गोरखपुर के नौसड़ इलाके में संविधान दिवस पर मझवार (मांझी) समिति ने संगोष्ठी आयोजित की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समिति के प्रदेश अध्यक्ष प्रेम चन्द मझवार मौजूद रहे। संगोष्ठी की शुरुआत भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र और भारतीय संविधान की प्रति को नमन करने से हुई। इस दौरान बच्चों और बुजुर्गों को मिठाई वितरित की गई, जिससे कार्यक्रम का माहौल और अधिक उत्साहपूर्ण हो गया। संविधान अनुसूचित समाज के लिये है गौरव प्रदेश अध्यक्ष प्रेम चन्द मझवार ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान दिवस, अनुसूचित समाज के लिए गौरव और आत्मसम्मान का अवसर है। उन्होंने बताया कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने भारतीय संविधान अंगीकृत किया, जिसके बाद देश ने संप्रभु, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य का स्वरूप प्राप्त किया। प्रेम चन्द मझवार ने कहा कि संविधान की नींव न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व पर आधारित है, जो राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूत बनाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मझवार समाज हर वर्ष संविधान दिवस को विशेष उत्सव की तरह मनाता है। संविधान अध्ययन हर नागरिक के लिये है आवश्यक संगोष्ठी में जिला महामंत्री के एम मझवार ने कहा कि भारतीय संविधान समाज के लिये पूजनीय ग्रंथ के समान है और हर नागरिक को इसका अध्ययन अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान का ज्ञान ही अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाता है। संगोष्ठी में प्रदेश अध्यक्ष प्रेम चन्द मझवार के साथ प्रदेश संगठन मंत्री दिनेश मझवार, जिला महामंत्री के एम मझवार, लाल बहादुर मझवार, सिंहासन मझवार, रामनिवास मझवार, मुन्ना मझवार, दीपू मझवार, अभिषेक मझवार, राजदेव मझवार और राम मूरत मझवार सक्रिय रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान सभी पदाधिकारियों ने संविधान के मूल्यों को समाज में और व्यापक स्तर पर पहुंचाने का संकल्प भी दोहराया।
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