उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद जनपद औरैया की एक बैठक नगर पालिका इंटर कॉलेज औरैया में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष सुनील मिश्रा ने की। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार अग्निहोत्री उपस्थित रहे। बैठक में प्रधानाचार्यों, शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को 5 लाख रुपये तक की कैशलेस चिकित्सा सुविधा लागू न होने का मुद्दा उठाया गया। मुख्य अतिथि राजेश कुमार अग्निहोत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने चार माह पूर्व प्रदेश के समस्त प्रधानाचार्यों, शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को 5 लाख रुपये तक की कैशलेस चिकित्सा सुविधा देने की बात कही थी। हालांकि, इसका शासनादेश अब तक जारी नहीं किया गया है। इस संबंध में प्रधानाचार्य परिषद के प्रांतीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार और शिक्षा निदेशक माध्यमिक को पत्र लिखकर तत्काल शासनादेश जारी करने की मांग की है। परिषद ने तदर्थ प्रधानाचार्यों के विनियमितीकरण की अपनी लंबित मांग को भी दोहराया। जिला अध्यक्ष सुनील मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि जनपद के कई प्रधानाचार्यों को उनके पद का वेतन नहीं मिल रहा है। इस मुद्दे पर जल्द ही जिला विद्यालय निरीक्षक औरैया को एक प्रत्यावेदन दिया जाएगा। इसके बाद, वेतन दिलाने के संबंध में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में जनपद औरैया की ओर से एक सामूहिक याचिका दायर की जाएगी। इस याचिका की जिम्मेदारी प्रधानाचार्य जितेंद्र त्रिवेदी को सौंपी गई है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रधानाचार्य परिषद की मासिक बैठकें आयोजित की जाएंगी, ताकि जिले के प्रधानाचार्यों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। इस दौरान अनेक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने अपनी-अपनी समस्याओं से प्रदेश अध्यक्ष एवं जिला अध्यक्ष को अवगत कराया। बैठक का संचालन जिला महामंत्री (संगठन) प्रकाश चंद गौतम ने किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य परिषद के प्रांतीय संयुक्त मंत्री डॉ अरविंद शुक्ला, जिला संरक्षक अरुण कुमार त्रिपाठी, जिला कोषाध्यक्ष जितेंद्र सिंह राजावत, अशोक कुमार चतुर्वेदी, देवेंद्र सिंह राजावत, उपेंद्र चतुर्वेदी, सचिन कुमार कटियार, संजय त्रिपाठी, राजेश कुमार चौधरी, मिथिलेश कुमार शाक्य, अनिल कुमार दुबे और अमरनाथ पटेल सहित लगभग 50 प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।
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