बलरामपुर पुलिस ने जीएसटी पोर्टल के माध्यम से फर्जी बिलिंग कर राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाने के एक मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने लंबे समय से वांछित चल रहे एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपित की पहचान किशन कुमार पुत्र मनोज कुमार, निवासी ग्राम रामपुर असुरार, थाना भगवानपुर, जनपद वैशाली (बिहार) के रूप में हुई है। यह कार्रवाई सहायक आयुक्त राज्य कर खंड-1 प्रवीण कुमार सिंह की शिकायत के आधार पर की गई है। देहात कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक गिरजेश कुमार तिवारी ने बताया कि बीते दो सितंबर को सहायक आयुक्त ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि ‘श्रीओम इंटरप्राइजेज’ नामक फर्म के संचालक संदीप कुमार पुत्र सुरेश चंद्र, निवासी टीला फिरोजाबाद, ने आपराधिक साजिश के तहत फर्जी और कूटरचित दस्तावेजों का उपयोग कर जीएसटी पंजीकरण प्राप्त किया था। जांच में हुआ खुलासा शिकायत के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की, जिसमें किशन कुमार की संलिप्तता सामने आई। शनिवार को एसटीएफ गोरखपुर टीम के सहयोग से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। तलाशी के दौरान उसके पास से दो लैपटॉप, दो मोबाइल फोन, एक हार्ड डिस्क, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड और 1172 रुपए नकद बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपित किशन कुमार ने स्वीकार किया कि वह परास्नातक शिक्षित है और पहले एकाउंटेंट के तौर पर काम करता था। उसने बताया कि लालच में आकर उसने फर्जी कंपनियों के नाम पर जीएसटी पोर्टल में बोगस बिलिंग और कूटरचित डेटा फीडिंग की, जिसके बदले उसे कमीशन मिलता था। इस अवैध गतिविधि से जुड़े कई डिजिटल साक्ष्य उसके लैपटॉप और मोबाइल फोन में सुरक्षित पाए गए हैं। गिरफ्तारी करने वाली टीम में उपनिरीक्षक यशवंत सिंह, हेड कांस्टेबल महेंद्र तिवारी, आशुतोष तिवारी, चंद्रभूषण सिंह, विनय कुमार और सतीश सिंह शामिल रहे। पुलिस इस मामले में आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है।
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