लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रॉमा सेंटर में लॉ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट के इलाज में हैरान करने का मामला सामने आया है। यहां घुटने का इलाज कराने पहुंचे छात्र को ऑन ड्यूटी डॉक्टर ने चेस्ट का एक्स-रे जांच कराकर लाने को कहा। हद तो तब हो गई जब दर्द से कराह रहे छात्र ने आपत्ति जताने के बाद भी डॉक्टर नहीं माने और प्रिस्क्रिप्शन के अनुसार जांच शुल्क जमा करने का दबाव भी बनाया। छात्र का आरोप है कि जांच के नाम पर अधिक शुल्क भी वसूला गया। गलत बर्ताव भी किया गया। ढंग से इलाज किए बिना वापस भेज दिया गया। वालीबॉल खेलते समय लगी चोट लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के थर्ड ईयर स्टूडेंट शिवम शुक्ला को वालीबॉल खेलते समय अचानक घुटनों में चोट लग गई। चोट से उनके घुटने की हड्डी डिसलोकेट हो गई। जिसके चलते उन्हें तेज दर्द होने लगा। पैनस्प्रे लेने के बाद उन्हें तुरंत रिलीफ मिल गई, लेकिन कुछ देर बाद असहनीय दर्द शुरू हो गया। रात में ही शिवम दोस्तों के साथ KGMU के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। वहां रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ऑन ड्यूटी डॉक्टर को दिखाया, जिस पर उसने पैर के एक्स-रे सहित चेस्ट का एक्स रे भी लिख दिया। हद तो तब हो गई जब काउंटर पर चेस्ट एक्स-रे की फीस भी उनसे जमा करा ली गई। इस बीच आपत्ति करने के बावजूद बात नहीं सुनी गई। गलत जांच लिखी, विरोध पर गलत बर्ताव किया दैनिक भास्कर से बातचीत में शिवम ने बताया कि घुटने में तेज दर्द के चलते आधी रात में अस्पताल जाना पड़ा। KGMU ट्रॉमा सेंटर यह सोच के गया था कि वहां पर सही इलाज होगा। राहत मिल जाएगी। ट्रॉमा सेंटर में घुटने के इलाज के अलावा चेस्ट एक्स-रे जैसी जांच लिख दी गई। जब इस पर आपत्ति की तो गलत तरीके से बर्ताव किया गया। दर्द से कराहते हुए गुजारी रात शिवम ने बताया- इसके बाद डिजिटल एक्स-रे के नाम पर 270 और 150 मिलाकर कुल 420 की वसूली की गई। उसके बाद भी उसका सही तरीके से इलाज नहीं किया। एक्स-रे फिल्म देखने के बाद डॉक्टर ने फ्रैक्चर न होने की बात कह कर सुबह OPD में दिखाने को कहा। जब दर्द के लिए कोई दवा कही, तो उसे भी लिखने से मना कर दिया। जिसके चलते उन्हें पूरी रात दर्द से कराहते हुए गुजारनी पड़ी। अगले दिन उन्होंने लोकबंधु अस्पताल जाकर वहां पर हड्डी के डॉक्टर को दिखाकर उपचार कराया। इसके बाद आराम मिला। शिकायत मिलने पर होगी जांच KGMU प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने बताया कि ये प्रकरण संज्ञान में नहीं है। इसको लेकर कोई शिकायत भी विश्वविद्यालय प्रशासन को नहीं मिली है। यदि कोई शिकायत मिलती है तो जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। ———————— ये खबर भी पढ़िए… साइबर ठगी के पैसे स्कॉर्पियो खरीदी, दुबई गया : लखनऊ में गर्लफ्रेंड बोली- मैंने अननेचुरल सेक्स से मना किया तो घर आकर गोली मार दी ‘आकाश साइबर फ्राड गैंग से जुड़ा है। वह गैंग को किराए पर बैंक खाते देता है। इसके एवज में उसे मोटा कमीशन मिलता है। इसी पैसे से उसने 2 माह पहले स्कॉर्पियो खरीदी थी। वह डैशबोर्ड में हमेशा पिस्टल रखता था। पुलिसवालों से उसकी दोस्ती है। (पूरी आपबीती पढ़िए)
https://ift.tt/AdkUcjs
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply