चित्रकूट में एक निजी अस्पताल की कथित लापरवाही से नवजात शिशु की मौत का मामला सामने आया है। जिलाधिकारी पुलकित गर्ग ने इस खबर का संज्ञान लेते हुए तत्काल चंद्रकमल अस्पताल की जांच के आदेश दिए हैं। जांच में अस्पताल में कई कमियां पाई गई हैं। रामनगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती गर्भवती महिला नेहा देवी के पति राजकिशोर (निवासी धौहाई पुरवा, मजरा इटवा) ने आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी को 17 अक्टूबर, 2025 को सुबह लगभग 3 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफर किया गया था। असहनीय दर्द के कारण उन्होंने रास्ते में स्थित चंद्रकमल हॉस्पिटल (आरटीओ ऑफिस के सामने, कालूपुर, कर्वी) में सुबह 4 बजे भर्ती कराया। राजकिशोर के अनुसार, डॉक्टरों ने जांच के बाद जच्चा-बच्चा को ठीक बताया, लेकिन ऑपरेशन को आवश्यक बताया। ऑपरेशन के बाद बच्चा मृत पाया गया। जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने चंद्रकमल अस्पताल की जांच की। जांच में अस्पताल में कई कमियां पाई गईं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इन कमियों के संबंध में अस्पताल संचालक को प्रकरण से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए नोटिस जारी किया गया है। यदि अस्पताल संचालक संतोषजनक जवाब और संबंधित अभिलेख प्रस्तुत नहीं करता है, तो अर्थदंड, अस्पताल का पंजीकरण निरस्त करने और अन्य विधिक कार्यवाही की जाएगी। इसके अतिरिक्त, जिलाधिकारी ने सचिव, विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण चित्रकूट से भी चंद्रकमल अस्पताल के भवन निर्माण संबंधी मानचित्र स्वीकृति के बारे में रिपोर्ट मांगी। सचिव ने बताया कि अस्पताल भवन का निर्माण भवन स्वामी गोकुलेश ओझा पुत्र चिंतामणि ओझा द्वारा बिना मानचित्र स्वीकृति के कराया गया है। इस संबंध में भवन स्वामी के विरुद्ध विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा नियमानुसार नोटिस जारी करने सहित अन्य कार्यवाही की जा रही है।
https://ift.tt/9IKWNh2
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply