मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में क्रिसमस सेलिब्रेशन के लिए आए युवक की सड़क दुघर्टना में मौत हो गई। हापुड़ का बेदू पुत्र भारत सरधना चर्च में मेला देखने आया था। बेदू को नहीं पता था कि ये उसकी जिंदगी की आखिरी खुशी होगी। गुरुवार रात बेदू सहित उसके मामा के 2 बेटों की एक्सीडेंट में मौत हो गई। एक परिवार के तीन लड़कों ने दम तोड़ दिया। इतनी बड़ी दुघर्टना से पूरे गांव में गमगीन माहौल है। दैनिक भास्कर की टीम ने मौके पर जाकर पीड़ित परिवारों से बात कर इस दर्द को समझा.. सबसे पहले जो एक्सीडेंट हुआ वो पढ़िए…
हापुड़ निवासी बेदू अपनी मम्मी और बहन के साथ क्रिसमस के दिन मेरठ आया था। बेदू परिवार संग सरधना के ऐतिहासिक बेगम समरु चर्च में क्रिसमस का मेला देखने आया था। सरधना के पास ही पोहल्ली गांव में बेदू के मामा का घर है। तीनों लोग चर्च के बाद मामा के घर पवई चले गए। मामा का बेटा आशू अपने चचेरे भाई आदी के साथ गांव के ही लड़के शिवा पुत्र नीरज की बारात में जाने की तैयारी में था। दोनों ने बेदू से कहा कि वो भी शादी में कंकरखेड़ा चले। तीनों कजिन भाई एक बाइक से शादी में कंकरखेड़ा चले गए। तीनों युवक रात को शादी से लौट रहे थे तभी घर से लगभग 10 किमी दूर हाईवे पर अचानक टक्कर हुई। बाइक में ट्रक की साइड लगने के कारण एक्सीडेंट हो गया। एक्सीडेंट में आदी और बेदू की मौके पर मौत हो गई। जबकि तीसरे भाई आशू को घायल हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां शुक्रवार सुबह उसने भी दम तोड़ दिया। एक घर के तीनों बेटों की मौत हो गई। मूकबधिर आशू भी नहीं बचा
जो तीनों युवकों की मौत हुई है उसमें मरने वाला एक युवक आशू मूकबधिर था।मृतक आशू पुत्र सुखबीर कुल 18 साल का था। आशू मूकबधिर था। उसके पिता मजदूरी करते हैं। आशू के परिवार में पांच भाईबहन हैं। आशू भाई बहनों में चौथे नंबर का था। आशू की मां पूनम, बड़ी बहन कोमल, करिश्मा, निशा और छोटा भाई बंटी है। मृतक आदी एसडी इंटर कॉलेज कंकरखेड़ा में 11वीं कक्षा में पढ़ता था। पिता संजय काम करते हैं। आदी का बड़ा भाई दीशू है। ये हादसा ग्रीनसिटी कालोनी के पास यानि पोहल्ली गांव से लगभग नौ किमी दूरी पर हुआ। वहीं ट्रक चालक ट्रक लेकर मौके से फरार हो गया। परिजन बोले हमारा तो सहारा छिन गया
आशू, बेदू और आदी तीनों ही अपने परिवार के लाड़ले बेटे थे। एक साथ बहन और 2 भाइयों ने अपने बेटे खो दिए। इतने बड़े हादसे से पूरे गांव में दुख का माहौल है। हर आंख गमगीन है। शुक्रवार को तीनों की चिताएं एक साथ जलीं तो पूरा गांव रो पड़ा। गांव में चूल्हे नहीं जले। लोगों ने कहा कि हंसते, खेलते परिवार उजड़ गए। अब पढ़िए गांव के लोगों का क्या कहना है गांव के रहने वाले मेहताब सैफी ने बताया कि तीनों बच्चे एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे जो शादी हमारे मोहल्ले के ही एक व्यक्ति थी। जब यह वहां से खाना खाकर वापस घर लौट रहे थे तो पीछे से एक ट्रक ने टक्कर मार दी। इन तीनों मृतकों में एक बच्चा मुकबाघिर भी है। उस परिवार में तीन बच्चे हैं और तीनों मुखबाघिर थे, उनमें से एक की मौत हो गई है। हालांकि ट्रक चालक का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है और गमगीन माहौल है पूरे गांव में शोक की लहर है। जन प्रतिनिधि भी पहुंचे
आसपा के जिंप प्रत्याशी रविंद्र गुर्जर ने बताया कि गांव के ही एक युवक कपिल ने सूचना दी थी कि गांव में इस प्रकार से हादसा हो गया है क्योंकि मैं वार्ड नंबर 7 से जिला पंचायत की तैयारी कर रहा हूं और यह गांव मेरे वार्ड में आता है इसलिए मैं यहां पहुंचा हूं यह घटना होना इस गांव के लिए बेहद दुखद है युवकों की मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। मुझे पता चला है कि रात में यह किसी शादी समारोह में गए थे उसे दौरान दो की मौके पर मौत हो गई थी और एक की मौत अस्पताल में सबसे ज्यादा दुख का विषय है कि इन मृतकों में एक मुकबाघिर भी है। गांव के रहने वाले विनोद कुमार ने बताया कि जिन लड़कों की मौत हुई है उनमें दो हमारे गांव के हैं और एक हमारे गांव का भांजा है। हालांकि तीनों युवक हसमुख स्वभाव और मिलनसार प्रवृत्ति के थे इस प्रकार से यह हादसा होना बहुत दुखद है। जिस वक्त हादसा वह सुरक्षित तीनों युवक एक शादी समारोह से लौट रहे थे इन युवकों में जिसकी मौत हुई है उनमें से एक वक्त मुकबाघिर भी है
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