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गोरखपुर में आयुष्मान अभियान- टीका उत्सव की समीक्षा:सेवानिवृत्त पीएमएस को मिला सम्मान, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के दिए निर्देश

गोरखपुर में जिला स्वास्थ्य समिति की शासी निकाय की बैठक विकास भवन सभागार में आयोजित की गई। जिला विकास अधिकारी राज मणि वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की गई। ‘‘आयुष्मान भारत अभियान’’ और ‘‘टीका उत्सव’’ को धरातल पर बेहतर क्रियान्वयन के साथ सफल बनाने पर विशेष जोर दिया गया। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी ब्लॉकों में आपसी समन्वय के साथ लाभार्थियों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जाएं तथा जिन परिवारों के आयुष्मान कार्ड अभी तक नहीं बने हैं, उन्हें तेजी से शामिल किया जाए। सम्मान समारोह में भावपूर्ण क्षण बैठक में जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कुमार को सम्मानित किया गया। 30 नवम्बर को सेवानिवृत्त हो रहे डॉ. संजय के नेतृत्व में आईपीएचएल लैब, इको जांच सुविधा और कई महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं को मजबूती मिली। जिला विकास अधिकारी ने उनके कार्यकाल की सराहना करते हुए कहा कि अस्पताल की कई सेवाओं के सुचारू संचालन में उनकी भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण रही है। एक महीने का आयुष्मान कार्ड विशेष अभियान जिले में 25 नवम्बर से 25 दिसम्बर तक आयुष्मान कार्ड बनाने का विशेष अभियान चल रहा है। इस एक महीने के अभियान का उद्देश्य उन सभी पात्र लोगों को जोड़ना है, जिनके कार्ड अब तक नहीं बन पाए हैं। 70 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले सभी लोगों का शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करना इस अभियान की प्रमुख प्राथमिकता है। नोडल अधिकारी डॉ. अनिल सिंह के निर्देशन में आयुष्मान टीम चिन्हित परिवारों में पहुंचकर तुरंत कार्ड बनवा रही है। साथ ही शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग और अन्य सहयोगी संस्थाएं घर-घर सूचना पहुंचाने में जुटी हैं। सीएमओ डॉ. राजेश झा ने बैठक में निर्देश दिए कि अभियान का उद्देश्य यह है कि कोई भी पात्र लाभार्थी सूचनाओं या सेवाओं की कमी के कारण वंचित न रह जाए। 12 गंभीर बीमारियों से बचाव पर जोर दिसम्बर माह में जिले में ‘‘टीका उत्सव’’ आयोजित किया जाएगा, जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी तेज कर दी है। अभियान के तहत सभी टीकाकरण सत्र स्थलों पर नियमित टीकाकरण को प्राथमिकता मिलेगी। बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सत्रों की योजना, टीका आपूर्ति और ड्यू लिस्ट की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।वंचित समुदायों, गर्भवती महिलाओं और किशोर–किशोरियों तक विशेष पहुंच बनाकर उन्हें टीडी और अन्य महत्वपूर्ण टीकों के लिए प्रेरित किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि 12 गंभीर और जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण सबसे प्रभावी उपाय है, जिसे व्यापक पैमाने पर प्रचारित किया जाएगा। डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार बैठक में जिले के सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। जहां अच्छे प्रदर्शन वाले ब्लॉकों की सराहना हुई, वहीं कमजोर प्रदर्शन वाले ब्लॉकों और अस्पतालों को चेतावनी दी गई। सीएमओ ने बताया कि अस्पतालों की निगरानी के लिए विशेष टीम गठित कर दी गई है और रात्रिकालीन निरीक्षण भी शुरू हो चुका है। शहरी क्षेत्र में डिजिटलाइजेशन के बाद अब सभी शहरी अस्पतालों में ऑनलाइन पर्चे उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे जिला अस्पताल में लाइन लगाने की समस्या काफी कम हुई है। साथ ही 10 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों में पैथोलॉजिकल सैम्पलिंग की सुविधा भी शुरू हो चुकी है। बैठक में सभी सरकारी अस्पतालों के अधिकारी, अन्य विभागों के जिला स्तरीय प्रतिनिधि और सहयोगी संस्थाओं के सदस्य मौजूद रहे। बैठक में सभी ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए सामूहिक प्रयास की प्रतिबद्धता जताई।


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