औरैया जिले के सातों विकास खंडों में ग्राम पंचायत सचिवों का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी रहा। सचिव ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली (FRS) और गैर-विभागीय अतिरिक्त कार्यभार के विरोध में सत्याग्रह कर रहे हैं। बुधवार को उन्होंने ब्लॉक कार्यालयों में काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया। सचिवों का कहना है कि ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली (FRS) उनके फील्ड आधारित कार्यों के विपरीत है। उनका अधिकांश समय गांवों में विकास कार्यों की निगरानी, सत्यापन, जनसमस्याओं के निस्तारण और योजनाओं की समीक्षा में लगता है। ऐसे में प्रतिदिन ब्लॉक कार्यालय पहुंचकर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना व्यावहारिक नहीं है। उनका आरोप है कि इस प्रणाली से उनके मूल दायित्व प्रभावित हो रहे हैं और फील्ड कार्य बाधित हो रहा है। सचिवों ने स्पष्ट किया कि जब तक उनकी मांगों पर शासन स्तर से सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता, आंदोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा। इसके अतिरिक्त, ग्राम पंचायत सचिवों ने गैर-विभागीय अतिरिक्त कार्यभार थोपने पर भी आपत्ति जताई है। उनका तर्क है कि उनके विभागीय दायित्व पहले से ही व्यापक और संवेदनशील हैं। विभिन्न विभागों की अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपने से ग्रामीण विकास योजनाओं के सुचारु क्रियान्वयन में बाधा आ रही है। सचिव संघ ने आंदोलन की चरणबद्ध रूपरेखा घोषित कर दी है। 1 से 4 दिसंबर तक सचिव काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। 5 दिसंबर को सभी सचिव सामूहिक धरना देंगे और उच्चाधिकारियों को ज्ञापन सौंपेंगे। इसके बाद वे जनपद स्तरीय सरकारी व्हाट्सएप समूहों से खुद को अलग कर लेंगे। आंदोलन के अगले चरण में, 10 दिसंबर से सचिव शासकीय कार्यों के लिए निजी वाहनों का उपयोग बंद कर देंगे। 15 दिसंबर को वे अपने-अपने डोंगल ब्लॉक कार्यालय में जमा कर देंगे, जिससे ऑनलाइन कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है। सचिव संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।
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