जालौन के उरई शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए जिला प्रशासन ने एक नई पहल शुरू की है। यातायात सुरक्षा माह के तहत अब एनसीसी और एनएसएस कैडेट शहर की ट्रैफिक व्यवस्था संभालने में पुलिस का सहयोग करेंगे। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने विकास भवन स्थित रानी लक्ष्मीबाई सभागार में इन कैडेटों को विशेष प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण सत्र में जिलाधिकारी ने कैडेटों को यातायात नियमों, सड़क सुरक्षा, अनुशासन, नागरिक जिम्मेदारी और आमजन से संवाद के व्यावहारिक तरीकों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि यातायात नियमों का पालन केवल पुलिस या प्रशासन की नहीं, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने युवाओं से स्वयं नियमों का पालन करने और दूसरों को भी प्रेरित करने का आह्वान किया। इस योजना के अंतर्गत, उरई शहर के प्रमुख और व्यस्त चौराहों पर एनसीसी तथा एनएसएस कैडेटों को दो शिफ्टों में तैनात किया जाएगा। ये कैडेट यातायात को सुचारु बनाए रखने में पुलिस की सहायता करेंगे और वाहन चालकों व पैदल यात्रियों को नियमों के प्रति जागरूक करेंगे। उन्हें विशेष रूप से हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग, ज़ेब्रा क्रॉसिंग का पालन, ट्रैफिक सिग्नल का सम्मान और सड़क पर सुरक्षित व्यवहार के बारे में समझाया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि इस पहल से दोहरा लाभ होगा। इससे एक ओर शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार आएगा, वहीं दूसरी ओर एनसीसी और एनएसएस कैडेटों को व्यावहारिक अनुभव मिलेगा। यह अनुभव उनमें अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक दायित्व की भावना विकसित करेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कैडेटों की सक्रिय भागीदारी से चौराहों पर अव्यवस्था कम होगी और सड़क दुर्घटनाओं पर भी प्रभावी नियंत्रण संभव होगा। इस कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप वर्मा, नगर मजिस्ट्रेट राजेश कुमार वर्मा, सीओ सिटी अर्चना सिंह, एआरटीओ राजेश कुमार और यातायात निरीक्षक वीर बहादुर सिंह सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में एनसीसी व एनएसएस कैडेट्स भी मौजूद थे। प्रशासन की इस पहल की शहरवासियों ने भी सराहना की है।
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