उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले की असोथर मंडी समिति का शुक्रवार को डिप्टी आरएमओ समीर कुमार शुक्ला ने पुनः निरीक्षण किया। उन्होंने ऐसे किसानों को चिन्हित करने और मंडी परिसर में पड़े सभी धान का सत्यापन कराने का निर्देश दिया। शुक्ला ने स्पष्ट किया कि छोटे किसानों को प्राथमिकता देते हुए तौल कराई जाए, ताकि उन्हें अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े। तीन दिन पहले एडीएम अविनाश त्रिपाठी और डिप्टी आरएमओ समीर कुमार शुक्ला ने औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान मंडी परिसर में हजारों क्विंटल धान खुले में पड़ा देखकर अधिकारियों ने केंद्र प्रभारियों को कड़ी फटकार लगाई और व्यवस्थाओं में तत्काल सुधार के निर्देश दिए थे। शुक्रवार को निरीक्षण में यह सामने आया कि कई किसान बार-बार अपना धान लेकर मंडी पहुंच रहे हैं, लेकिन तौल प्रक्रिया सुचारु न होने के कारण धान के ढेर लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों की धान तौल की सत्यापन प्रति अनिवार्य रूप से रखी जाए और बिना सत्यापन प्रति के किसी भी किसान को मंडी परिसर में प्रवेश न दिया जाए। मौके पर मौजूद किसान ननकई, विशेषर, प्रदीप, रविदेव और दीपू ने आरोप लगाया कि मंडी में उनकी तौल नहीं की जा रही है और बिचौलियों का दबदबा लगातार बढ़ रहा है। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि समय पर तौल शुरू नहीं हुई, तो वे जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री से शिकायत करने को मजबूर होंगे। निरीक्षण के बाद मंडी समिति अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि खरीद व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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