यूपी के पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर की जेल में पहली रात बेचैनी से गुजरी। उनके साथ आम कैदियों जैसा व्यवहार हुआ। कोई VIP ट्रीटमेंट नहीं मिला। दूसरे कैदियों की तरह ही तीन कंबल दिए गए। कोई दूसरा बिस्तर नहीं मिला, ना तकिया मिली, ना ही बेड। उन्होंने जमीन पर ही दो कंबल बिछाए और एक ओढ़कर सोए। जेल सूत्रों के मुताबिक, वह रातभर ठिठुरते रहे। उधर, पूर्व पुलिस अधिकारी के जेल में होने और लिखापढ़ी की आदत से जेल अधिकारी डरे हुए हैं। उन्हें लग रहा कि पूर्व IPS वहां की खामियों को लेकर हाई लेवल पर कोई शिकायत न करें। दरअसल, जेल में कागज-कलम मिलने के बाद अमिताभ ठाकुर घंटो तक कुछ न कुछ लिखते देखे गए। अमिताभ ठाकुर देवरिया में औद्योगिक प्लॉट की खरीद-बिक्री से जुड़े जालसाजी प्रकरण में अरेस्ट किए गए हैं। बुधवार को कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें पुलिस अभिरक्षा में भेजा गया था। पहली रात तो उन्हें जेल के अस्पताल में रखा गया। दूसरे दिन गुरुवार को हाई सिक्योरिटी बैरक में ट्रांसफर कर दिया गया। खास बात ये है कि अमिताभ ठाकुर कभी जिस जेल का निरीक्षण करते थे, आज उसी में सजा काट रहे हैं। वे 1998 से वर्ष 2000 तक देवरिया के एसपी रह चुके हैं। इस दौरान वे इसी कारागार का कई बार निरीक्षण भी कर चुके हैं। तस्वीरें देखिए… अब पूरा मामला विस्तार से… पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को लखनऊ पुलिस ने बुधवार को शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था। देवरिया के 26 साल पुराने मामले में यह कार्रवाई की थी। उन्हें लखनऊ एसी सुपरफास्ट ट्रेन से यात्रा करते समय शाहजहांपुर में ट्रेन से उतारा गया। देवरिया और लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए शाहजहांपुर पुलिस से संपर्क किया था। सूचना मिलने पर पुलिस सादी वर्दी में शाहजहांपुर स्टेशन पहुंची और घेराबंदी की। जैसे ही ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर एक पर रुकी, पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को ट्रेन से उतार लिया। बुधवार को ही कोर्ट ने उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया था। रात में वे जेल के अस्पताल में ही रुके। पर गुरुवार दोपहर उन्हें देवरिया जिला जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। अब पढ़िए, जेल में कैसे गुजरी पहली रात दो रोटी मिली, एक ही खाई जेल सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार रात में पूर्व आईपीएस थोड़े बेचैन दिखे। रात में उनको दो रोटी, दाल और हरी सब्जी दी गई। लेकिन उन्होंने एक रोटी ही खाई। अगली सुबह शुक्रवार को उनको चाय और चना दिया गया। घंटों तक कुछ लिख रहे, जेल अधिकारी परेशान जेल के सूत्रों के मुताबिक, बैरक में शिफ्ट होने के बाद अमिताभ ठाकुर ने पेन और A-4 साइज के 50-60 सादे पन्ने मांगे। जेल प्रशासन ने उनकी डिमांड पूरी कर दी। अब वह लगातार कुछ न कुछ लिख रहे हैं। जिससे जेल प्रशासन के अधिकारियों की बेचैनी बढ़ रही। गुरुवार रात खाना खाने के बाद भी वह घंटों तक कुछ लिखते रहे। शुक्रवार को नाश्ता करने के बाद वे फिर से लिखने में जुट गए। जेल प्रशासन को आशंका है कि वे जेल की व्यवस्थाओं, सुरक्षा खामियों, सुविधाओं की कमी जैसे बिंदुओं पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शासन को या कहीं किसी अन्य हायर अथॉरिटी को न भेज दें। जेल अधिकारी भी स्वीकार करते हैं कि उनका प्रशासनिक अनुभव, लेखनी, और पूर्व छवि परेशानी का सबब बन सकती है। जेल मैनुअल के हिसाब से ही मिलेगा ट्रीटमेंट
उधर, जेल प्रशासन ने स्पष्ट किया- अमिताभ ठाकुर को वही सुविधाएं दी जा रही हैं, जो सामान्य बंदियों को मिलती हैं। उन्हें नियमों से बाहर कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा। बाहर से कोई भी सामान लेने की अनुमति नहीं है। ————————— ये खबर भी पढ़िए… दूल्हे ने 51 लाख रुपए से भरी थाल लौटाई, VIDEO:बुलंदशहर में शगुन में चांदी का सिक्का लिया; कहा- पत्नी चाहिए, दहेज नहीं यूपी के बुलंदशहर में दूल्हे ने 51 लाख रुपए कैश से सजी थाली ठुकरा दी। लड़की वालों ने काफी समझाया, लेकिन दूल्हा अपनी बात पर अड़ा रहा। बाद में एक चांदी का सिक्का लेकर सादगी के साथ शादी की। दरअसल, जयपाल सिंह के बेटे विवेक की 11 दिसंबर को शादी थी। इसी दिन तिलक का भी कार्यक्रम था। इस दौरान दूल्हे के सामने नोटों की गड्डी से सजी थाल लाई गई। गड्डियों की इमारत देख लोग मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने लगे। दूल्हे ने थाल को माथे से लगाया और वापस कर दिया। पढ़िए पूरी खबर…
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