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झांसी में UPPSC सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न:7,052 अभ्यर्थियों ने एग्जाम छोड़ा, 12,440 को होना था शामिल; परीक्षार्थी बोले-पेपर आसान था

झांसी में शनिवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा का पहला दिन बिना किसी व्यवधान के पूरा हो गया। परीक्षा दो पालियों में कराई गई, लेकिन दोनों ही सत्रों में 50 फीसदी से कम अभ्यर्थी ही परीक्षा देने पहुंचे। हिंदी साहित्य का पेपर देकर बाहर निकले परीक्षार्थियों ने बताया कि प्रश्नपत्र अपेक्षाकृत आसान था। कुछ सवालों में थोड़ी कठिनाई जरूर आई, लेकिन कुल मिलाकर पेपर संतोषजनक रहा। एक महिला अभ्यर्थी ने कहा कि “जिन्होंने पढ़ाई नहीं की, उनके लिए कोई भी पेपर कठिन ही लगेगा”, जबकि तैयारी करने वालों को पेपर सामान्य स्तर का महसूस हुआ। सबसे पहले देखिए 2 तस्वीरें… दोनों पालियों में 50% से कम परीक्षार्थी पहुंचे
बता दें कि सुबह 9 से 11 बजे तक पहली शिफ्ट में झांसी के 22 सेंटरों पर 9,326 अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए पंजीकृत किया गया था। कड़ी चेकिंग के बाद ही परीक्षार्थियों को सेंटर के अंदर प्रवेश दिया गया। इसी वजह से पहली पाली में परीक्षा बिना किसी व्यवधान के संपन्न हुई। हालांकि, इस पाली में केवल 4,018 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 5,308 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। 11 बजे पहली शिफ्ट का पेपर खत्म होने के बाद दूसरी शिफ्ट की तैयारियां शुरू कर दी गईं। दूसरी शिफ्ट के लिए 8 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जहाँ कुल 3,114 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। लेकिन इस पाली में भी आधे से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे।
झांसी में 5,388 अभ्यर्थी देने पहुंचे परीक्षा
यहां 1,370 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 1,744 ने पेपर में शामिल न होना बेहतर समझा। सहायक नोडल अधिकारी परीक्षा/अपर जिलाधिकारी प्रशासन शिव प्रताप शुक्ल ने बताया कि दोनों पालियों में 50 प्रतिशत से कम अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है। हालांकि, अच्छी बात यह रही कि परीक्षा पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई। अभ्यर्थी बोले-ठीक था पेपर, कुछ जगह अटके
अभ्यर्थियों ने बताया कि हिंदी साहित्य का पेपर ज्यादातर आसान था, हालांकि कुछ जगह थोड़ी दिक्कत महसूस हुई। महिला अभ्यर्थियों ने कहा कि पेपर काफी आसान रहा और समय भी पर्याप्त मिला। कई परीक्षार्थियों ने उम्मीद जताई कि इस बार सफलता मिलने की संभावनाएं ज्यादा हैं। जालौन से आई शिल्पी ने बताया कि एग्जाम आसान था, हालांकि कुछ प्रश्न थोड़े कठिन लगे। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा, सामान और बैग रखने के लिए भी सेंटर पर निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई गई थी।


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