कोडीन कफ सिरप तस्करी मामले की जांच एक बार फिर तेज हो गई है। गुरुवार को लखनऊ अदालत ने बर्खास्त सिपाही आलोक प्रताप सिंह और उनके सहयोगी अमित टाटा की 55 घंटे की पुलिस रिमांड मंजूर कर दी है। दोनों आरोपी मंगलवार से 14 दिसंबर तक SIT की हिरासत में रहेंगे। जांच एजेंसी इस दौरान नेटवर्क की कमजोर कड़ियों, फाइनेंशियल ट्रेल, फर्जी दस्तावेजों और सप्लाई चेन से जुड़े नए लिंक खंगालने की तैयारी में है। अदालत ने दी रिमांड, SIT करेगी दोबारा पूछताछ कोडीन सिरप तस्करी के बहुचर्चित मामले में SIT ने अदालत से आलोक प्रताप सिंह और अमित टाटा की रिमांड मांगी थी। तर्क दिया गया कि दोनों आरोपियों से अब तक मिले इलेक्ट्रॉनिक और दस्तावेजी साक्ष्यों में कई सवाल अनुत्तरित हैं, जिनकी जड़ तक पहुंचना जरूरी है। अदालत ने SIT की मांग को स्वीकार करते हुए दोनों आरोपियों को 55 घंटे की रिमांड पर भेजने का आदेश दिया। पूछताछ में उभरेंगे नए नाम, नेटवर्क की परतें खुलने की उम्मीद SIT सूत्रों के अनुसार, रिमांड अवधि में फोकस इन बिंदुओं पर होगा आरोपियों की भूमिका, नेटवर्क में उनकी वास्तविक हिस्सेदारी, कोडीन सिरप की सप्लाई के लिए इस्तेमाल फेक ई-वे बिल, बैंक लेन-देन, संपर्कों की कड़ी और राष्ट्रीय स्तर की सप्लाई चेन। जांच टीम का मानना है कि इस पूछताछ से “मुख्य सप्लायर लाइन” और विदेशी कनेक्शन समेत कई नए पहलू सामने आ सकते हैं। आलोक प्रताप और अमित टाटा पर गंभीर आरोप STF की गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों पर फर्जी कागजात, प्रतिबंधित सिरप की अवैध ढुलाई और बड़े रैकेट से लिंक होने के आरोप लगे थे। पहले की जांच में इन दोनों के जरिए शुभम जायसवाल, विभोर राणा, विशाल सिंह और नेटवर्क से जुड़े कई अन्य नामों का खुलासा सामने आया था। जांच एजेंसियों का कहना है कि हालिया बरामदगियों और नए सबूतों ने दोनों को फिर से पूछताछ के केंद्र में ला दिया है। 14 दिसंबर तक SIT हिरासत में रहेंगे आरोपी अदालत के आदेश के अनुसार, दोनों आरोपी कल से 14 दिसंबर तक SIT की कस्टडी में रहेंगे।जांच अधिकारी इस दौरान लोकेशन डेटा, चैट बैकअप, कॉल रिकॉर्ड, फर्जी फर्मों के कागजात और संदिग्ध खातों की डिटेल को क्रॉस-वेरिफाई करेंगे।
https://ift.tt/4iAoFQY
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply