शाहजहांपुर में कोला पुल के पास सड़क हादसे में चाचा-भतीजे की मौत हो गई। तेज रफ्तार बाइक सड़क किनारे रखे पत्थर से टकरा गई। दोनों अपनी बहन के तिलक समारोह में जा रहे थे। हादसे के बाद शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। यह घटना जलालाबाद थाना क्षेत्र के कोला पुल के पास हुई। रात के समय सड़क किनारे रखे पत्थर दिखाई न देने के कारण बाइक उनसे टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक सवार रविंद्र और उनके भतीजे मोनू गंभीर रूप से घायल हो गए। तिलहर थाना क्षेत्र के ढकिया रघा गांव निवासी 30 वर्षीय रविंद्र अपनी बड़ी बहन अरुणा देवी के तिलक में जा रहे थे। अरुणा देवी की शादी 30 नवंबर को कलान थाना क्षेत्र के जखिया गांव में होनी थी। रविंद्र के साथ गांव के ही उनके रिश्ते के भतीजे 28 वर्षीय मोनू भी अपाचे बाइक पर सवार थे। जिस बाइक से वे जा रहे थे, वही बाइक तिलक में दी जानी थी। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस दोनों को जलालाबाद सीएचसी लेकर आई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे की खबर मिलते ही परिजन अस्पताल पहुंचे। रविंद्र अविवाहित थे, जबकि मोनू विवाहित थे और उनके दो साल का बेटा व एक महीने की बेटी है। दोनों खेतीबाड़ी कर परिवार का पालन-पोषण करते थे। जलालाबाद थाना प्रभारी राजीव तोमर ने बताया कि कोला पुल के पास एक बाइक पत्थर से टकराई है, जिसमें दो लोगों की मौत हुई है। दोनों एक तिलक समारोह में जा रहे थे। शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। कोला पुल के पास करीब दो साल पहले बड़े-बड़े पत्थर रखकर ब्रेकर बनाया गया था। ताकि बड़े वाहन कोला पुल से न गुजर सकें। अब जब पुल पर आवाजाही हुई तो उन पत्थरों को वहां से नही हटाया गया। उन पत्थरों को उसी पुल के पास किनारे कर दिया गया। अगर वहां से उन पत्थरों हटा दिया जाता तो शायद इस हादसे को रोका जा सकता था।
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