सैंथवार समाज के मसीहा कहे जाने वाले पूर्व विधायक स्व. केदारनाथ सिंह की प्रतिमा से जुड़ा विवाद अब खत्म हो चुका है। इसके साथ ही चर्चित जमीन को लेकर भी अब कोई खींचतान नहीं रही। इस जमीन को फ्री होल्ड कराने वाले उद्यमी ने लगभग 700 वर्ग फीट जमीन प्रतिमा स्थापित करने के लिए दे दी है। जीडीए टावर की ओर इसका गेट होगा। जल्द ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। स्व. केदारनाथ सिंह की प्रतिमा स्थापित करने के लिए शेड बनाया गया है। शुक्रवार की रात तक यहां काम किया गया है। चर्चित जमीन से प्रतिमा हटाकर यहां लायी गई है। उसे स्थापित भी कर दिया गया है। वहां काम कराने वाले लोगों ने बताया कि मूर्ति का विवाद अब खत्म हो चुका है। प्रतिमा के समक्ष मनाई जाएगी 13वीं पुण्यतिथि
स्व. केदारनाथ सिंह की प्रतिमा पुरानी जगह से लगभग 50 मीटर दूर उसी जमीन के एक हिस्से में स्थापित हुई है। विवाद के कारण उनकी जयंती पर कोई प्रतिमा तक नहीं जा पाया था। लेकिन 13वीं पुण्यतिथि आज शनिवार को भव्य तरीके से मनाया जाएगा। प्रतिमा के सामने सड़क पर टेंट लगाया गया है। यहां एक लेन पर यातायात डायवर्ट भी रहेगा। सैंथवार समाज के नेता इस कार्यक्रम में जुटेंगे। 95 हजार वर्ग फीट जमीन का था विवाद
यह विवाद लगभग 95 हजार वर्ग फीट जमीन से जुड़ा था। पार्क रोड गोलघर में स्थित इस जमीन पर बने बंगले में स्व. केदारनाथ सिंह किराएदार के रूप में रहते थे। लेकिन इसे एक कंपनी के निदेशकों ने फ्री होल्ड करा लिया था। स्व. केदारनाथ सिंह की ओर से इस मामले में वाद दाखिल किया गया था। यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। केदार सिंह के निधन के बाद उनके बड़े पुत्र अजय कुमार सिंह यह केस लड़ रहे थे। लेकिन 2024 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फ्री होल्ड कराने वाले निदेशकों के पक्ष में जमीन खाली करने का आदेश दिया। एक साल बाद जमीन को स्व. केदारनाथ सिंह के परिवार ने खाली कर दिया। परिवार ने जगह खाली कर दी थी लेकिन वहां स्थापित स्व. केदारनाथ सिंह की प्रतिमा को लेकर सैंथवार समाज मुखर हो गया। प्रतिमा को हटाने की सूचना पर प्रदर्शन भी किया गया। सपा से जुड़े सैंथवार नेता इस मामले को भुनाना चाहते थे। लेकिन भुना नहीं पाए। दो बार सपा का उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल यहां आने वाला था लेकिन दोनों ही बार कार्यक्रम स्थगित हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद इस मामले का पटाक्षेप हो गया। जमीन के साथ दो फ्लैट पर बनी बात
दोनों पक्षों के बीच हुई बातचीत में थ्री बीएचके के दो फ्लैट व प्रतिमा स्थापित करने के लिए 700 वर्ग फीट जमीन देने पर बात बनी। इस बैठक में स्व. केदारनाथ सिंह के बेटे भी शामिल थे। बैठक से बाहर निकलते ही एक बेटे डा. आशीष कुमार सिंह ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से इसकी जानकारी दी। हालांकि उन्होंने कुछ भी लेने से इनकार कर दिया था। मामला सुलझने के बाद चिह्नित जमीन पर निर्माण शुरू हो गया।
स्व. केदारनाथ सिंह के बड़े पुत्र अजय कुमार सिंह ने बताया कि बाबूजी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए जमीन मिल गई है। शुक्रवार की रात में भी वहां काम हुआ है। शेड भी लगा लिया गया है। आज उनकी 13वीं पुण्यतिथि उस स्थान पर मनाई जाएगी।
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