गोंडा जिले में इंजीनियर अभिषेक श्रीवास्तव आत्महत्या मामले में ब्लैकमेलर बैंक कैशियर अजीत सिंह और उसकी पत्नी सोनल सिंह को न्यायालय ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कोतवाली से जेल ले जाते समय आरोपी बैंक कैशियर अजीत सिंह पुलिसकर्मियों के साथ हंसता हुआ नजर आया। पुलिस हिरासत में अजीत सिंह रैंप वॉक करता हुआ जेल गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ब्लैकमेलर पत्नी सोनल सिंह के चेहरे पर भी कोई शिकन नहीं थी। वह भी अपने पति के साथ खड़ी होकर कोतवाली के बाहर पुलिसकर्मियों द्वारा फोटो खींचने के दौरान पोज देती नजर आई। नगर कोतवाली पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर पूछताछ के दौरान भी दोनों आरोपी बार-बार हंस रहे थे। उन्होंने इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिसकर्मियों द्वारा डांटने के बावजूद वे नहीं माने और कहते रहे कि “इसमें हमारी क्या गलती है, कोई मर गया तो उससे हमको क्या मतलब है।” कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों ने पुलिस जांच में सहयोग किया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मृतक इंजीनियर अभिषेक श्रीवास्तव के चचेरे भाई उद्भव श्रीवास्तव ने बताया कि “आज भी अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। वे नगर कोतवाली में खुलेआम हंस रहे हैं और रैंप वॉक करते हुए जेल जा रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि “इन लोगों ने मेरे भाई के परिवार को पूरी तरह उजाड़ दिया है। अब उसकी पत्नी घर पर अकेली है, घर पर अब कोई रहने वाला नहीं है।” इस तरीके से करने के बाद इन लोगों को कोई भी पछतावा नहीं है उल्टा यह लोग हंस रहे हैं भगवान इन्हें माफ नहीं करेगा। आपको बता दे कि बीते 28 सितंबर को जब शादीशुदा गर्लफ्रेंड सोनल सिंह ने इंजीनियर अभिषेक श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। तब भी कोतवाली में अभिषेक श्रीवास्तव के सामने सोनल सिंह और उसके पति दोनों हंस रहे थे कि अब तो यह हमारे चंगुल में फंसा है। कोतवाली में अभिषेक सिंह दोनों से 28 सितंबर को भी कह रहा था कि मेरी कोई गलती नहीं है आप लोग मुझे गलत फंसा रहे हैं। मेरी बहन घर पर रहेगी लेकिन इन दोनों लोगों ने कहा कि हमसे उससे क्या मतलब है। इसके बाद नगर कोतवाली पुलिस ने अभिषेक श्रीवास्तव को हिरासत में लेकर धारा की बढ़ोतरी करके उसे बीते 28 सितंबर को जेल भेज दिया था। जेल से 12 अक्टूबर को छूट कर जब अभिषेक सुबह 8:00 बजे घर पहुंचा तो सोनल सिंह और उसके पति द्वारा देख करके उसे हंस जा रहा था और उसका मजा यह लोग ले रहे थे। लेकिन वह कोई रिएक्शन करने के बजाय सीधा अपने घर में गया और 12 दिन बाद अपने बहन को पाने के बाद अपने बहन से लिपट करके जोर-जोर से रोने लगा। दोपहर 12:00 बजे 12 अक्टूबर को जब घर से कहीं बाहर निकालने के लिए जाने लगा। तो भी यह लोग अपने घर के बाहर खड़े होकर के उसे देखकर के हंस रहे थे लेकिन अभिषेक ने उसे भी दरकिनार किया और उसके बाद बाजार गया था। 17 सितंबर को सुसाइड करने से पहले 16 दिसंबर को अभिषेक श्रीवास्तव परेशान होकर के अपने घर से बाहर निकाला। तो देखा की गली में सोनल सिंह अकेले घूम रही है अभिषेक ने हाथ जोड़कर कहा था कि आप मुकदमे को खत्म कर लीजिए मेरा परिवार बर्बाद हो जाएगा। तो सोनल सिंह ने हंसते हुए कहा था कि तुम्हारा परिवार बर्बाद हो जाए चाहे तुम बर्बाद हो जो मेरा इससे क्या मतलब है। मुझे पैसा दे दो मैं मुकदमा खत्म कर लूंगी अपना घर बेचकर ही मुझे पैसा दे दो लेकिन मुझे पैसा चाहिए इतनी बात सुनने के बाद अभिषेक दोबारा हाथ जोड़कर रोने लगा फिर भी सोनल नहीं मानी इसके बाद वह अपने घर में चला गया।
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