IPL ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने आगरा के कार्तिक शर्मा को 14.20 करोड़ रुपए में खरीदा। कार्तिक का बेस प्राइस महज 30 लाख रुपए था। उम्मीद से ज्यादा बोली लगते ही कार्तिक भावुक हो गए और अपनी मां के गले लगकर रो पड़े। इस दौरान पूरे परिवार की आंखों में खुशी के आंसू थे। कार्तिक के चयन की खबर मिलते ही उनके घर में जश्न का माहौल बन गया। आसपास के लोग ढोल-नगाड़ों के साथ बधाई देने उनके घर पहुंचने लगे। लोगों ने कार्तिक को फूलमालाएं पहनाईं और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की। परिवार और मोहल्ले के लोगों का कहना है कि कार्तिक की इस सफलता ने पूरे इलाके का नाम रोशन कर दिया है। कार्तिक को क्रिकेटर बनाने के लिए पिता मनोज शर्मा ने अपना घर, अपनी दुकान तक बेच दी। लोन लिए। कार्तिक की प्रैक्टिस के लिए सबकुछ किया। प्रैक्टिस करवाने के लिए सरकारी नौकरी छोड़ दी। जैसे ही उन्हें पता चला कि बेटा एमएस धोनी की टीम से खेलेगा, वो अपने आंसू नहीं रोक पाए। कहा- बेटे ने सपना पूरा किया है। अब सारे कर्ज खत्म हो जाएंगे। पहले कार्तिक के परिवार के बारे में जान लीजिए… कार्तिक का परिवार आगरा के बोदला क्षेत्र में रहता है। उनके माता-पिता कार्तिक के साथ भरतपुर में रहते हैं, क्योंकि डोमेस्टिक लेवल पर कार्तिक राजस्थान के लिए खेलते हैं। कार्तिक तीन भाई हैं। क्रिकेट में उनके सबसे बड़े रोल मॉडल उनके पिता मनोज शर्मा हैं। वे खुद लोकल लेवल पर क्रिकेट खेल चुके हैं, लेकिन चोट के कारण आगे नहीं बढ़ पाए। इसलिए उनकी इच्छा थी कि तीनों भाइयों में से कोई उनका सपना पूरा करे। अब कार्तिक धोनी संग खेलते नजर आ सकते हैं। छोटा भाई अनमोल भी क्रिकेट खेलता है, जबकि उससे छोटा एक और भाई प्रिंस है। दैनिक भास्कर की टीम ने कार्तिक के परिवार से बातचीत की, आइए पढ़ते हैं… कार्तिक के पिता ने कहा- उम्मीद से ज्यादा की लगी बोली
पिता मनोज शर्मा ने कहा- IPL के इतिहास में अनकैप्ड खिलाड़ियों में सबसे महंगे नामों में अब कार्तिक का नाम भी शामिल हो गया है। कार्तिक की मेहनत आज रंग लाई है। उसका बेस प्राइस 30 लाख रुपए था। हमें उम्मीद थी कि 5 से 6 करोड़ रुपए तक बोली लगेगी, लेकिन उसे 14 करोड़ रुपए से ज्यादा में खरीदा गया, जिससे पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। कार्तिक को क्रिकेटर बनाने के लिए मैंने बहुत कुछ दांव पर लगाया। अपनी दुकान, घर और जेवर तक बेचने पड़े। सरकारी नौकरी भी छोड़ दी, ताकि उसे प्रैक्टिस करा सकूं। अभी भी कई लोगों का मुझ पर कर्ज है, जो अब जाकर चुकाया जा सकेगा। शुरुआत में कार्तिक ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में खेलता था, लेकिन राजस्थान में उसे मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी का मौका मिला। इसी वजह से वह अब मिडिल ऑर्डर का विस्फोटक बल्लेबाज बन गया है। मुझे उम्मीद है कि जिस तरह की तैयारी के साथ कार्तिक आगे बढ़ रहा है, वह अच्छा प्रदर्शन करेगा और जल्द ही टीम इंडिया में भी नजर आएगा। कार्तिक की मां बोलीं- बेटे ने 4 गुना वापस कर दिया
कार्तिक की मां ने कहा- आज बेटे ने हमारी सारी इच्छाएं पूरी कर दी हैं। उसकी सारी मेहनत सफल हो गई। मेरे पास अपने बेटे के लिए शब्द नहीं हैं। मेरा बेटा बहुत सीधा और संस्कारी है। वह माता-पिता की हर बात मानता है। हमने जो कहा, उसने वही किया, कभी अपनी मनमानी नहीं की। आज मेरे बेटे ने अपने पिता का नाम रोशन कर दिया है। उसके पिता ने उसके लिए जितनी मेहनत और त्याग किया, आज कार्तिक ने उसका चार गुना फल हमें लौटा दिया है। क्रिकेटर बनाने के लिए पिता ने छोड़ दी सरकारी नौकरी
कार्तिक के चाचा महेश शर्मा ने बताया- मैं और मेरे बड़े भाई मनोज शर्मा दोनों बचपन से क्रिकेट खेलते आ रहे हैं। हम दोनों यूनिवर्सिटी लेवल तक क्रिकेट खेले, लेकिन कुछ कारणों से आगे अपना सफर जारी नहीं रख सके और हमें क्रिकेट छोड़ना पड़ा। क्रिकेट के लिए हम दोनों भाईयों ने अपनी-अपनी सरकारी नौकरियों से भी इस्तीफा दे दिया था। मैं लखनऊ में आवास विकास विभाग में सरकारी कर्मचारी था, जबकि कार्तिक के पिता मनोज शर्मा सरकारी शिक्षक रहे हैं। बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए उन्होंने भी अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी। आज भगवान ने उस त्याग का फल दिया है। कार्तिक के ताऊ बोले- बल्लेबाजी पर पिता-पुत्र के बीच बहस होती थी अब कार्तिक शर्मा का इंटरव्यू पढ़िए… धोनी के साथ खेलेंगे
चेन्नई सुपर किंग्स से जुड़ने को लेकर 19 साल के कार्तिक शर्मा ने कहा कि वह इस मौके से बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा, CSK जैसी टीम का हिस्सा बनना मेरे लिए सपने जैसा है। कार्तिक ने यह भी बताया कि ऑक्शन से पहले CSK मैनेजमेंट ने उनसे बातचीत की थी। मैनेजमेंट ने कहा था कि वे उन्हें टीम में लेने की पूरी कोशिश करेंगे। कार्तिक ने कहा, मैं मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज हूं, लेकिन टीम मुझे जिस भी क्रम पर मौका देगी, मैं अपना 100 प्रतिशत दूंगा। 4-5 साल की उम्र में क्रिकेट से जुड़ाव
अपने क्रिकेट सफर को याद करते हुए कार्तिक शर्मा ने बताया कि उनका खेल से रिश्ता बेहद कम उम्र में जुड़ गया था। उन्होंने कहा, मेरे पापा मनोज कुमार ने मुझे 4-5 साल की उम्र में क्रिकेट से जोड़ा। वे खुद लोकल लेवल पर क्रिकेट खेल चुके हैं, लेकिन चोट के कारण आगे नहीं बढ़ पाए। इसलिए उनकी इच्छा थी कि हम तीनों भाइयों में से कोई उनका सपना पूरा करे। कार्तिक ने आगे बताया कि उनका छोटा भाई अनमोल भी क्रिकेट खेलता है, जबकि उससे छोटा एक और भाई प्रिंस है। अंडर-14 से अंडर-19 तक का सफर
कार्तिक शर्मा ने बताया कि क्रिकेट की शुरुआती ट्रेनिंग उन्हें अपने पिता से मिली। इसके बाद उन्होंने चाहर क्रिकेट अकादमी में अभ्यास शुरू किया, जहां से उन्हें अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 स्तर पर खेलने का मौका मिला। आगे चलकर वे जयपुर स्थित अरावली क्रिकेट अकादमी चले गए और वहीं रहकर लगातार अभ्यास करते हुए अपने खेल को निखार रहे हैं। पिता की सीख से मिला हौसला
कार्तिक ने अपने करियर के मुश्किल दौर को भी याद किया। उन्होंने कहा- मेरे करियर में ऐसा समय भी आया, जब 3-4 साल तक मुझे टीम में मौका नहीं मिला। इसके बाद पापा ने मुझे समझाया और कहा कि मेहनत करते रहो, मौका जरूर मिलेगा। आखिरकार मेहनत रंग लाई। रोज 8 से 10 घंटे करते हैं प्रैक्टिस
अपनी मेहनत के बारे में कार्तिक शर्मा ने बताया कि वे रोजाना 8 से 10 घंटे तक अभ्यास करते हैं। उन्होंने कहा, सुबह 3-4 घंटे मैं लंबे शॉट्स की प्रैक्टिस करता हूं। इसके बाद थोड़ा ब्रेक लेकर नेट्स में अभ्यास करता हूं। शाम को फिर 3-4 घंटे बॉलिंग मशीन से बल्लेबाजी की प्रैक्टिस करता हूं। ————-
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