गाजीपुर जिले के गहमर थाना क्षेत्र में 24 दिसंबर को हुए तिहरे हत्याकांड ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। इस मामले में अब तक दो युवकों के शव गांव की पोखरी से बरामद किए जा चुके हैं, जिनका पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार हो चुका है। वहीं तीसरा युवक अब भी लापता है। उसकी तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम लगातार पोखरी और आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन चला रही है। मृतक युवक विकी, सौरभ और अंकित एक बर्थडे पार्टी में शामिल हुए थे। घर लौटते समय कुछ लोगों ने उन्हें रोक लिया, जिसके बाद विवाद इतना बढ़ा कि तीनों की हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार शवों को पोखरी में फेंक दिया गया था, जिससे मामला और भी गंभीर हो गया। पुलिस की लापरवाही पर सवाल इस हत्याकांड से पहले दोनों पक्षों के बीच विवाद हो चुका था, जिसके चलते गहमर थाने में मुकदमा दर्ज था। उस समय थाना अध्यक्ष शैलेश कुमार मिश्रा थे। घटना के बाद वाराणसी रेंज के डीआईजी वैभव कृष्ण मौके पर पहुंचे और जांच के बाद वर्तमान गहमर थाना अध्यक्ष समेत तत्कालीन थाना अध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया गया। दो अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
आरोपियों की तलाश जारी पुलिस ने गहन जांच के लिए कई टीमें गठित की हैं और आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। बिहार से सटे होने के कारण बक्सर जिले समेत यूपी-बिहार सीमा के इलाकों में भी दबिश दी जा रही है। डीआईजी वैभव कृष्ण ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर भरोसा दिलाया कि दोषियों को कानूनी प्रक्रिया के तहत सख्त सजा दिलाई जाएगी। परिजन का बयान मृतक सौरभ सिंह के चाचा वीरभान सिंह ने बताया कि सौरभ शराब के साथ पार्टी में गया था। लौटते समय उसे और उसके साथियों को रोककर बेरहमी से मारा गया। इस घटना में 12 से 15 लोग शामिल थे, जिनमें से 12 नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सौरभ की हत्या कुर्ता से गला घोंटकर की गई और शव पोखरी में फेंक दिया गया।
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