जालौन के उरई स्थित जिला पुरुष अस्पताल में एक डॉक्टर पर अपेंडिक्स के ऑपरेशन के लिए 8,000 रुपये की रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप लगा है। आरोप है कि रिश्वत न देने पर मरीज का ऑपरेशन टाल दिया गया, जिससे वह पिछले सात दिनों से दर्द से तड़प रहा है। पीड़ित ने इसकी शिकायत अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) से की है। पीड़ित युवक शिव सिंह ने बताया कि तेज पेट दर्द की शिकायत पर परिजन उसे जिला अस्पताल लाए थे। जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे अपेंडिक्स बताया और तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी। शिव सिंह का आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर अदील अंसारी ने ऑपरेशन के लिए उससे 8,000 रुपये की मांग की। युवक ने बताया कि सरकारी अस्पताल में मुफ्त इलाज की उम्मीद से वह आया था, लेकिन रिश्वत की मांग सुनकर उसके परिजन हैरान रह गए। पैसे देने से इनकार करने पर डॉक्टर ने ऑपरेशन की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ाई और मरीज को वार्ड में ही छोड़ दिया। इसके बाद से शिव सिंह लगातार दर्द से कराह रहा है। मरीज की लगातार शिकायत के बाद जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. आनंद उपाध्याय ने मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। इस समिति में पूर्व सीएमएस डॉ. जे. जयराम और डॉ. अशोक पांडेय शामिल हैं, जो पूरे प्रकरण की जांच कर जल्द रिपोर्ट सौंपेंगे। सीएमएस डॉ. उपाध्याय ने कहा कि किसी भी डॉक्टर द्वारा मरीज से पैसे मांगने की शिकायत बेहद गंभीर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकारी अस्पतालों में इलाज नि:शुल्क है और रिश्वत मांगना सेवा आचार संहिता का उल्लंघन है। जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, मरीज का दर्द कम नहीं हुआ है, और परिजन जल्द ऑपरेशन की मांग कर रहे हैं, जिस पर सीएमएस ने ऑपरेशन कराने का आश्वासन दिया है।
https://ift.tt/dXiP2wS
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply