बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में छात्र समस्याओं को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। ABVP की MJPRU इकाई अध्यक्ष दीपांशु चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और छात्रों ने मानसरोवर छात्रावास में पहुंचकर रजिस्ट्रार का घेराव किया। प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर लापरवाही और तानाशाही रवैये के आरोप लगाए। शिक्षा के मंदिर में बदइंतजामी, छात्रावास की हालत बदतर
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में शिक्षा व्यवस्था को लेकर छात्रों का गुस्सा साफ दिखाई दिया। दूर-दराज से पढ़ाई के उद्देश्य से आने वाले छात्र मानसरोवर छात्रावास में रह रहे हैं, लेकिन हालात बेहद खराब बताए जा रहे हैं। छात्रों का कहना है कि छात्रावास की दुर्दशा के लिए चीफ वार्डन ए.के. सिंह और वार्डन सौरभ मिश्रा की लापरवाही जिम्मेदार है, जिसके चलते सैकड़ों छात्र शोषण के शिकार हो रहे हैं। खाने की समस्या बनी सबसे बड़ा संकट
छात्रों ने बताया कि मानसरोवर छात्रावास में खाने की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। दिसंबर माह में विश्वविद्यालय के लगभग सभी कोर्सों के एग्जाम चल रहे हैं, ऐसे में खराब और अनियमित भोजन की वजह से छात्रों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। पढ़ाई के दबाव के बीच भोजन जैसी बुनियादी सुविधा न मिलना छात्रों के लिए मानसिक तनाव का कारण बन रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन पर तानाशाही का आरोप
ABVP के महानगर मंत्री आनंद कठेरिया ने कहा कि विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और प्रशासनिक लापरवाही से छात्रों को लगातार दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। छात्रावासों की हालत बेहद खराब है, खासकर मानसरोवर छात्रावास की स्थिति चिंताजनक है। पूरे साल की फीस जमा करने के बावजूद छात्रों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। अगर इसी तरह चीफ वार्डन ए.के. सिंह और वार्डन सौरभ मिश्रा छात्रों को प्रताड़ित करते रहे, तो विद्यार्थी परिषद इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन की चेतावनी
आनंद कठेरिया ने साफ शब्दों में कहा कि यदि तत्काल प्रभाव से मानसरोवर छात्रावास की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी। ABVP उन सभी छात्रों के साथ खड़ी है, जिनका विश्वविद्यालय प्रशासन शोषण कर रहा है। शिकायत करने पर छात्रावास से निकालने की धमकी
विश्वविद्यालय इकाई मंत्री विपिन शर्मा ने आरोप लगाया कि जब छात्र वार्डन सौरभ मिश्रा से खाने या अन्य समस्याओं की शिकायत करते हैं, तो उन्हें छात्रावास से निकालने की धमकी दी जाती है। मानसरोवर छात्रावास में खाने को लेकर शिकायतें लगातार सामने आती रहती हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं किया गया। पेयजल संकट और गंदे टैंकों पर सवाल
छात्रों ने बताया कि छात्रावास में पीने के पानी की भी गंभीर समस्या है। ऊपर लगे पानी के टैंकों की स्थिति बेहद खराब है और टैंकों के अंदर बड़ी मात्रा में काई जमी हुई है। ऐसे में छात्रों को मजबूरी में दूषित पानी का इस्तेमाल करना पड़ रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। सैकड़ों छात्र और कार्यकर्ता रहे मौजूद
इस प्रदर्शन के दौरान बरेली विभाग संगठन मंत्री अवनी यादव, महानगर मंत्री आनंद कठेरिया, विभाग सह संयोजक श्रेयांश बाजपेयी, कुनाल मिश्रा, दीपिका कश्यप, लक्की शर्मा सहित ABVP के कई कार्यकर्ता और सैकड़ों छात्र मौजूद रहे। प्रदर्शन के बाद भी छात्रावास की समस्याओं को लेकर छात्रों में गहरा आक्रोश देखने को मिला।
https://ift.tt/uzROME9
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply