उम्र मत देखिए जनाब, जिगर पूरा सिस्टम हिलाने का रखते हैं…कुछ इस अंदाज में इंस्टाग्राम पर रील पोस्ट करते समय डायलॉग सुधीर भारती लिखता था। उसे भी नहीं पता था कि एक दिन यही रील मौत की वजह बन जाएगी। गोरखपुर के पिपराइच में शुक्रवार को कोआपरेटिव इंटर कॉलेज में 11वीं के स्टूडेंट सुधीर भारती की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के 28 घंटे बाद शनिवार शाम 5 बजे पोस्टमार्टम कराकर एंबुलेंस से पुलिस लाश लेकर घर से 200 मीटर दूर पहुंची। हंगामे के डर से गढ़वा वार्ड स्थित घर से पहले ही सड़क पर पुलिस ने एंबुलेंस रूकवा दिया। परिवार के लोगों को भी यहीं पर बुलाया गया। इस दौरान अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। रोते हुए मां राजकुमारी एंबुलेंस के पास पहुंची। उन्हें सुधीर का आखिरी बार चेहरा दिखाया गया। इसके बाद चीख पुकार मच गई। करीब 10 मिनट में ही पुलिस लाश लेकर पिपराइच स्थित घाट के लिए रवाना हो गई। इस दौरान चींखते हुए मां राजकुमारी देवी बोलीं- जिस बेटे को 17 साल सीने से लगाकर पाला, उसे 10 मिनट में हमेशा के लिए विदा कर दिया गया। घर की चौखट तक भी उसकी लाश नहीं लाई गई। सभी ने नम आंखों से सुधीर को आखिरी विदाई दी। पिपराइच स्थित रामघाट पर पिता राजेश कुमार ने जवान बेटे को मुखाग्नि दी। सुधीर उर्फ भोला की हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। सुधीर दिन भर रील बनाता था। इंस्टाग्राम पर 100 से अधिक रील्स उसने बनाकर शेयर की थी। वहीं रील उसकी हत्या का कारण बन गई। ग्रामीणों का कहना था कि इंस्टाग्राम की रील की वजह से सुधीर की हत्या कर दी गई। घर के पास रहने वाला आरोपी ही उसकी जान का दुश्मन बन बैठा। अंतिम दर्शन के लिए भाई पहुंचा मृतक सुधीर भारती (17) पिता राजेश कुमार, मां राजकुमारी का सबसे छोटा बेटा था। पिता राजेश कुमार परिवार के साथ गांव में रहते हैं, जबकि बड़ा भाई अजीत बाहर रहकर कारपेंटर का काम करता है। भाई की हत्या की सूचना मिलते ही अजीत बदहवास हालत में घर पहुंचा। जैसे ही उसने छोटे भाई का चेहरा देखा, वह फफक-फफक कर रो पड़ा। बुआ श्यामा देवी सुधीर के शव से लिपटकर बार-बार यही कहती रहीं, भोला, तू किसी का क्या बिगाड़ा था। शाम करीब साढ़े पांच बजे पुलिस एंबुलेंस से शव लेकर गांव पहुंची। हनुमान चौराहे पर परिजनों को अंतिम दर्शन कराए गए। मां बेटे के शव से लिपटकर बेसुध हो गईं। महिलाओं की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो उठा। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने शव को सीधे रामघाट ले जाकर भारी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार कराया। पिपराइच के गढ़वा वार्ड में सुबह से ही 5 थाने की फोर्स लगाई गई थी।
काॅलेज की छत पर टहल रहे एक अन्य छात्र पर भी चलाई थी गोली कॉलेज में साथ पढ़ने वाले छात्र और प्रत्यक्षदर्शी राज ने बताया कि वारदात के समय लंच का वक्त था। मैं कॉलेज की छत पर टहल रहा था। ग्राउंड में सुधीर एक लड़के को बाइक चलाना सिखा रहा था। तभी एक बाइक से चार लड़के आए, जिन्हें मैं पहचानता हूं। उनमें से दो ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। मैं सब कुछ अपनी आंखों से देख रहा था। जब मैं घबराकर नीचे देखने लगा, तभी एक आरोपी ने मेरे ऊपर भी गोली चला दी। किसी तरह मैं बच गया। इसके बाद सभी आरोपी असलहा लहराते हुए भाग निकले।
गांव के ही रहने वाले शख्स ने दिया था असलहा
एसपी नार्थ ज्ञानेंद्र प्रसाद ने बताया कि दो को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही मुख्य आरोपी को असलहा देने वाले की भी पहचान हो गई है। जो उसी गांव का ही रहने वाला है। आरोपी के परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अब सिलसिलेवार पढ़ें हत्या की पूरी कहानी गोरखपुर में शुक्रवार दोपहर करीब 1:30 बजे 11वीं के स्टूडेंट सुधीर भारती का मर्डर इंस्टाग्राम स्टेट्स के झगड़े में हुआ। सुधीर ने 26 दिसंबर को इंस्टाग्राम पर लिखा- अपने जीजा के दम पर कूदते हो। घर में घुसकर मारेंगे। दम है तो मुकाबला करो। इसके बाद 4 लड़कों ने कोआपरेटिव इंटर कॉलेज के कैंपस में घुसकर सुधीर पर गोली चला दी। पहला निशाना चूकने के बाद 2 आरोपियों ने सुधीर का हाथ पकड़ लिए, इसके बाद उसके सीने पर 1 गोली मारी गई। लहूलुहान होकर सुधीर वहीं पर गिर पड़ा, फिर तमंचे लहराते हुए लड़के भाग निकले। इसके बाद परिवार और गुस्साए गांव के लोगों ने 2.30 घंटे हंगामा किया। सुधीर के घर से महज 100 मीटर दूर 17 वर्षीय आरोपी का घर है, परिजन उसके घर के गेट पर लाश रखकर रोने बिलखने लगे। मां का कहना था- जान का बदला जान होना चाहिए। आधी रात तक लाश का पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका। परिवार के लोग थाने में डटे रहे। FIR में 17 वर्षीय मुख्य आरोपी के अतिरिक्त, विनय, रोशन और ऋषभ को नामजद किया गया है। इनके परिवारों से पुलिस ने थाने में पूछताछ की। पढ़िए रिपोर्ट… गांव में लड़कों के गुट, हावी होने के लिए होते थे झगड़े
पुलिस जांच में सामने आया कि 3 दिन पहले सुधीर का गांव के इन नाबालिग लड़कों के साथ विवाद हुआ था। दरअसल, गांव में लड़कों के कई गुट हैं, एक दूसरे पर हावी होने के लिए उनके बीच झगड़े भी होते हैं। गांव के ही बड़े-बुजुर्ग इन लड़कों के बीच समझौता करवाते थे। मगर इस बार इन लड़कों के बीच इंस्टाग्राम पर सोशल वार भी चल रही थी। दोनों पक्ष न सिर्फ एक-दूसरे से झगड़ रहे थे, बल्कि एक दूसरे के लिए सोशल मीडिया पर स्टेट्स और पोस्ट भी कर रहे थे। नतीजा ये हुआ कि 26 दिसंबर की सुबह भी सुधीर ने एक स्टेट्स लगाया था। इसमें गालियां लिखी गई, लिखा कि हिम्मत है तो आकर मुकाबला करो। पुलिस अभी तक हत्यारोपियों तक पहुंची नहीं है, लेकिन यही माना जा रहा है कि इस स्टेट्स के बाद ही आरोपियों ने मर्डर का प्लान कर लिया। शुक्रवार रात को पुलिस ने 17 वर्षीय मुख्य आरोपी, विनय, रोशन और ऋषभ के परिवारों को बुलाकर पूछताछ की। अब इन परिवारों की सुरक्षा भी पुलिस कर रही है, क्योंकि अंदेशा जताया जा रहा है कि सुधीर के परिवार और गुस्साए गांव के लोग आरोपियों के परिवारों पर हमला कर सकते हैं। इस घटना के बाद पुलिस ने 17 साल के आरोपी और विनय के घरों पर अपनी मौजूदगी में ताले लगवा दिए हैं। उन्हें थाने में रखा गया है। गढ़वा वार्ड में भी पुलिस लगाई गई है, ताकि आरोपियों के घर पर तोड़फोड़ न हो जाए। भोला नाम से ID, हर दिन 4-5 रील करता था अपलोड
सुधीर को उसके दोस्त भोला कहकर बुलाते थे। भोला नाम से ही सुधीर ने इंस्टाग्राम पर ID बनाई थी। 1 दिन में वो 4-5 रील अपलोड करता था। मगर यही रील उसकी मौत का कारण बन गई। पहले परिवार को हमले की बात मजाक लगी
सुधीर की बुआ श्यामा देवी ने आरोप लगाए- मेरा भतीजा आज सुबह गांव के लड़के को बाइक चलाना सिखाने गया था। इसी दौरान सामने से एक युवक आया और उस पर गोली चला दी, लेकिन पहली गोली चूक गई। इसके बाद दो अन्य युवक मौके पर पहुंचे और सुधीर का हाथ पकड़ लिया, तभी एक और युवक ने उसके सीने पर गोली मार दी, जिससे सुधीर वहीं गिर पड़ा। जिस युवक को सुधीर गाड़ी चलाना सिखा रहा था, वह डर के मारे मौके से भागकर मोहल्ले में पहुंचा और हम लोगों को घटना की जानकारी दी। पहले हमें लगा कि वह मजाक कर रहा है, लेकिन जब सभी लोग खेत की ओर दौड़े तब पता चला कि सच में गोली मार दी थी। परिजन बोले- 3 दिन पहले झगड़े के बाद डांटकर शांत कराया
पिपराइच के वार्ड नंबर एक गढ़वा में सुधीर भारती अपने पिता राजेश कुमार और मां राजकुमारी के साथ रहता था। बड़ा भाई अजीत बाहर रहकर कार पेंटर का काम करता है। पिता राजेश लोहे बेचने का काम करते हैं। राजकुमारी ने बताया कि घर से 100 मीटर दूरी पर नाबालिग आरोपी का घर है। 3 दिन पहले मेरे बेटे सुधीर का आरोपी से घर के पास ही विवाद हो गया था। तब मैंने बेटे को डांटकर घर के अंदर भेजा था। बोला कि गंदे लोगों के मुंह नहीं लगा जाता है। सुबह अपने एक परिचित को लेकर सुधीर कॉलेज ग्राउंड में बाइक सिखाने गया था। कॉलेज 200 मीटर दूरी पर है। कॉलेज के लंच में हुआ गोलीकांड कॉलेज में पढ़ने वाले प्रत्यक्षदर्शी राज ने बताया कि लंच हुआ था, मैं छत पर था। ग्राउंड में सुधीर बाइक सीखा रहा था। तभी एक बाइक से चार लड़के आए। जिनको मैं पहचानता हूं। उनमें से दो लड़के गोली चलाने लगे। सुधीर के सीने के पास गोली लगी। मैं देख रहा था। तभी आरोपी ने मेरे ऊपर भी गोली चला दिए। इसके बाद असलहा लहराते हुए भाग गए। सुधीर की मौके पर ही मौत हाे गई। घटना के बाद कॉलेज के 50 से अधिक छात्र एकत्रित हो गए। सभी छात्र सुधीर को कंधे पर लादकर कुछ दूर ले गए। इसके बाद बाइक से उसे गढ़वा वार्ड उसके घर ले जाया गया। जहां से सुधीर की मां को सूचना दी गई। सुधीर की मां राजकुमारी ने बताया कि शाहपुर इलाके के बिछिया स्थित बाल शिशु गृह में काम करती हूं। ठंड की वजह से दोपहर में गोरखपुर काम पर जा रही थी। करीब 1.40 बजे कॉल आई कि जल्दी से घर आ जाओ। मैंने पूछा क्या हो गया, तब किसी ने कुछ नहीं कहा। मैं दूसरा ऑटो पकड़कर घर आई। यहां मेरे बेटे की लाश दिखाई गई। वह खून से लथपथ था। आरोपी के घर नाराज लोगों ने किया हमला
घटना के बाद नाराज परिजन और ग्रामीण बगल में रहने वाले नाबालिग आरोपी के घर लाश लेकर पहुंच गए। इसके बाद घर में घुसकर तोड़फोड़ शुरू कर दिया गया। इसी बीच आरोपी की मां घर पर मिल गई। भीड़ ने उसे भी पीटना शुरू कर दिया। तभी पिपराइच पुलिस भी वहां पहुंच गई। इसके बाद काफी मशक्कत के बाद आरोपी की मां को छुड़ाकर पुलिस ने अपनी गाड़ी में बैठाया। इसके बाद नाराज लोग गाड़ी घेर लिए। एक युवक पुलिस की गाड़ी के नीचे लेट गया। करीब आधे घंटे तक हंगामा चलता रहा। तभी एसएसपी राज करन नय्यर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने परिवार को समझाना शुरू किया। लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं था। मामला बढ़ता देखकर पांच थाने की पुलिस टीम बुलाई गई। इसके अलावा पुलिस लाइन से भी फोर्स बुलाई गई। ढाई घंटे हंगामा के बाद पुलिस ने लाश को कब्जे में ले लिया। इसके बाद एक ऑटो में लाश रखवाई। जिसमे परिवार के सदस्य भी बैठ गए। ऑटो घर से कुछ ही दूर निकली थी, तभी रामलीला मैदान के पास भारी भीड़ ने रास्ता रोक लिया। ग्रामीणों ने गाड़ी रोकने के लिए सड़क पर ईंट पत्थर बिछा दिया था। यहां भी करीब 20 मिनट तक पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी, तब जाकर गाड़ी आगे बढ़ी। इसके बाद लाश पिपराइच थाने लाई गई। यहां पर सुधीर के पिता राजेश कुमार की शिकायत पर हत्या का मुकदमा चार लोगों के खिलाफ लिखा गया है- —————————
ये पढ़ें – गोरखपुर के कॉलेज में घुसकर 11वीं के छात्र की हत्या, SSP के पैरों में गिरी मां, रोते हुए बोली- जान के बदले जान चाहिए गोरखपुर के कोऑपरेटिव इंटर कॉलेज में घुसकर 11वीं के छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। छात्र सुधीर दोपहर 1:30 बजे कॉलेज के मैदान में दोस्तों के साथ खड़ा था। इसी दौरान चार बदमाश पहुंचे। सुधीर को देखते ही उन्होंने फायरिंग कर दी। एक गोली सुधीर के गले को चीरती हुई निकल गई। वह मौके पर ही गिर पड़ा। गोलियों की आवाज सुनकर कॉलेज के छात्र दौड़ पड़े। पढ़िए पूरी खबर…
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