बरेली शुक्रवार (19 दिसंबर 2025) को कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की गिरफ्त में पूरी तरह जकड़ा हुआ है। मंगलवार से शुरू हुई शीतलहर ने अब खतरनाक रूप ले लिया है। शहर पर कोहरे की मोटी चादर तनी हुई है। हालात ऐसे हैं कि मौसम विभाग ने बरेली के लिए घने से अत्यंत घने कोहरे को लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया है। सुबह होते ही सड़कों पर सन्नाटा छा गया। हाईवे, शहर की मुख्य सड़कें और मोहल्लों की गलियां धुंध में गुम है। लोग अलाव और हीटर के सहारे ठंड से जूझते दिखे। पहाड़ों पर हो रही भारी बर्फबारी का असर अब पूरे जोर के साथ मैदानी इलाकों में महसूस किया जा रहा है। घना कोहरा और बर्फीली पछुआ हवाएं बनी चुनौती
शुक्रवार सुबह बरेली के अधिकतर इलाकों में घना से बहुत घना कोहरा छाया हुआ है। ठंडी पछुआ हवाएं चल रहीं है, जिससे गलन और ज्यादा बढ़ गई है। धूप के कोई संकेत नहीं दिख रहे है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाएं अगले कुछ दिनों तक ठंड का असर बनाए रखेंगी। विजिबिलिटी 10 से 15 मीटर तक सिमटी
कोहरे का सबसे ज्यादा असर विजिबिलिटी पर पड़ा। कई इलाकों में दृश्यता 10 से 15 मीटर तक सिमट गई। हाईवे पर वाहन फॉग लाइट जलाकर रेंगते नजर आए। प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने और सावधानी बरतने की अपील की है। न्यूनतम तापमान में गिरावट, ठंड ने बढ़ाई परेशानी
शुक्रवार को बरेली का न्यूनतम तापमान 7 से 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया है, जबकि अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। बीते 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में करीब 1 डिग्री की और गिरावट आई है। यह दिसंबर के मध्य में असामान्य माना जा रहा है। पिछले 24 घंटे ऐसा रहा मौसम
बीते 24 घंटे में बरेली में मौसम में काफी बदलाव देखने को मिला। दो दिन बाद गुरुवार को करीब 11 बजे सूर्य देवता ने दर्शन दिए। हल्की धूप निकलने से लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि धूप होने के बावजूद बर्फीली हवाओं ने लोगों को परेशान किया। ठंडी हवाओं ने ठंड का असर कई गुना बढ़ा दिया। शुक्रवार को माना जा रहा है दिन भर कोहरा छाया रहेगा। 10 साल के आंकड़ों में 2025 सबसे ठंडा
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर के मध्य में इस तरह की लगातार शीतलहर और घना कोहरा पिछले 10 सालों में कम ही देखने को मिला है। 2025 में ठंड ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले 10 सालों में 19 दिसंबर के आसपास का हाल
2015 से 2018 के बीच न्यूनतम तापमान आमतौर पर 10 से 14 डिग्री के बीच रहा।
2019 में न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री तक गिरा था, जिसे उस वक्त रिकॉर्ड माना गया।
2020 से 2023 के बीच ठंड सामान्य रही, न्यूनतम तापमान 9 से 12 डिग्री के बीच रहा।
2024 में न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री के आसपास रहा।
लेकिन 2025 में यह गिरकर 7 से 8 डिग्री पर पहुंच गया, जो पिछले एक दशक में सबसे कम है। AQI खराब, हवा भी बिगड़ी
ठंड और कोहरे के साथ-साथ बरेली की हवा भी बिगड़ चुकी है। शहर का AQI 121 से 182 के बीच दर्ज किया गया, जबकि कुछ इलाकों में यह 280 के पार पहुंच गया, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। डॉक्टरों के मुताबिक इस मौसम में सांस, आंखों और गले से जुड़ी दिक्कतें तेजी से बढ़ रही हैं। मौसम और कृषि वैज्ञानिक क्या कहते हैं
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पहाड़ों पर हो रही भारी बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं चल रही हैं। यही वजह है कि कोहरा लंबे समय तक टिक रहा है।
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार यह ठंड गेहूं और सरसों की फसलों के लिए फायदेमंद है, लेकिन पाले का खतरा बढ़ सकता है। किसानों को फसलों की निगरानी करने की सलाह दी गई है। फ्लाइट सेवाओं पर कोहरे की मार
घने कोहरे का असर हवाई सेवाओं पर भी पड़ा है। बरेली से जुड़ी कई उड़ानें लगातार रद्द हो चुकी हैं। मुंबई और बेंगलुरु रूट की फ्लाइट्स सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। यात्रियों को एयरपोर्ट पर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। ट्रेनें लेट, कुछ रद्द
रेल सेवाएं भी पटरी से उतरी हुई हैं। कोहरे के कारण कई ट्रेनें 3 से 6 घंटे तक देरी से चल रही हैं। कुछ ट्रेनों को रद्द भी किया गया है। रेलवे स्टेशनों पर यात्री ठंड में इंतजार करने को मजबूर हैं। डीएम का आदेश, आठवीं तक के स्कूल बंद
भीषण ठंड और घने कोहरे को देखते हुए डीएम अविनाश सिंह ने जिले में कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों में 20 दिसंबर तक छुट्टी घोषित कर दी है। आदेश का पालन न करने पर स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। अस्पतालों में बढ़े सर्दी-जुकाम के मरीज
ठंड बढ़ते ही सरकारी और निजी अस्पतालों में सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। रोज कमाने वालों पर सबसे ज्यादा असर
घना कोहरा और ठंड का सबसे ज्यादा असर रोज कमाने खाने वालों पर पड़ रहा है। मजदूर सुबह काम की तलाश में निकल तो रहे हैं, लेकिन मौसम के चलते काम मिलना मुश्किल हो रहा है। फिलहाल राहत के आसार नहीं
मौसम विभाग ने साफ किया है कि अगले कुछ दिनों तक ठंड से राहत मिलने की संभावना नहीं है। कोहरा और शीतलहर का असर जारी रह सकता है। सर्दी में इन बातों का रखें ध्यान ये ट्रेनें हुई रद्द आनंद बिहार डबल डेकर, टनकपुर त्रिवेणी एक्सप्रेस, मुरादाबाद पैसेंजर, दिल्ली पैसेंजर रद्द ये ट्रेनें चल रही देरी से
पाटलीपुत्र सुपरफास्ट 3 घंटा 45 मिनट, धनबाद गंगा सतलुज एक्सप्रेस 2 घंटा 45 मिनट, कानपुर सुपरफास्ट 5 घंटा, हावड़ा पंजाब मेल 3 घंटा, दरभंगा जननायक एक्सप्रेस साढ़े तीन घंटा, हावड़ा हिमगिरि सुपरफास्ट 1 घंटा, कोलकाता से सियालदाह एक्सप्रेस एक घंटा देरी से चल रही है।
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