गोरखपुर के सहजनवां थाना क्षेत्र के जोगियाकोल गांव के पास 24 दिसंबर को कारपेंटर विशाल यादव की हत्या बिहार के 4 युवकों ने शराब के रुपयों के विवाद में की थी। पुलिस ने चारों आरोपियों पप्पू, राजू, मंगल और बबलू को शनिवार को क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पप्पू, राजू और मंगल सगे भाई हैं। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं, हिरासत में ली गई युवती और उसके परिजनों को थाने से छोड़ दिया गया। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर विशाल के दोस्तों ने 100 से अधिक पोस्ट की है। दोस्तों ने लिखा है कि आरोपियों ने धोखें से विशाल की हत्या की। उन्हें सख्त से सख्त सजा मिले। दोस्तों ने विशाल की पुरानी फोटो भी शेयर की है। एसपी नार्थ ज्ञानेंद्र प्रसाद ने बताया, कारपेंटर की हत्या में बिहार के अतरी तपोवन टटारू निवासी पप्पू मांझी, उसके भाई राजू मांझी और मंगल मांझी व एक अन्य वजीरगंज मरड्डी निवासी बबलू मांझी शामिल थे। वर्तमान में ये सभी सहजनवां थाना क्षेत्र के जोगियाकोल स्थित राममिलन यादव के ईंट-भट्ठे पर काम कर रहे थे।
पुलिस की विवेचना में सामने आया कि वारदात वाले दिन सभी आरोपी विशाल के साथ मौजूद थे। इसी दौरान शराब पीने के लिए रुपयों को लेकर विवाद हो गया। नाराज विशाल ने पप्पू मांझी को गाली देते हुए चेहरे पर एक पंच मार दिया। इसके बाद विशाल वहां से भाग गया। गुस्साए आरोपियों ने विशाल का एक किलोमीटर तक पीछा किया और उस पर हमला कर दिया। हमले में विशाल को गंभीर चोटें आईं, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपी मौके से भाग निकले थे। सहजनवां पुलिस उनकी तलाश में जुट गई थी।
अब सिलसिलेवार पढ़िए हत्या की पूरी कहानी गोरखपुर के बॉडी बिल्डर विशाल (26) की हत्या उसकी गर्लफ्रेंड ने नहीं करवाई थी। 24 दिसंबर की रात ये मर्डर दारू पार्टी के दौरान सिर्फ 50 रुपए के झगड़े में किया गया। विशाल के 4 दोस्तों ने उसका सिर मिट्टी में धंसा दिया। वह दम घुटने से तड़पता रहा, मगर दोस्तों ने तरस नहीं खाया। 2 मिनट के बाद उसकी सांस टूट गई। इसके बाद हत्यारे करीब 35 मिनट तक क्राइम स्पॉट पर ही रहे। नशे में होने की वजह से उन्हें समझ नहीं आ रहा था, फिर 2 दोस्त सहजनवां रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और ट्रेन पकड़कर गोरखपुर से भाग निकले। जबकि, बाकी 2 आरोपियों की लोकेशन तलाशने के लिए पुलिस आसपास के CCTV खंगाल रही है। विशाल की मां शकुंतला देवी ने गांव में ही रहने वाली बेटे की गर्लफ्रेंड और उसके परिवार के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। पुलिस ने भी उन्हें हिरासत में लिया था। घटना की जांच में बिहार के आरोपियों का नाम सामने आने पर गर्लफ्रेंड और उसके परिवार को छोड़ दिया गया था। मर्डर की रात क्या हुआ, अब ये पढ़िए गर्लफ्रेंड को फोन किया, मिलने का मन है, भट्ठे पर आओ विशाल ने 24 दिसंबर की रात करीब 11 बजे अपनी गर्लफ्रेंड को कॉल की थी। उससे कहा था- मेरा मिलने का मन कर रहा, तुम घर से निकलकर आ जाओ। हम लोग ईंट भट्ठे पर मिलते हैं, सुबह वापस चली जाना। इस पर गर्लफ्रेंड ने यह कहकर मना कर दिया कि घर में लोग जाग रहे हैं, मैं मिलने नहीं आ पाऊंगी। इसके बाद भी विशाल लगातार कॉल करता रहा। दोनों के बीच चैटिंग भी चल रही थी। परेशान होकर गर्लफ्रेंड ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। पुलिस को विशाल के नंबर पर 20 मिस्ड कॉल भी मिली हैं। विशाल घर वापस जाने को तैयार नहीं था। वो टहलते हुए ईंट भट्ठे (कुआवल कला) पर पहुंच गया, जोकि उसके घर से सिर्फ 500 मीटर दूर है। वहीं उसके और गर्लफ्रेंड के घर के बीच 200 मीटर की दूरी है। यहीं पर उसके परिचित और दोस्त मिल गए। विशाल के अलावा 4 और लोग इकट्ठा हो गए। 45 मिनट में शराब खत्म, पैसे मिलाने को लेकर हुआ झगड़ा दोस्तों के साथ तय हुआ कि सर्द मौसम है, चलो दारू पार्टी करते हैं। विशाल के दोस्तों के पास पहले से शराब थी, उन्होंने करीब 45 मिनट वहीं पर बैठकर शराब पी। फिर तय हुआ कि और शराब मंगवानी चाहिए। इसके लिए सबने रुपए मिलाए। गांव के एक युवक ने 50 रुपए और देने में आनाकानी की। विशाल को इस पर गुस्सा आ गया। उसने कहा- जब इतनी गरीबी है, तो घर जाओ, यहां क्यों दारु पीते हो…। इस पर गांव के युवक ने गाली दी। विशाल को गुस्सा आ गया, तो उसने थप्पड़ मार दिया। यहां विशाल के विरोध में बाकी सारे लोग आ गए। मामला बढ़ गया, सभी नशे में थे, मारपीट करते हुए वह लोग भट्ठे में वहां पहुंच गए, जहां पर गीली मिट्टी रहती थी, सबने विशाल को दबोच रखा था, उन्होंने गर्दन से पकड़कर विशाल के सिर को मिट्टी में धंसा दिया। विशाल रेगुलर जिम करता था, मगर वह 4 लोगों के सामने बेबस हो गया। पुलिस पूछताछ में ये भी सामने आया कि विशाल ईंट भट्ठे पर अक्सर शराब पीने आ जाता था। यहीं पर घंटों बैठकर अपनी गर्लफ्रेंड से बातें करता था। CCTV में 1 मददगार, 2 आरोपियों को रेलवे स्टेशन छोड़ते दिखा विशाल के मर्डर केस की कड़ियों को जोड़ते हुए पुलिस के हाथ 1 CCTV फुटज लगी। इसमें 2 आरोपियों को एक बाइक सवार सहजनवां रेलवे स्टेशन पर छोड़ने के लिए जाते हुए दिखा। पुलिस प्रयास कर रही है कि CCTV में दिखने वाले शख्स की पहचान हो सके। ईंट भट्ठे और आसपास रहने वालों से भी पूछताछ की जा रही है। इस शख्स को लेकर पुलिस की इन्वेस्टिगेशन 2 लाइन पर चल रही है। पहली- जिसने आरोपियों को रेलवे स्टेशन छोड़ा, क्या वो भी मर्डर में शामिल था। दूसरी- वो गांव का रहने वाला है। सिर्फ मदद के लिए ही दोनों आरोपियों को रेलवे स्टेशन छोड़ने गया था। उसे मर्डर के बारे में कुछ भी नहीं पता था। लाश के पास 35 मिनट बैठे रहे, फिर अलग-अलग डायरेक्शन में भागे
ये भी सामने आया कि विशाल की हत्या करने के बाद चारों आरोपी क्राइम स्पॉट पर करीब 35 मिनट बैठे रहे। वो नशे में थे, शायद हत्या करना नहीं चाहते थे, मगर विशाल की मौत के बाद उन्हें डर सताने लगा कि अब पुलिस अरेस्ट कर लेगी। इसलिए क्राइम स्पॉट से अलग-अलग होकर सभी भाग निकले। अब विशाल के बारे में जानिए मुंबई में कार पेटिंग करता था, पिता की मौत पर गोरखपुर आया
विशाल मुंबई में रहकर कार पेटिंग का काम करता था। 19 सितंबर को उसके पिता की मौत हो गई थी। तभी वह गोरखपुर में अपने घर आया था। पिता के अंतिम संस्कार के बाद विशाल मुंबई वापस लौटना चाहता था। लेकिन, कुछ पारिवारिक वजहों से नहीं जा सका। विशाल की अभी शादी नहीं हुई थी। उसकी मां शकुंतला के पैर में बीमारी है। उनके मुताबिक, मंगलवार रात बेटे के नंबर पर कॉल आई थी। इसके बाद वह घर से कुछ दूरी पर खेतों की ओर निकला था। बुधवार सुबह घर से 500 मीटर दूर जोगियाखोर सिवान के गेहूं के खेत में उसकी लाश मिली। अब जरा क्राइम स्पॉट का सीन समझिए लाल गमछा, चप्पल खेत में पड़ी मिलीं
ईंट भट्ठे पास जहां विशाल का शव मिला, पुलिस को वहां झगड़े और संघर्ष के निशान भी मिले। मिट्टी के कीचड़ में सने कपड़ों से साफ पता चल रहा था कि विशाल ने जान बचाने के लिए काफी कोशिश की। खेत में पड़ा लाल रंग का गमछा और एक हवाई चप्पल उनकी अंतिम लड़ाई के गवाह थे। शव कीचड़ में सने होने के चलते मुंह धुलने पर उसकी पहचान हुई थी। इस स्पॉट पर जो फुट प्रिंट मिले, वो 4-5 लोगों की मौजूदगी का इशारा दे रहे थे। विशाल के कपड़ों की जेब से एक मोबाइल और बाइक की चाबी मिली थी। इससे ये साफ हो गया था कि हत्या करने वाले लूट नहीं करना चाहते थे। पुलिस को खुलासे का पहला क्लू ईंट भट्ठे पर काम करने वालों से ही मिला। उन्होंने बता दिया था कि भट्ठे पर विशाल अक्सर शराब पीने आता रहता था। पुलिस को विशाल के मोबाइल फोन में एक युवती से 10 बजे तक बातचीत और चैटिंग के साक्ष्य भी मिले हैं। इसके अलावा विशाल के मोबाइल फोन पर 20 मिस्ड कॉल भी मिले हैं। यह नंबर विशाल के पड़ोसी का था। विशाल का गांव की युवती से डेढ़ साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। पिता की मौत पर घर आने के बाद दोनों एक दूसरे से मिल रहे थे। एम्बुलेंस को रोक कर हंगामा करने लगे परिवार वाले बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बुधवार दोपहर 3 बजे विशाल के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया। इसके बाद परिजनों संग ग्रामीण एम्बुलेंस से शव लेकर सहजनवां थाना चौराहे पर शाम 6:15 बजे पहुंचे। ग्रामीण एम्बुलेंस को फोरलेन पर रोक कर प्रदर्शन करने लगे। हाईवे पर लगा लंबा जाम 25 मिनट तक फोरलेन पर लंबा जाम लग गया। सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने परिवार को समझाया। 20 मिनट तक बातचीत के बाद सड़क से भीड़ को हटाया। इस दौरान परिजनों ने 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद और हत्यारों की 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी की मांग की। शाम करीब 7.10 बजे एम्बुलेंस से शव लेकर गांव पहुंचे। जहां से थोड़ी ही देर बाद कालेसर घाट निकल गए। रात 8 बजे विशाल का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान SP नॉर्थ के साथ ही पुलिस टीम सुरक्षा के लिए मौजूद रही। SP नॉर्थ ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद कहते हैं- विशाल मर्डर केस में कई फैक्ट सामने आ चुके हैं। हमें CCTV भी मिला है, जिसे अभी सार्वजनिक नहीं किया जा रहा। लेकिन उसमें दिखने वाले लोगों को अरेस्ट कर लिया जाएगा। ……………. ये खबर भी पढ़ें…
गोरखपुर में प्रेमी की हत्या, गर्लफ्रेंड को पुलिस ने उठाया, खाना छोड़कर बात करने निकला था, खेत में खून से लथपथ लाश मिली गोरखपुर में 26 साल के युवक की हत्या कर दी गई। मां के मुताबिक, बुधवार रात खाना खाते वक्त उसकी गर्लफ्रेंड ने फोन कर उसे बुलाया। उसने खाना छोड़ दिया और मां से थोड़ी देर में लौटने की बात कहकर घर से निकल गया। युवक रातभर लौटा नहीं। सुबह राहगीरों ने उसका शव गेहूं के खेत में देखा। लाश मिट्टी से सनी हुई थी। पढ़िए पूरी खबर…
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