कुशीनगर में चार दिवसीय सांसद खेल महोत्सव 2025 के समापन के बाद खिलाड़ियों ने व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल उठाए हैं। खिलाड़ियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें समय पर नाश्ता, किराया और नकद पुरस्कार राशि नहीं मिली, जिससे वे नाखुश हैं। खिलाड़ियों के अनुसार, जिला खेल स्टेडियम में खेलों की तैयारी पहले से नहीं की गई थी। उन्हें सुबह 10 बजे बुलाया जाता था और उन्हीं से मैदान तैयार कराया जाता था, जिसके बाद खेल शुरू होते थे। जिले के दूर-दराज के इलाकों से आए खिलाड़ियों को आने-जाने का किराया भी नहीं मिला। खिलाड़ियों ने यह भी बताया कि सुबह के नाश्ते की कोई व्यवस्था नहीं थी। दोपहर का भोजन उन्हें शाम 3 बजे मिलता था, जिसमें केवल पांच पूड़ी और सब्जी होती थी, जो उनके लिए अपर्याप्त थी। कड़ाके की ठंड में प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों ने पुरस्कार वितरण के दौरान भी असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अन्य जिलों में नकद पुरस्कार राशि दी गई है, लेकिन कुशीनगर में ऐसा नहीं हुआ। इस संबंध में जिला खेल अधिकारी रवि निषाद ने आरोपों का खंडन किया। उन्होंने बताया कि नियमानुसार सभी आवश्यक व्यवस्थाएं खिलाड़ियों को दी गईं। निषाद ने यह भी स्पष्ट किया कि नकद पुरस्कार राशि की कोई व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कुछ बच्चों के पास किराया न होने पर उन्होंने अपनी जेब से भी पैसे दिए थे। हालांकि, अन्य जिलों में नकद पुरस्कार की बात सामने आने के बाद कुशीनगर के सांसद विजय दुबे ने इस मामले की जांच का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि वे यह पता लगाएंगे कि क्या अन्य जगहों पर ऐसी व्यवस्था थी।
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