गोंडा पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने वायु प्रदूषण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 10 या 15 साल पुरानी गाड़ियों को बैन करने का मतलब उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने और नई गाड़ियां बिकवाने का खेल है। अगर वास्तव में वायु प्रदूषण को कम करना है और आम आदमी को सुरक्षित रखना है, तो किसानों के बीच जाकर काम करने की जरूरत है। किसानों को पराली न जलाने के लिए मुआवजा दिया जाए, आधुनिक मशीनें उपलब्ध कराई जाएं, जिनसे धान की पराली को खेत में ही जोता जा सके। उन्होंने कहा कि पहले किसानों को समझाया जाए और अगर वे न मानें तो सख्ती भी की जाए, लेकिन गाड़ियों पर लगाई जाने वाली सख्ती केवल बाजार बढ़ाने के लिए होती है। बृजभूषण शरण सिंह बोले-सबसे बड़ी समस्या पराली जलाना समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी द्वारा होलिका दहन और दाह संस्कार से प्रदूषण होने संबंधी बयान पर कहा कि वायु प्रदूषण की असली और सबसे बड़ी समस्या पराली जलाना है, लेकिन इस पर जानबूझकर ध्यान नहीं दिया जाता। सर्दियों में जिनके घरों में हीटर की व्यवस्था नहीं होती, वे पत्तियां और लकड़ी जलाकर ठंड से बचते हैं। जिससे धुआं निकलता है। इसी तरह जिन घरों में गैस कनेक्शन नहीं है, वहां चूल्हे पर खाना बनाने से भी वायु प्रदूषण होता है। पराली जलाने की पूरी जिम्मेदारी जिलाधिकारी की होती है। 500 से 1000 फीट की ऊंचाई तक पराली के धुएं की एक मोटी परत दिखाई देती है। जो पूरी तरह मानव निर्मित होती है। बिहार और उत्तर प्रदेश के देवरिया, गोरखपुर, बस्ती और अयोध्या जैसे जिलों में आज तक किसी भी डीएम ने पराली जलाने के मामले में कोई ठोस कार्रवाई या मुकदमा दर्ज नहीं कराया। सरकार को इन मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए पूर्व सांसद ने कहा कि अगर वायु प्रदूषण की असली समस्या पर ध्यान दिया जाए तो सरकार को पराली के मुद्दे को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि एक एकड़ खेत की पराली जितना धुआं देती है, उतना धुआं एक ईंट का भट्ठा पूरे साल में देता है, जबकि भट्ठों के लिए सख्त कानून बने हुए हैं। आरके चौधरी पर निशाना साधते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि हर विषय पर बिना समझ के ज्ञान देना ठीक नहीं है। यही लोग पहले भगवान राम को काल्पनिक बताते थे, राम मंदिर का विरोध करते थे और रामसेतु को भी काल्पनिक कहते थे। ऐसे में विवादित बयानों से बचते हुए असली समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। ………………………………….. ये खबर भी पढ़ें… योगी बोले-देश में दो नमूने, एक दिल्ली, दूसरा लखनऊ में, अखिलेश ने कहा- यह आत्मस्वीकृति; भाजपा की आपसी खींचतान चौराहे पर न लाएं यूपी विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। प्रश्न काल के दौरान सीएम योगी ने कफ सिरप मामले में सपा के आरोपों पर कहा- प्रश्न क्या है, मुद्दे क्या उठाए जा रहे हैं। पूरा अध्ययन करके आना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कोडीन के मुद्दे को उठाया है, लेकिन मैं आपकी इस मजबूरी को समझता हूं। पढ़ें पूरी खबर…
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