कौशांबी के पूरब पश्चिम शरीरा स्थित मां झारखंडी मंदिर प्रांगण में रविवार शाम सकल हिंदू समाज समिति द्वारा हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में हजारों हिंदुओं और महिलाओं ने भाग लिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक ओमप्रकाश मुख्य वक्ता रहे, जबकि गणेशानंद पीठाधीश्वर परमहंस आश्रम लौधना ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। भूपेंद्र मणि त्रिपाठी, रंजना और रामबहोरी चौधरी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्घाटन भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। सम्मेलन में क्षेत्रीय गीत गायकों द्वारा हिंदुत्व से ओत-प्रोत भजन-कीर्तन प्रस्तुत किए गए। पूरे देश में चल रहा कार्यक्रमों का हिस्सा यह आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के तहत पूरे देश में चल रहे कार्यक्रमों का हिस्सा था। कौशांबी जनपद के सभी खंडों, मंडलों, न्याय पंचायतों और गांवों में भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। यह शताब्दी कार्यक्रम वर्ष भर चलेगा। मुख्य वक्ता ओमप्रकाश ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान समय हिंदुओं की जागृति का है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हिंदू इस समय निष्क्रिय रहे, तो हिंदू जाति का भविष्य असुरक्षित हो सकता है, जैसा कि वर्तमान में हिंदू समुदाय पर हो रही घटनाओं से संकेत मिलता है। उन्होंने सभी हिंदुओं से भारत माता की जय के लिए और ‘सभी हिंदू सहोदर हैं’ की भावना से कार्य करने का आह्वान किया। ओमप्रकाश ने अपने जीवन में पांच परिवर्तनों को अपनाने पर जोर दिया। इनमें सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी भाव और नागरिक कर्तव्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन परिवर्तनों को अपनाकर ही भारत एक भव्य राष्ट्र के रूप में उभरेगा। इस दौरान कार्यक्रम में श्रीकृष्ण पाण्डेय, गर्जन सिंह, लवलेश सोनकर, विपिन केशवानी, संजय लोधी, रविनेश कुमार, आकाश कौशल सहित हजारों हिंदू उपस्थित रहे।
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