गोरखपुर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र में नामी कंपनियों के नकली उत्पादों के अवैध कारोबार का बड़ा खुलासा हुआ है। टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड, रेकिट बेंकाइजर (इंडिया) लिमिटेड और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के ब्रांड नाम का दुरुपयोग कर नकली सामान बाजार में सप्लाई किए जाने की शिकायत पर पुलिस ने कंपनी प्रतिनिधियों के साथ संयुक्त कार्रवाई की। सोमवार को छापेमारी में टाटा टी अग्नि (43.75 ग्राम) 240 पैकेट, टाटा प्रीमियम टी (250 ग्राम) 25 पैकेट, फेविक्विक 17,977 पाउच, हार्पिक (250 एमएल) 500 बोतलें, हार्पिक (500 एमएल) 95 बोतलें, हार्पिक (1000 एमएल) 41 बोतलें, पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट (100 ग्राम) 420 ट्यूब मिला है। ये सारे सामान नकली थे। पैकेट पर कंपनी का नाम लिखकर बेचा जा रहा था। इस मामले में गोदाम संचालक के खिलाफ कापीराइट एक्ट, ट्रेडमार्क एक्ट और भारतीय न्याय संहिता के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गोरखनाथ थाने में की थी शिकायत स्पीड सर्च एंड सिक्योरिटी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड के जांच अधिकारी शिवम गुप्ता ने गोरखनाथ थाना प्रभारी को लिखित शिकायत देकर बताया था कि थाना क्षेत्र में एक आपूर्तिकर्ता नामी कंपनियों के नकली उत्पादों को असली बताकर क्रय-विक्रय और सप्लाई कर रहा है। शिकायत के अनुसार इससे कंपनियों की छवि और राजस्व को नुकसान पहुंच रहा है, वहीं उपभोक्ताओं के साथ भी धोखाधड़ी हो रही है। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए थाना प्रभारी शशिभूषण के निर्देश पर एसआई ऋषभ सिंह और कांस्टेबल शुभम सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। कंपनी की जांच टीम के साथ सोमवार दोपहर ललिता पुरम, राजेंद्र नगर कॉलोनी स्थित एक नामरहित गोदाम पर छापा मारा गया। मौके पर दिनेश कुमार दासवानी, निवासी पुराना गोरखपुर विजयनगर, मौजूद मिले, जिन्होंने स्वयं को गोदाम का स्वामी बताया। पुलिस ने गोदाम मालिक को हिरासत में ले लिया है। तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में नकली उत्पाद बरामद हुए। पुलिस और कंपनी प्रतिनिधियों ने प्रत्येक ब्रांड का एक-एक नमूना जांच के लिए अलग किया। शेष नकली माल को 16 बोरियों में भरकर मौके पर ही सील किया गया। इसके साथ ही कंपनियों की ओर से मिलान के लिए उपलब्ध कराए गए मूल (ओरिजिनल) उत्पादों को भी अलग से सील कर कब्जे में लिया गया। सभी बरामदगी को विधिवत कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। थानाप्रभारी के अनुसार प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट है कि अभियुक्त द्वारा संगठित तरीके से नकली उत्पादों का कारोबार किया जा रहा था। नेटवर्क की कड़ियों, सप्लाई चैन और अन्य संलिप्त लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है।
गोरखनाथ सीओ रवि कुमार सिंह ने बताया कि जांच में प्रथम दृष्टया ट्रेडमार्क और कापीराइट उल्लंघन कर नकली उत्पादों का अवैध व्यापार सामने आया है। यह पता लगाया जा रहा है कि सामान कहां-कहां सप्लाई किया गया और इसमें और कौन लोग शामिल हैं। कार्रवाई से नकली कारोबार पर बड़ा प्रहार हुआ है।
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