MBBS और इंजीनियरिंग में एडमिशन कराने के नाम पर ठगी करने वाला प्रेम शंकर विद्यार्थी उर्फ अभिनव शर्मा बुधवार को गिरफ्तार हुआ है। उसने जीएलए, मथुरा से बीटेक की पढ़ाई के दौरान बच्चों का एडमिशन कराकर कमीशनखोरी शुरू की थी। पढ़ाई पूरी होने के बाद उसने नौकरी की, लेकिन ज्यादा दिन नहीं कर सका। क्योंकि उसे कॉलेजों-कोचिंगों में बच्चों का एडमिशन कराकर बिना काम किए अच्छा-खासा कमीशन मिल जाता था। धीरे-धीरे उसने कमीशनखोरी छोड़कर ठगी करनी शुरू कर दी। कंसल्टेंसी का ऑफिस खोलकर MBBS और इंजीनियरिंग के बच्चों को फंसाना शुरू किया। कॉलेजों में एडमिशन के नाम पर उनसे मोटी रकम ठगने लगा। लखनऊ समेत कई राज्यों में जगह बदल-बदलकर 100 करोड़ से अधिक की ठगी की। इस बीच उसने डीपीएस जूनियर की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर भी लोगों से करोड़ों की ठगी की। इसके लिए एक्टर गोविंदा और प्रीति जिंटा को अपने कार्यक्रमों में बुलाया। इससे लोग प्रभावित होकर उसके जाल में फंस गए। प्रेम शंकर विद्यार्थी की गिरफ्तारी के बाद भास्कर रिपोर्टर ने पुलिस अफसरों से बातचीत की, तो उसकी ठगी की कुंडली सामने आई। पता चला कि जेल में रहने के दौरान बंदी संतोष कुमार को उसने अपने साथ मिला लिया। संतोष हल्के मुकदमे में जेल में बंद था, इसलिए उसकी जमानत करा दी। उसके जरिए जेल में रहकर अपना गैंग चलाता रहा। बाद में जेल से पेशी के दौरान फरार हो गया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पूरे मामले को सिलसिलेवार समझते हैं… लखनऊ में दर्ज हुआ था 1.26 करोड़ की ठगी का मुकदमा लखनऊ के साइबर थाने में नीट एग्जाम पास कराने और एमबीबीएस में एडमिशन कराने के नाम पर 1.26 करोड़ की ठगी का मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद पुलिस ने बुधवार को चिनहट के कठौता झील के पास से दो जालसाजों को गिरफ्तार किया गया। उनकी पहचान औरंगाबाद, बिहार के रहने वाले प्रेम प्रकाश विद्यार्थी (35) उर्फ अभिनव शर्मा और समस्तीपुर, बिहार के संतोष कुमार (34) के रूप में हुई। दोनों आरोपियों ने लखनऊ में कंसल्टेंसी ऑफिस खोलकर लोगों को बाराबंकी और सीतापुर के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में 100% एडमिशन का भरोसा दिलाया। स्टूडेंट्स और उनके अभिभावकों से खातों में रुपए ट्रांसफर करा लिए। बाद में हुई पूछताछ में 100 करोड़ की ठगी का पता चला। मूवर और पैकर से मिली लोकेशन आरोपी प्रेमशंकर इतना शातिर है कि किसी भी शहर के छोड़ने के बाद वहां सबूत नहीं छोड़ता है। लखनऊ पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी, लेकिन फर्जी आईडी होने की वजह से कोई सफलता नहीं मिल रही थी। इस दौरान पता चला कि चिनहट स्थित अपार्टमेंट के पेंट हाउस लेकर रहता था। पुलिस वहां पहुंची तो पैकर और मूवर की जानकारी मिली, जिससे उसने सामान शिफ्ट कराया था। पैकर और मूवर के जरिए पुलिस उस तक पहुंच गई। अब गिरोह की ठगी का तरीका पढ़िए… ऑनलाइन कंपनियों से खरीदा डेटा डीसीपी कमलेश दीक्षित ने बताया- नीट परीक्षा में जिन स्टूडेंट्स की मेरिट कम रहती है, उनको काउंसिलिंग से अच्छे मेडिकल कॉलेज में प्रवेश नहीं मिल पाता। दोनों युवक ऐसे स्टूडेंट्स का डेटा ऑनलाइन कंपनियों से खरीद लेते थे। इसके बाद फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल साइट्स पर अपनी स्टडी पाथवे कंसल्टेंसी का प्रचार (एडवरटाईज) करते थे। स्टूडेंट्स के परिवारवालों को कॉल करके अच्छे मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन दिलाने का झांसा देते थे। उन्हें अपने कंसल्टेंसी ऑफिस बुलाते थे। फिर बाराबंकी के हिंद मेडिकल कॉलेज और सीतापुर के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में मैनेजमेंट कोटे की सीट की एडवांस बुकिंग कराने को कहते थे। इसके बाद पेरेंट्स से एडमिशन प्रोसेस, साल की ट्यूशन फीस और अन्य शुल्क बताकर डिमांड ड्राफ्ट, ऑनलाइन या कैश रुपए ले लेते थे। मुख्य आरोपी प्रेम शंकर विद्यार्थी ने हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के नाम से अलग-अलग बैंकों में चालू खाता (करंट अकाउंट) खुलवा रखा था। इसी में वह ठगी की रकम ट्रांसफर करता था। पढ़िए कब और कैसे शुरू की ठगी… पढ़ाई के दौरान कमीशन लेकर एडमिशन कराने लगा पुलिस की पूछताछ में आया कि गैंग का मास्टरमाइंड प्रेम शंकर विद्यार्थी है। उसने जीएलए, मथुरा से मैकेनिकल में बीटेक की पढ़ाई की है। पढ़ाई के दौरान ही 2011 में कॉलेज में बच्चों का एडमिशन कराकर मोटा कमीशन कमाया था। बीटेक के बाद प्राइवेट जॉब करने लगा, लेकिन कम सैलरी की वजह से खुश नहीं था। इसके बाद फिर एडमिशन के काम में आया और ठगी करने लगा। इसके बाद अलग-अलग राज्यों में कंसल्टेंसी ऑफिस खोल नीट, इंजीनियरिंग और अन्य कोर्स में दाखिले के नाम पर ठगी करने लगा। हर शहर से 5-7 करोड़ ठगकर ऑफिस बंद करके फरार हो जाता था। 6 साल जेल में रहा, बंदी को साथ मिलाया मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के नाम ठगी करने के मामले में प्रेमशंकर विद्यार्थी को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह 6 साल बेऊर जेल में बंद था। जेल में उसकी मुलाकात दूसरे आरोपी संतोष कुमार से हुई। उसे अपने गैंग में शामिल करके उसकी जमानत करवा दी। संतोष बाहर आने के बाद उसके लिए काम करने लगा। प्रेमशंकर उसे जेल से ही निर्देशित करके अपना गैंग चलाता रहा। इसके एवज में उसे 30 हजार रुपए महीना और कमीशन देता था। संतोष का काम पहचान पत्र लाना और प्रेमशंकर द्वारा बताए गए कामों को देखना था। पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के बाद फिर शुरू की ठगी प्रेमशंकर सितंबर 2024 में सहारनपुर में प्रोडक्शन वारंट पर आया था। बिहार के 6 पुलिसकर्मियों की अभिरक्षा में वह ट्रेन से वापस पटना लौट रहा था। शामली जिले के हिंद रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन से कूदकर फरार हाे गया था। इसके बाद संतोष से उसकी आईडी ले ली। उसे एडिट करके अपना फर्जी आईडी बना लिया। उसी फर्जी आईडी से छोटे-छोटे होटलों में छिपकर रहना लगा। इस दौरान लखनऊ में कंसल्टेंसी ऑफिस खोलकर एडमिशन के नाम पर 1.26 करोड़ की ठगी की। इसी मामले में बुधवार को पकड़ा गया। 10 मिनट बात करने पर लोग झांसे में आ जाते थे आरोपी प्रेमशंकर इतना शातिर है कि अगर किसी से 10 मिनट बात करले तो उसके झांसे में आ जाएगा। कोई भी पैरेंट्स उससे बात करते तो तुरंत पैसा जमा करके चले जाते थे। प्रेम शंकर के लखनऊ ऑफिस में 50 कर्मचारी थे। जिनके काम बंटे हुए थे। काम के दौरान किसी के पास फोन नहीं रहता था। ऑफिस में आते ही फोन जमा हो जाता। किसी क्लाइंट के आने पर प्रेमशंकर निजी कार से आता था और काउंसिलिंग करके चला जाता था। डीपीएस जूनियर की ओपनिंग में पहुंचे थे फिल्मी सितारे डीसीपी कमलेश दीक्षित ने बताया कि प्रेमशंकर ने डीपीएस जूनियर प्रेप स्कूल खोलने की योजना बनाई थी। स्कूल को प्रमोट करने के लिए उसने पटना और वाराणसी में प्रोग्राम आयोजित किया था। पटना में फिल्मी सितारा गोविंदा और बनारस में प्रीती जिंटा को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया था। डीपीएस जूनियर स्कूल की 70 लोगों को फ्रेंचाइजी दी। उनसे 3-3 लाख रुपए वसूले। जाल में फंसे लोगों से रीडिंग मटेरियल, यूनिफॉर्म के एवज में भी लाखों रुपए ऐंठे। ठगी के रुपयों से बनवाया 5 करोड़ का घर पुलिस पूछताछ में पता चला कि प्रेमशंकर ने औरंगाबाद बिहार में 5 करोड़ का घर बनवाया है। वाराणसी और बिहार में करोड़ों की संपत्ति खरीदी है। लखनऊ में ठगी के पैसों से प्रापर्टी नहीं सिर्फ ज्वैलरी खरीदी है। वह लग्जरी लाइफ का शौकीन है। घर में इम्पोर्टेड चीजें लगाई हैं।
https://ift.tt/gEhei0S
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply