होंने मंत्री के दिवंगत पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की। इसके बाद मीडिया से बातचीत में प्रदेश की कानून-व्यवस्था, ‘वंदे मातरम’ विवाद, कफ सिरप प्रकरण और मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण जैसे मुद्दों पर विस्तार से बात रखी। उपमुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि “सपा कोई राजनीतिक पार्टी नहीं बल्कि एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है।” उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव द्वारा ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन माफिया’ कहने और कफ सिरप प्रकरण पर बुलडोजर की बात करना पूरी तरह भ्रामक है। पाठक ने सपा शासनकाल की तुलना वर्तमान योगी सरकार से करते हुए कहा कि “पहले हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार, दुकान कब्जा और टेंडर हड़पने की घटनाएं आम थीं। आज ऐसी घटनाओं पर कठोर कार्रवाई हो रही है।” उन्होंने दावा किया कि कानून-व्यवस्था पूर्व की तुलना में कहीं बेहतर स्थिति में है। संसद भवन में ‘वंदे मातरम’ संबंधी विवाद पर उन्होंने कहा कि भारतीय संसद सर्वोच्च है और इस विषय पर बहस होना चाहिए। कफ सिरप प्रकरण को लेकर उन्होंने कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच सरकार की निगरानी में जारी है और दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (SIR) पर विपक्ष की आपत्तियों को खारिज करते हुए पाठक ने कहा कि विपक्ष इसलिए परेशान है क्योंकि बिहार में SIR के बाद विधानसभा चुनाव में लगभग 65 लाख अवैध वोट, जो मृतकों के नाम पर दर्ज थे, निर्वाचन आयोग ने हटा दिए थे। उन्होंने कहा कि मृतकों और फर्जी नामों को सूची से हटाया जाएगा ताकि लोकतंत्र की शुचिता और पारदर्शिता बनी रहे। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप कार्यकर्ताओं को मतदाता सूची को सही करने में लगाया गया है। लोकतंत्र की शुचिता के लिए SIR आवश्यक है, जैसे मन की शुचिता के लिए योग आवश्यक होता है।
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