प्रयागराज में जगुआर कार से 6 लोगों को कुचलने वाले को कोर्ट ने जमानत दे दी। 23 दिन जेल में रहने के बाद अब रचित मध्यान बाहर आ जाएगा। 19 अक्टूबर की शाम को तेज रफ्तार जगुआर ने 6 लोगों को कुचल दिया था। 2 कार, 2 बाइक और 1 स्कूटी को टक्कर मारी थी। हादसे में एक इलेक्ट्रीशियन की मौत हो गई थी। जबकि, एक बच्चे समेत 5 लोग घायल हो गए थे। कार चलाने वाला रचित लखनऊ के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट हो गया था। पुलिस ने उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया था। पहले उस पर लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज हुआ था। दरअसल, आरोपी कारोबारी का बेटा और एक जाने-माने डॉक्टर का दामाद है। 13 नवंबर को प्रयागराज की स्पेशल कोर्ट सरकारी वकील और रचित के वकील की जिरह सुनने के बाद जमानत मंजूर की। मगर 2 शर्त लगाईं- कोर्ट के इस फैसले के बाद भास्कर टीम ने एक्सीडेंट में जान गंवाने वाले इलेक्ट्रिशियन प्रदीप पटेल के बेटे अंकित से बात की। उन्होंने कहा- मेरे पापा की जिस हादसे में मौत हुई, उसमें कार रचित चला रहा था। रचित का कनेक्शन एक प्रतिष्ठित मेडिकल फैमिली से है। वह प्रयागराज के नामी अस्पताल संचालक डॉ. एमके मदनानी का दामाद है। रचित की पत्नी अमृता मदनानी डर्मेटोलॉजिस्ट हैं। उनके पिता बड़े कारोबारी हैं। उन्होंने आगे कहा- हम लोग गरीब हैं, हमारे ऊपर दबाव पड़ने के पूरे चांस हैं। अभी जमानत आदेश की कापी नहीं मिली है, हम अपने वकील से बात करेंगे कि हाईकोर्ट में चुनौती देनी चाहिए। पढ़िए रिपोर्ट… रचित को जमानत दिलाने वाली दलीलों में 3 अहम रहीं, ये भी जानिए रचित के वकील ने कोर्ट में कई दलीलें दी। मगर 3 दलीलें ऐसी रहीं, जिसने जमानत दिलाने का ग्राउंड मजबूत कर दिया। पहला : हादसे के बाद रचित का ब्रीद एनालिसिस टेस्ट कराया गया था, इसमें अल्कोहल की कोई मात्रा नहीं पाई गई, यानी उसने उस वक्त कोई नशा नहीं किया था। दूसरा : रचित का कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं है, वह हादसे वाले दिन क्रिकेट मैच खेलकर घर लौट रहा था। तीसरा : रचित मिर्गी का पेशेंट रहा है, हो सकता है कि हादसे के वक्त उसे फिट (दौरा) पड़ा होगा, जिसके कारण कार पर नियंत्रण खो गया। ऐसे में इंटेंशन साबित नहीं होती है। ADGC सुशील कुमार वैश्य कहते हैं- प्रयागराज की सड़क पर जिस तरह से यह हादसा किया गया। इसमें 1 की मौत हो गई, 5 घायल हुए। ये लापरवाही से ड्राइविंग का मामला है। मुकदमा ट्रायल पर आने के दौरान हम प्रभावी पैरवी करेंगे। कोर्ट ने 1-1 लाख के 2 जमानत पर रिहा किया
कोर्ट ने कहा- मौजूदा स्थितियों और जो फैक्ट हमारे सामने रखे गए हैं, उनके आधार पर जमानत दी जा सकती है। रचित को 1-1 लाख रुपए के 2 जमानत और इतनी ही राशि का व्यक्तिगत बॉन्ड पर रिहा किया जा रहा है। रचित के मूवमेंट पर पुलिस रखेगी नजर
जमानत के बाद भी पुलिस रचित मध्यान की गतिविधियों पर नजर रखेगी। उधर पुलिस अफसरों का कहना है कि जांच जारी है। साक्ष्य संकलन और गवाहों के बयान लेने का भी काम किया जा रहा है। जांच जल्द पूरी की जाएगी। 2 दिन पहले जेल में पत्नी, वकील मिलने आए
23 दिन की जेल में रचित से जेल में मिलने के लिए उसके परिवार के सदस्य और वकील पहुंचे थे। इस दौरान कोई बाहरी व्यक्ति रचित से मिलने नहीं आता था। जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह कहते हैं- 11 अक्टूबर को ही रचित की पत्नी और वकील उससे मिलने आए थे। जेल में रचित साथी बंदियों से अलग-थलग रहता था। 19 अक्टूबर को एक्सीडेंट में क्या हुआ, ये जानिए 100 KM की रफ्तार पर कार गाड़ियों और लोगों को कुचलती गई
पुलिस ने जब एक्सीडेंट के बाद छानबीन की, तब सामने आया कि 19 अक्टूबर की दोपहर करीब 12 बजे एल्गिन क्लब इलाहाबाद और चंद्रकला यूनिवर्सल प्राइवेट लिमिटेड के बीच क्रिकेट मुकाबला हुआ था। मैच दोपहर 3.25 बजे खत्म हुआ। इसके लगभग 20 मिनट बाद रचित अपनी जगुआर कार लेकर वहां से घर लौटने लगा। इसी दौरान राजरूपपुर इलाके में उसकी जगुआर कार बेकाबू हो गई थी। उसने 6 लोगों को कुचल दिया था। इसमें इलेक्ट्रीशियन प्रदीप पटेल की मौत हो गई थी। जबकि उमेश, आयुष समेत पांच लोग घायल हो गए थे। रचित हादसे के बाद मौके से भागा नहीं, बल्कि खुद को कार के अंदर बंद कर लिया। लोग जब तक उसके पास पहुंचे, तब तक पुलिस भी मौके पर आ गई। पुलिस ने उसे कार से बाहर निकालकर एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा था। देर रात उसे पहले कॉल्विन और फिर SRN अस्पताल भेज दिया गया। जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया था। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया था कि जगुआर कार करीब 100 की स्पीड से दौड़ रही थी। गाड़ियों को टक्कर मारते हुए उसने लोगों को रौंद दिया। कार ने पहले चौराहे पर कटलेट के ठेले में टक्कर मारी। इस दौरान दुकानदार और उसका 10 साल का बेटा घायल हो गया। एक आदमी अपने घर से सामान लेने निकाला था। उसे भी कार ने रौंद दिया। अब आरोपी रचित के बारे में जानिए रचित के पिता नामी कारोबारी
रचित मध्यान केएसएन फूड्स एलएलपी यानी कामधेनु स्वीट्स एंड नमकीन फूड्स लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप का डायरेक्टर है। इस कंपनी में कुल चार डायरेक्टर हैं। इनमें उसके पिता वासुदेव मध्यान, चाचा इंदर मध्यान और तीसरे डायरेक्टर प्रकाश बिहारीलाल दालवानी भी शामिल हैं। कंपनी का टर्नओवर करोड़ों में है। कंपनी का रजिस्टर्ड ऑफिस 122 लूकरगंज, प्रयागराज है। रचित इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड का भी डायरेक्टर है। इस कंपनी का रजिस्टर्ड ऑफिस पुणे में है। इसमें उसकी पत्नी अमृता भी डायरेक्टर हैं। रचित ने LLB की पढ़ाई की है। वह खुद को वकील बताता है। लेकिन, कानून की पढ़ाई के साथ-साथ उसकी दिलचस्पी क्रिकेट में भी है। वह एल्गिन क्लब इलाहाबाद क्रिकेट टीम का कप्तान है। ————–
ये पढ़ें –
सहारनपुर में आतंकी डॉक्टर से जुड़े 2 अस्पतालों में छापा:डायरेक्टर बोले- आतंकी को जॉब देकर कलंक लगा; ATS ने कांग्रेस सांसद के बारे में पूछा दिल्ली ब्लास्ट के बाद यूपी में एजेंसियां एक्शन मोड में हैं। ATS और पुलिस की टीम ने गुरुवार शाम करीब 4 बजे सहारनपुर के दो अस्पतालों पर रेड मारा है। दोनों अस्पतालों का संबंध कथित आतंकी डॉक्टर आदिल अहमद से है। टीम में जम्मू-कश्मीर (JK), हरियाणा पुलिस, ATS के करीब 20 जवान शामिल हैं। JK पुलिस के DIG ताहिर हसन लीड कर रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर…
https://ift.tt/rthYb3F
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply