गोरखपुर के दुर्गाबाड़ी रेलवे क्रॉसिंग पर रविवार देर शाम को हुआ हादसा महज एक दुर्घटना नहीं, बल्कि व्यवस्था की चूक और पलभर के भ्रम का भयावह नतीजा था। बंद क्रॉसिंग पर एक साथ मालगाड़ी और मोरध्वज एक्सप्रेस के आ जाने से ऐसी स्थिति बनी कि सविता यादव (32) और पड़ोस की रहने वाली मासूम बच्ची शिया (8) और मिष्ठी (9) को संभलने का मौका तक नहीं मिला। दो ट्रेनों के तेज हार्न के बीच जिंदगी कुछ सेकेंड में थम गई और दुर्गाबाड़ी इलाके में मातम पसर गया। हादसे में सविता यादव और शिया की मौत हो गई। जबकि मिष्ठी जिंदगी और मौत के बीच एक निजी अस्पताल में जंग लड़ रही है। उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। शव देखकर घर में मची चीख-पुकार पोस्टमार्टम के बाद शाम करीब पांच बजे जब सविता यादव और मासूम शिया का शव घर लाया गया। तब पूरे मोहल्ले में चीख-पुकार मच गई। शिया के शव से लिपटकर पिता अमित यादव बोले- मेरा खिलौना छीन गया। कल तक घर की रौनक रही शिया, मोहल्ले वालों की आंखों का तारा, सफेद कफन में लिपटी हुई थी। उसकी मासूमियत और हंसी अब केवल यादें रह गईं। वहीं सविता के शव से लिपटकर उसका 12 साल का बेटा स्वस्तिक बार-बार मां का चेहरा देखने की जिद करता रहा। लोग उसे यही कहकर रोकते रहे कि चेहरा खराब हो गया है। पर उस मासूम को क्या पता था कि अब उसकी मां कभी जवाब नहीं देगी। सविता को सुहागन के जोड़े में अंतिम विदाई दी गई। सविता और शिया की अर्थी एक साथ उठी, तो पूरा मोहल्ला रो पड़ा। शाम करीब छह बजे दोनों शवों को राजघाट ले जाया गया। वहां एक तरफ सविता का अंतिम संस्कार किया गया, तो महज 50 कदम की दूरी पर मासूम शिया के शव को दफनाया गया। यह मंजर देख वहां मौजूद मोहल्ले के लोग अपने आंसू रोक नहीं सके। ट्रेन गुजरने का इंतजार कर रही थीं महिला और बच्ची प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गोरखनाथ रोड पर नए ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है। इस वजह से दुर्गाबाड़ी क्रासिंग बंद रहती है। क्रॉसिंग बंद थी और एक ट्रेन के गुजरने का इंतजार हो रहा था। इसी दौरान हुमायुंपुर उत्तरी यादव टोला निवासी सविता, सामने रहने वाली बच्ची शिया और मिष्ठी के साथ पटरी के पास खड़ी थी। गेटमैन का कहना है कि मालगाड़ी निकल रही थी, तभी मोरध्वज एक्सप्रेस अचानक सामने से आ गई। तेज हार्न, शोर और अफरातफरी के बीच सविता और दोनों बच्चे पटरी पर ही ठहर गई। अगले ही पल दोनों ट्रेनों की चपेट में आने से तीनों पटरी किनारे पत्थर पर जा गिरे। हादसे में सविता और शिया की मौत हो गई, जबकि मिष्ठी गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे की खबर फैलते ही दुर्गाबाड़ी इलाके में कोहराम मच गया। लोग बदहवास होकर मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक सब खत्म हो चुका था। सूचना पर रेलवे और पुलिस के अधिकारी भी पहुंचे। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
स्थानीय लोगों राजू, जीतेंद्र व जीतू कहना है कि दुर्गाबाड़ी क्रॉसिंग पर पहले भी कई बार ऐसी खतरनाक स्थिति बन चुकी है। ट्रेनें तेजी से गुजरती हैं, जबकि क्रॉसिंग पर आवाजाही लगातार बनी रहती है। लोगों ने आरोप लगाया कि यदि समय पर स्पष्ट संकेत और निगरानी होती तो यह हादसा टल सकता था। गली में पसरा रहा सन्नाटा
जिस गली में कल तक बच्चों की हंसी सुनाई देती थी, सोमवार को वहां सन्नाटा पसरा था। हर दरवाजे पर शोक की चुप्पी थी। एक ही मोहल्ले से दो अर्थियां उठ रही थीं। सविता यादव के घर के बाहर लोगों का तांता लगा हुआ था। ऑटो चालक पति हेमंत यादव बदहवास हालत में बैठे थे। बार-बार यही कहते नजर आए, बस बाजार ही तो गई थी, ऐसे कैसे…। मोहल्ले की महिलाएं रोते हुए कह रही थीं कि सविता हर किसी का ख्याल रखती थीं और बच्चों से बहुत प्यार करती थीं। घर की रौनक थी शिया सविता के घर के सामने शिया का घर भी गम में डूबा था। आठ साल की शिया घर की रौनक थी। पिता अमित कुमार यादव व उनकी पत्नी शव के पास बेसुध होकर बैठे हुए थे। शिया का भाई अनुराग यादव, जो कक्षा छह में पढ़ता है, बहन की किताबों और खिलौनों को देखकर फूट-फूटकर रो पड़ा। मोहल्ले के लोग बताते हैं कि शिया बहुत चंचल थी। स्कूल से लौटते ही गली में खेलना उसकी दिनचर्या थी। रविवार को भी वह दोस्तों के साथ खेल रही थी, तभी सविता उसे बाजार ले जाने लगीं। एक चॉकलेट की खुशी मासूम की जिंदगी की आखिरी खुशी बन गई। ये थी पूरी घटना यूपी के गोरखपुर में रविवार शाम बड़ा हादसा हुआ। यहां गोरखनाथ ओवरब्रिज के नीचे रेलवे क्रासिंग पर एक महिला और 2 बच्चियां ट्रेन से कट गईं। मौके पर चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े। घायलों को परिजन प्राइवेट हॉस्पिटल लेकर गए। जहां महिला और एक बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया है। दूसरी बच्ची की हालत गंभीर है। जानकारी के अनुसार, महिला पड़ोस की रहने वाली दो बच्चियां को लेकर दुर्गा वाड़ी चौराहा जा थी। तीनों क्रॉसिंग पार रही थीं। एक ट्रैक पर अचानक मालगाड़ी आ गई और दूसरे ट्रैक पर मोरध्वज एक्सप्रेस। हड़बड़ी में महिला और दोनों बच्चियां मोरध्वज एक्सप्रेस की चपेट में आ गईं। घटना घर से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई। घटना से जुड़ी 3 तस्वीरें देखिए… अब पढ़िए पूरा मामला अलग-अलग परिवारों की बच्चियां
गोरखनाथ थाना क्षेत्र के हुमांयुपुर उत्तरी यादव टोला की सविता यादव (32 साल) रविवार शाम दुर्गाबाड़ी मार्केट गई थी। उसके साथ पड़ोस में रहने वाली दो बच्चियां शिया यादव (8 साल) और कनक यादव उर्फ मिट्ठी (7 साल) भी थीं। दोनों बच्चियां अलग-अलग परिवारों की हैं। गोरखनाथ ओवरब्रिज के नीचे तीन रेलवे लाइन हैं। करीब 4:30 बजे सविता रेलवे लाइन पार कर रही थी। एक पटरी पर मालगाड़ी गुजर रही थी, तो वह दूसरे ट्रैक पर खड़ी हो गई। तभी हॉर्न बजा, सविता को लगा मालगाड़ी ने हॉर्न दिया है। उसी समय मोरध्वज एक्सप्रेस 14691 जम्मूतवी जा रही थी। सविता ने बच्चियों का हाथ पकड़ा और बचने की कोशिश करने लगी। लेकिन तीनों एक्सप्रेस की चपेट में आ गईं। सविता और कनक की जान गई
एक्सप्रेस की चपेट में आकर तीनों बुरी तरह घायल हो गए। पटरी किनारे तड़प रहे थे। मौके पर पहुंचे परिजन और पुलिस सभी को अस्पताल लेकर गए। जहां सविता यादव और शिया यादव को मृत घोषित कर दिया गया। कनक की सांस चल रही थी। उसे सविता हॉस्पिटल भिजवाया गया। जहां गंभीर हालत में उसका इलाज चल रहा है। सविता यादव के पति हेमंत यादव ऑटो चलाते हैं। एक बेटा स्वस्तिक कक्षा 6 में पढ़ता है। मां की मौत के बाद उसका रो-रोकर बुरा हाल है। शिया के पापा अमित कुमार यादव ड्राई फ्रूट की दुकान पर काम करते हैं। भाई अनुराग यादव 6 में पढ़ता है। मिट्ठी के पिता अमरेश साहनी दुबई रहते हैं। मिट्ठी का दो साल का भाई दिव्यम है। मिट्ठी के मम्मी शोभा साहनी है। घटना के बाद घटनास्थल पर चीख पुकार मच गई। कोतवाली, गोरखनाथ पुलिस के साथ ही जीआरपी ने घटना स्थल पर पहुंच कर छानबीन शुरू कर दी है। शिया के बाबा ने बताया- दोनों बच्चियों साथ ही खेलती थी
शिया के बाबा गुड्डू यादव ने बताया- ये सभी लोग मार्केट गए थे। वहीं जाते समय यह घटना हो गई। मेरी पोती शिया यादव की भी मौत हो गई है। सविता हमारे भांजे की वाइफ है। मेरी पोती बहुत अच्छी थी। दोनों बच्चियां साथ ही खेलती थीं। शिया की मां की हालत खराब है। उसका रो-रोकर बुरा हाल है। सदर कोतवाली थाना प्रभारी छात्रपाल सिंह ने बताया- दोनों मृतक का शव मॉर्च्युरी में रखवा दिया गया है। सोमवार को मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। एक बच्ची का प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। ———————— ये खबर भी पढ़ें… हिंदू प्रेमिका की गर्दन काटी, शादी करना चाहती थी:निकाह से एक दिन पहले गिरफ्तार, सहारनपुर से ले गया…न्यूड करके लाश फेंकी सहारनपुर की रहने वाली उमा नाम की महिला की गर्दन कटी नग्न लाश हरियाणा के यमुनानगर में एक हफ्ते पहले मिली थी। इस मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। उमा की हत्या करने वाला प्रेमी बिलाल निकला। बिलाल दो साल उमा के साथ लिव इन में रहा। युवती पहले से ही शादीशुदा थी और एक बच्चे की मां थी। पढ़ें पूरी खबर…
https://ift.tt/oMp37vI
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply