जातीय आधार पर मतों का विभाजन न रोक पाने से ही भारतीय जनता पार्टी फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में राम मंदिर के निर्माण जैसी उपलब्धि के बाद भी चुनाव हार गई, क्योंकि उसके पास विपक्ष के उम्मीदवार के सजातीय ढाई लाख मतों का कोई तोड़ नहीं मिल सका। अब राम मंदिर के विविध आयोजनों में जातीय आधार पर मतों का विभाजन कैसे रोका जाए। निरंतर एक ही चिंता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विचार प्रवाह के संगठनों में दिख रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के भाषणों और आयोजनों की रूपरेखा में यह साफ दिख रहा है। पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु व पड्डुचेरी में विधानसभा चुनाव सिर पर हैं, और उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गोवा, मणिपुर, पंजाब व गुजरात में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं। अयोध्या विधानसभा क्षेत्र में भी संविधान बचाओ के नारे औऱ अनुसूचित जाति के उम्मीदवार होने से वोटों का रुझान बदला। समाजवादी पार्टी निरंतर पीडीए यानी पिछड़ा, दलित व अल्पसंख्यक की एकता का प्रयास और विपक्ष की एकजुटता की चुनौती से पार पाने की चिंता इन भाषणों में दिखती है। गुरु तेग बहादुर सिंह के बलिदान दिवस पर आयोजनों की श्रृंखला
यही नहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने शताब्दी वर्ष में पंजाब तक को ध्यान में रखते हुए पूरे देश में तो सिखों के नवम गुरु गुरु तेग बहादुर सिंह के बलिदान के साढ़े तीन सौ साल पूरे होने के मौके पर आयोजनों की श्रृंखला चला रखी है। श्रीरामजन्मभूमि पर नवनिर्मित मंदिर के ध्वजारोहण कार्यक्रम में अयोध्या आए संघ प्रमुख मोहन भागवत गुरु तेग बहादुर के अयोध्या आगमन से संबंधित गुरुद्वारा ब्रह्मकुंड गए थे। इसके तीसरे दिन बाद ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अवध प्रांत के मुख्यालय साकेतपुरी स्थित साकेत निलयम में बलिदान दिवस सप्ताह के तहत बड़े स्तर पर पाठ-भोग, सबद कीर्तन व अरदास के साथ संघ सहित उसके सम विचारी संगठनों के लोगों के संबोधन भी हुए, जिसमें श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक कौशल किशोर प्रमुख रहे। पूरी भाजपा और उसके जन प्रतिनिधियों को इस कार्यक्रम में उपस्थित रहने की खास हिदायत दी गई थी।
सर्वसमाज को जोड़ने की कवायद के रूप में शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आरएसएस ने सद्भावना गोष्ठियों का आयोजन भी किया। अब घर-घर जा कर कुटुंब प्रबोधन के माध्यम से लोगों को जोड़ने का काम शुरू किया जा चुका है। हम ऐसा समाज बनाएं, जहां गरीबी न हो, कोई दुखी या लाचार न हो
ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए गए भाषण के कुछ अंश देखें ये धर्मध्वज कामना करेगा- बैर न विग्रह आस न त्रासा। सुखमय ताहि सदा सब आसा॥ यानी, भेदभाव, पीड़ा-परेशानी से मुक्ति, समाज में शांति और सुख हो। ये धर्मध्वज हमें संकल्पित करेगा- नहि दरिद्र कोउ दुखी न दीना। यानी, हम ऐसा समाज बनाएं, जहां गरीबी न हो, कोई दुखी या लाचार न हो।
विकसित भारत बनाने के लिए भी समाज की इसी सामूहिक शक्ति की आवश्यकता है। माता शबरी का मंदिर जनजातीय समाज के प्रेमभाव और आतिथ्य परंपरा की प्रतिमूर्ति मुझे बहुत खुशी है कि राम मंदिर का ये दिव्य प्रांगण, भारत के सामूहिक सामर्थ्य की भी चेतना स्थली बन रहा है। यहां सप्त मंदिर बने हैं। यहां माता शबरी का मंदिर बना है, जो जनजातीय समाज के प्रेमभाव और आतिथ्य परंपरा की प्रतिमूर्ति हैं। यहां निषादराज का मंदिर बना है, ये उस मित्रता का साक्षी है, जो साधन नहीं, साध्य को, उसकी भावना को पूजती है। हम सब जानते हैं, हमारे राम भेद से नहीं, भाव से जुड़ते हैं। उनके लिए व्यक्ति का कुल नहीं, उसकी भक्ति महत्वपूर्ण है। उन्हें वंश नहीं, मूल्य प्रिय हैं। उन्हें शक्ति नहीं, सहयोग महान लगता है।
आरएसएस सर संघचालक ने कहा, कि परम वैभव सम्पन्न, सबके लिए खुशी और शांति बांटने वाला तथा विकास का सुफल देने वाला भारतवर्ष हमें खड़ा करना है। यही विश्व की अपेक्षा और हमारा कर्तव्य भी है।
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ अपने संबोधन में यह याद दिलाना नहीं भूले कि सरकार वंचित वर्ग को यानी 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रही है और 50 करोड़ लोगों को निशुल्क चिकित्सा की सुविधा से जोड़ा गया है। हर जरूरतमंद को बिना भेदभाव के आवास उपलब्ध कराया जा रहा है। बताते चले कि निरंतर चुनाव को देखते हुए राम मंदिर भी केंद्र में रहने वाला है। ऐसी संभावना है कि अप्रैल 2026 में राम मंदिर की पूर्णता की घोषणा के मौके पर जनजातीय समुदाय से आने वाली राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सम्मिलित हों। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी इस बार 31 दिसंबर को प्राण प्रतिष्ठा समारोह मनाया जाएगा, जिसके अऩुष्ठान पहले से प्रारंभ हो जाएंगे। इन सब कार्यक्रमों में सर्वसमाज की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है। ध्वजारोहण समारोह में भी इस बात का ध्यान रखा गया कि 70 प्रतिशत यजमान समाज के विभिन्न वर्गों से हों।
https://ift.tt/Qw0UuKc
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply