वाराणसी में लगातार ठंड और कोहरे का कहर जारी है। ऐसे में मंडलीय अस्पताल में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। डॉक्टर की मानें तो अस्पताल में रोजाना 1200 से 1300 मरीजों को ओपीडी में देखा जा रहा है। ज्यादातर मरीज सर्दी, खांसी, जुकाम और चेस्ट इन्फेक्शन के आ रहे हैं, जिनका यहां इलाज किया जा रहा है। वरिष्ठ परामर्शदाता डॉक्टर मुकुंद श्रीवास्तव ने बताया कि मरीजों की संख्या कुछ बढ़ी है। इस समय हार्ट पेशेंट और बच्चों और बुजुर्गों को काफी सावधानी बरतनी चाहिए। डॉक्टर मुकुंद श्रीवास्तव ने बताया – जो लोग ठंड में सर्दी से प्रभावित होते हैं। ऐसे मरीजों को सांस लेने में समस्या होती है। ऐसे मरीजों की संख्या अस्पताल में बढ़ी है। इस मौसम में सांस लेने में दिक्कत और हार्ट पेशेंट आ रहे हैं। उनके लिए अस्पताल में सभी जरूरी दवाएं और डॉक्टर्स मुस्तैद हैं। पिछले सालों के अनुभव के आधार पर हम लोगों ने व्यवस्थाएं की गयी है। हीटर और अलाव की व्यवस्था डॉ. मुकुंद ने बताया – ठंड को देखते हुए कैंपस में जो मरीज और उनके तीमारदार पहले से हैं। उनके लिए अलावा और हीटर की व्यवस्था की गई है। साथ ही यदि किसी को ज्यादा ठंड लग रही है। मरीज को तो उसे डबल कंबल दिया जा रहा है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। यदि कोई समस्या होती है किसी भी मरीज को तो उसके परिजन डायरेक्ट स्टाफ से कांटेक्ट कर अपनी समस्या का समाधान करवा सकते हैं। इन बातों का रखें ख्याल डॉक्टर मुकुंद श्रीवास्तव ने कहा – सबसे पहले घर से बाहर निकलने पर गाड़ियां बहुत आराम से चलाएं। रिफ्लेक्टर और फॉग लाइट लगाएं। इसके आलावा ठंड ज्यादा है। इसलिए अपने हाथ और पैर को बचा के रखें। बच्चों का खास ख्याल रखें। पेट खाली न हो जब भी बाहर निकलें। इसके अलावा यदि बाहर निकलना है तो गर्म कपडे पहनकर निकलें। इस मौसम में बीपी और सांस के मरीजों को काफी दिक्कतें होती हैं। उन्हें खुद को बचा के रखना चाहिए।
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