किसानों को निर्धारित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी ने सख्ती बढ़ा दी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि खाद की ओवर-रेटिंग और टैगिंग करने वाले विक्रेताओं को सीधे जेल भेजा जाएगा। जिले को 1,10,594 बोरी यूरिया और मिलने से खाद की कोई कमी नहीं है। जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी प्रतिदिन खाद की आपूर्ति, वितरण और उपलब्धता की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने निगरानी के लिए अधिकारी व कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई है, ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। जिला कृषि अधिकारी बीके सिंह ने बताया कि इस माह जिले में यूरिया, डीएपी, पोटाश, एनपीके और सिंगल सुपर फॉस्फेट लक्ष्य से काफी अधिक उपलब्ध है। किसानों को उनकी मांग के अनुसार उर्वरकों का वितरण किया जा रहा है। इफको यूरिया की रैक से 29,720 बोरी मिली हैं, जिन्हें सहकारी बिक्री केंद्रों पर भेजा जा रहा है। अगले तीन दिनों में गुजरात स्टेट फर्टिलाइजर कंपनी की 4,200 बोरी डीएपी और 19,140 बोरी एनपीके, कृभको की 29,400 बोरी यूरिया, तथा मैट्रिक्स फर्टिलाइजर कंपनी की 51,445 बोरी यूरिया रैक से आ रही है। इसे समितियों और दुकानों पर भेजा जाएगा। इसके अतिरिक्त, ट्रकों से इंडोरामा कंपनी की यूरिया भी पहुंच रही है, जिससे जिले में खाद की कोई कमी नहीं रहेगी। सभी किसानों से अनुरोध है कि वे अपनी खतौनी और आधार कार्ड लेकर जाएं, ताकि उन्हें भूमि के अनुपात में खाद मिल सके। जिलाधिकारी ने एक बार फिर निर्देश दिए कि अधिक मूल्य पर उर्वरक बेचने और अन्य उत्पादों की टैगिंग करने वाले खाद विक्रेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर उन्हें जेल भेजा जाए। अब तक यह हुई कार्रवाई जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि अब तक सात लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं, जबकि 22 निलंबित हुए हैं। एक दुकान को सील भी किया गया है।
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