गोंडा में 25 साल के इंजीनियर अभिषेक श्रीवास्तव के सुसाइड मामले में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। उसके घर के सामने रहने वाली शादीशुदा महिला दिल दे बैठा था, लेकिन वह उसके साथ प्यार का नाटक करती रही थी। हकीकत में उसकी नजर उसकी प्रॉपर्टी पर थी। पहले अकेले ही इस खेल में शामिल थी। मगर जब उसके पति को इस बात का पचा चला तो वह भी नाटक में शामिल हो गया। फिर दोनों उससे पैसे ऐंठने लगे। 6 महीने में 7 लाख रुपए ऐंठ लिए, तो अभिषेक महिला के नाटक को समझ गया और दूरी बना ली। इसके बाद प्रेमिका उस पर बातचीत का दबाव बनाने लगी। वह नहीं माना तो तो झूठा केस दर्ज करा दिया। आरोप लगाया कि इंजीनियर ने उसके अश्लील फोटो को खींच लिए और ब्लैकमेल कर रहा है। पुलिस ने इंजीनियर को अरेस्ट कर जेल भेज दिया। जेल से छूटा तो केस खत्म करवाने के लिए महिला और उसका पति 10 लाख रुपए मांगने लगे। एफडी तोड़ने का दबाव बनाया। आखिरी में अभिषेक टूट गया। सारे सबूत इकट्ठा किए। गुरुवार शाम अ कमरे में चैटिंग और वॉट्सऐप चैट और वीडियो कॉल के 35 पन्नों प्रिंटआउट लगाए और फंदे से लटककर जान दे दी। सीओ सिटी ने बताया- सोनल और उसके पति अजीत पर सुसाइड के उकसाने का केस दर्ज किया गया है, दोनों को हिरासत में ले लिया गया है। घटना से जुड़ीं 3 तस्वीरें देखिए- इंजीनियर अभिषेक के जानलेवा इश्क की पूरी कहानी 5 पॉइंट में पढ़िए… 1- वर्क फ्रॉम होम के दौरान पड़ोसी शादीशुदा महिला से इश्क हुआ
पुलिस के मुताबिक, गायत्री पुरम में 5 हजार स्कवायर फीट से ज्यादा में 25 साल के अभिषेक श्रीवास्तव का घर बना है। उसके पिता अशोक श्रीवास्तव गोंडा में सीनियर वकील थे।7 साल पहले मौत हो चुकी है। उनके पैतृक गांव मधई मेंग 25 बीघा जमीन है। निधन के बाद जमीन अभिषेक के नाम पर आ गई। गोंडा कचहरी से वकीलों ने चंदा जुटाकर उसे 10 लाख रुपए दिए थे। पिता का 25 लाख फिक्स डिपाजिट अभिषेक को मिला था। उसकी मां का भी निधन हो चुका है। उनकी मौत के बाद भी अभिषेक को 10 लाख रुपए बीमे की रकम मिली थी। अभिषेक श्रीवास्तव (25) JSW पेंट कंपनी में इंजीनियर था। उसे 45 हजार रुपए सैलरी अभिषेक को मिलती थी। अभी वर्क फ्रॉम होम कर रहा था। घर में वह बहन आस्था के साथ रहता था। अभिषेक के घर के ठीक सामने 32 साल की सोनल सिंह का मकान है। उसका पति अजीत बलरामपुर की तुलसीपुर शाखा में उप्र ग्रामीण बैंक में कैशियर है। अभिषेक 2 साल से वर्क फ्रॉम होम कर रहा था। जब सोनल का पति बैंक चला जाता था तो वो अक्सर बालकनी में आकर अभिषेक से बात किया करती थी।
जनवरी 2025 में ये बातचीत धीरे धीरे प्यार में बदल गई। 2- बैंक कैशियर पति संग मिलकर प्रॉपर्टी हड़पने का प्लान बनाई सोनल पति के न रहने पर अक्सर अभिषेक से मिलने उसके घर जाती थी। कई बार अभिषेक उससे मिलने उसके घर चला जाता था, लेकिन अभिषेक उसके नाटक को समझ नहीं पा रहा था। अभिषेक ने जनवरी से लेकर जुलाई तक सोनल को 2 लाख की शॉपिंग करा डाली। इसके अलावा अलग–अलग काम के बहाने 5 लाख तक नकद भी ले चुकी थी। लेकिन इसी दौरान दोनों के अफेयर की भनक सोनल के पति अजीत को हो गई। उसने सोनल से झगड़ा किया। मगर सोनल से उसे प्यार का नाटक करने और अभिषेक की करोड़ों की प्रॉपर्टी पर हड़पने के प्लान की बात बताई, फिर वह भी इसमें शामिल हो गया। जुलाई 2025 में अभिषेक श्रीवास्तव के घर के सामने अजीत कूड़ा फेंकने लगा, जिससे दोनों में झगड़ा हो गया। 3- पति-पत्नी ने साजिश से जेल भिजवाया, फिर भी नहीं टूटा
अभिषेक के परिजनों ने बताया कि सोनल के पति से झगड़े वह दोनों के ड्रामे को समझ गया था। इसके बाद सोनल के साथ अपना रिश्ता खत्म कर लिया। ब्रेकअप के बाद सोनल और अजीत की प्लानिंग पर पानी फिरने लगा। दोनों को लगने लगा कि अब अभिषेक की प्रॉपर्टी उनके हाथ से निकल जाएगी। जिसके चलते सोनल अभिषेक से दोबारा बात करने का प्रयास करने लगी। वॉट्सऐप पर मैसेज करती और आते-जाते बात करने की कोशिश करती, लेकिन अभिषेक उसका रिस्पॉन्स नहीं देता था। काफी प्रयास के बाद जब अभिषेक नहीं माना तो सोनल ने पति अजीत के साथ उसे डराने धमकाने के लिए ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी। लेकिन अभिषेक नहीं टूटा। उसने साफ कह दिया कि जो करना हो कर लो। मैं दबाव में नहीं आने वाला। इसके बाद दोनों पति-पत्नी ने साजिश रची। उसके खिलाफ 30 सितंबर को सोनल सिंह ने गोंडानगर कोतवाली में तहरीर देकर एक मुकदमा दर्ज करवाया था। आरोप लगाया कि कि इंजीनियर अभिषेक ने उसके अश्लील फोटो को खींच लिये और उसे ब्लैकमेल कर रहा है। नगर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके 30 सितंबर को इंजीनियर अभिषेक को ब्लैकमेलिंग के आरोप में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। 4- जेल से लौटा तो पति-पत्नी परेशान करने लगे 15 अक्टूबर तक अभिषेक ब्लैकमेलिंग के आरोप में गोंडा के मंडलीय कारागार में बंद रहा। बहन आस्था ने बताया कि जेल से छूटने के के बाद अभिषेक पूरे षडयंत्र को बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। अपनी बेइज्जती के बाद घर से निकलता नहीं था। सोनल सिंह और उसका पति अजीत बार-बार उसपर कमेंट कर रहे थे। जिससे वो परेशान रहने लगा। घर में वो खाना तक नहीं खाता था। कई दिन छुट्टी लेकर घर में चुपचाप बैठा रहा। इस तनाव में वो कई बार बेहोश भी हो चुका था। उसका इलाज भी चल रहा था। 4- 10 लाख रुपए मांगे, FD तोड़ने का दबाव बनाया पुलिस के मुताबिक, अभिषेक ने सोनल और उसके पति से मुकदमे को खत्म करने के लिए कई बार बात की, लेकिन बार-बार दोनों ने धमकाया और पैसे मांगे। नवंबर 2025 को पति-पत्नी ने मुकदमा खत्म करने के लिए अभिषेक को घर बुलाकर 10 लाख रुपए की डिमांड रखी। अभिषेक ने कहा कि इतना पैसा नहीं दे पाएंगे तो 8 लाख देने की बात की। इसके बाद भी अभिषेक नहीं माना तो पांच लाख देने को कहा। मगर अभिषेक ने बहन की शादी का हवाला देकर पैसे देने से मना कर दिया। इसके बाद दोनों ने 2 लाख रुपए की मांग रखी। अभिषेक देने को तैयार हो गया, लेकिन सोनल ने एक शर्त रखी कि अगर भविष्य में कभी पैसे की आवश्यकता पड़ेगी तो अभिषेक पैसा देगा। उसके लिए चाहे जमीन बेचनी पड़े या 25 लाख का फिक्स डिपाजिट तोड़ना पड़े। 15 दिसंबर को फिर अभिषेक ने मुकदमे को खत्म करने के लिए सोनल से बात की। लेकिन सोनल उसी शर्त को लेकर अड़ी रही कि आगे पैसे की जरूरत पड़ी तो देने पड़ेंगे। इस शर्त को अभिषेक मानने को तैयार नहीं था। उसने कहा कि मेरे पास इतनी ही प्राॅपर्टी है, जिससे मुझे बहन आस्था की शादी करनी है। लेकिन साेनल और अजीत नहीं माने। 5- कैमरे में प्रिंटआउट चिपकाए और लटककर जान दी
परेशान होकर अभिषेक 17 दिसंबर को देर शाम बाजार गया और वहां पर पेन ड्राइव में वीडियो कॉल, चैट और पैसों के लेनदेन के स्क्रीन शॉट का प्रिंट आउट निकलवाया। उसे घर लाकर 3 घंटे में एक-एक कर प्रिंट आउट पर लिखा कि कब क्या-क्या हुआ। उसे दीवार पर पिन से सभी फोटो चिपकाए। अपने चाचा के पास गया। उन्हें एक पेन ड्राइव दी। उसे पेन ड्राइव में क्या था? वह अभी तक परिजनों को नहीं पता है। पेन ड्राइव देने के बाद घर आया। बहन आस्था ने बताया कि भाई घर आया तो काफी तनाव में था। मैंने खाना खाने को कहा तो कुछ नहीं बोला। मुझसे कहा कि रो-रोकर कहा कि वे लोग मुझसे पैसे मांग रहे हैं। आगे भी पैसे देने की शर्त रख रहे हैं। तुम्हारी शादी के लिए पैसे रखे हैं, मैं इन लोगों को पैसे नहीं दूंगा। जिस पर मैंने कहा कि जैसा सही लगे करिए।जैसे मैंने उसके पास से गई। उसने अपने कमरे में खुद को बंद कर लिया मैंने कई बार आवाल लगाकर दरवाजा खोलने को कहा। मगर उसने दरवाजा नहीं खोला तो तो चाचा उद्भव श्रीवास्तव को जानकारी दी। इसके बाद चाचा पुलिस के साथ घर पहुंचे। फिर भी दरवाजा नहीं खुला तो पुलिसकर्मियों ने दरवाजे तोड़ा। दरवाजा टूटते ही देखा तो अंदर अभिषेक फांसी के फंदे से लटका हुआ था। मुंह में खुद कपड़ा ठूंसा और दोनों पैर बांधे। स्क्रीनशॉट में ये बातें सामने आईं ———————- ये खबर भी पढ़ें हवनकुंड में महिला को जिंदा जलाने वाले 4 को उम्रकैद, संभल में बेटी के सामने किया था गैंगरेप संभल में गैंगरेप के बाद मंदिर के हवन कुंड में महिला को जिंदा जला दिया गया था। वारदात के साढ़े 7 साल बाद आए फैसले में 4 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। साथ ही कोर्ट ने हर दोषी पर एक लाख 7 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। पीड़ित परिवार ने सभी दोषियों को फांसी की सजा की मांग की थी। पूरी खबर पढ़ें
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