बहराइच जिले में संचालित विशेष सघन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत जिला स्तरीय अधिकारियों को पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसका उद्देश्य 4 दिसंबर 2025 तक बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर मतदाताओं को गणना प्रपत्रों का वितरण कराना, भरे हुए प्रपत्रों को प्राप्त करना और समय पर डिजिटाइजेशन का कार्य पूरा कराना है। इस विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) के स्तर पर की जा रही कार्यवाही की सतत निगरानी के लिए एक जिला स्तरीय अधिकारी को 20-20 बूथों की जिम्मेदारी दी गई है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि प्रत्येक सुपरवाइजर के अधीन लगभग 10 बीएलओ कार्य कर रहे हैं। सभी पात्र युवाओं का नाम मतदाता सूची में शामिल हो जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि एक जिला स्तरीय अधिकारी को दो सुपरवाइजरों की निगरानी का कार्य सौंपा जा रहा है, जिनके अधीन लगभग 20 बीएलओ आते हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले सभी पात्र युवाओं का नाम मतदाता सूची में शामिल हो, और कोई भी अपात्र व्यक्ति सूची में शामिल न हो पाए। डीएम ने जोर दिया कि यह विशेष सघन पुनरीक्षण कार्यक्रम लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सुदृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के प्रभावी, पारदर्शी और समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए नामित अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी जा रही है। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक मतदाता तक गणना प्रपत्र समय पर पहुंचे और भरे हुए प्रपत्र भी प्राप्त किए जाएं। उन्होंने नामित अधिकारियों से क्षेत्र का नियमित भ्रमण करने तथा सुपरवाइजरों व बीएलओ के साथ संपर्क में रहकर प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट लेने को कहा। डीएम ने चेतावनी दी कि निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी अधिकारी विशेष सघन पुनरीक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए अपने सौंपे गए उत्तरदायित्वों का निर्वहन सुनिश्चित करेंगे।
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