गोरखपुर के महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के खेल मैदान पर स्वर्गीय प्रकाश नारायण श्रीवास्तव स्मारक अंडर 13 और 17 फुटबॉल प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ हुआ। पहले दिन चार टीमों के बीच दो मुकाबले खेले गए। सभी टीमों में शानदार प्रदर्शन करते हुए मैदान में उत्साह भर दिया। टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। अंडर13 नॉकआउट मुकाबले में पहला मैच सनातन फुटबॉल क्लब और प्रांजल फुटबॉल क्लब के बीच में खेला गया। सनातन फुटबॉल क्लब ने प्रांजल फुटबॉल क्लब को 3-0 से शिकस्त देकर अगले राउंड में एंट्री ले ली। मैच के शुरुआती 20 सेकंड के बाद ही सनातन फुटबॉल क्लब के जर्सी नंबर 90 के खिलाड़ी प्रथमेश ने अपनी टीम की तरफ से गोल-दाग कर 1-0 की बढ़त बना दी। फर्स्ट हाफ से पहले ही प्रांजल फुटबॉल क्लब की टीम रही पीछे
10 वें मिनट के बाद ही एक बार फिर सनातन की टीम के राइट विंगर के खिलाड़ी अथर्व ने अपनी टीम के लिए दूसरा गोल दाग दिया। इस तरह से फर्स्ट हाफ से पहले प्रांजल फुटबॉल क्लब की टीम 2-0 से पीछे रही। उसके बाद प्रांजल फुटबॉल क्लब के खिलाड़ियों ने गोल बराबरी करने के लिए कई मूव बनाए लेकिन सफलता नहीं मिली। इस तरह से सनातन एफसी के खिलाड़ी ने आखिरी समय में खिलाड़ी अर्णव ने तीसरा गोल मार दिया और इस तरह से सनातन एफसी की टीम एकतरफा मुकाबला जीत कर अगले राउंड के लिए क्वालीफाई कर गई। अचीवर्स फुटबॉल क्लब और सहारा फुटबॉल क्लब के बीच कड़ी टक्कर
दूसरा मुकाबला अचीवर्स फुटबॉल क्लब और सहारा फुटबॉल क्लब के बीच में खेला गया। दोनों टीमें बेहतर तालमेल का परिचय देते हुए एक दूसरे पर आक्रमण करती रही। मैच के 19 वें मिनट में अचीवर के स्ट्राइकर नबी ने अपनी टीम के तरफ से पहला गोल मारकर 1-0 की बढ़त बना ली। सहारा एफसी के खिलाड़ियों ने गोल बराबर करने के लिए बहुत ही प्रयास किया। लेकिन अचीवर एफसी के डिफेंडरों के सामने उनकी एक न चली। फर्स्ट हाफ के बाद अचीवर के खिलाड़ी फैजान ने अपनी टीम के लिए हेड से शानदार दूसरा गोल कर दिया। इस तरह से अचीवर फुटबॉल क्लब की टीम प्रतियोगिता के दूसरे राउंड में एंट्री ले ली। इसके पहले मैच का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि बुद्ध पीजी कॉलेज कुशीनगर के राजनीति विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ जितेंद्र मिश्रा ने दोनों टीम के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करके खेल का प्रारंभ कराया। ‘सौ बार गीता पढ़ने से अच्छा है, एक बार फुटबॉल खेलो’
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में स्वामी विवेकानंद के पंक्तियों को उद्धरित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था, ”सौ बार गीता पढ़ने से अच्छा है एक बार फुटबॉल खेलो। उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप अच्छी तकनीकी और कौशल को सीखने का प्रयास करें। फुटबॉल में जब तकनीक और कौशल का बेहतर अभ्यास हो जाएगा तो आप एक कुशल खिलाड़ी हो जाएंगे। कार्यक्रम का संचालन शारीरिक शिक्षक विवेकानंद मिश्र ने किया आए हुए अतिथियों का स्वागत विद्यालय के शिक्षक आशुतोष नारायण त्रिपाठी और सुशील त्रिपाठी ने किया। निर्णायक की भूमिका में मोहम्मद नईम और धर्मेंद्र ने निभाई । इस अवसर पर काफी संख्या में खिलाड़ी और दर्शक मौजूद रहे ।
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