भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक (बीकेयू अराजनैतिक) के कार्यकर्ताओं ने शामली कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी शामली को सौंपा, जिसमें किसान संगठनों में आपराधिक प्रवृत्ति के तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई। ज्ञापन में विभिन्न किसान संगठनों में शामिल आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों की सक्रियता पर चिंता व्यक्त की गई। बीकेयू अराजनैतिक ने इन तत्वों की अवैध गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। जिलाध्यक्ष कालेंद्र मलिक के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने यह ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष ने बताया कि वर्तमान में कुछ तथाकथित किसान संगठनों में ऐसे व्यक्ति पदों पर आसीन हो गए हैं, जिनका आपराधिक इतिहास रहा है। ये लोग किसान हितों की आड़ में व्यापारियों से अवैध उगाही, गरीबों की भूमि पर कब्जा, टोल प्लाजा पर अव्यवस्था फैलाने और थानों पर अनावश्यक धरना प्रदर्शन कर पुलिस-प्रशासन पर दबाव बनाने जैसी गतिविधियों में संलिप्त हैं। यूनियन का कहना है कि इस प्रकार की गतिविधियां न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती हैं, बल्कि वास्तविक किसानों, व्यापारियों और कृषि कार्यों के लिए भी हानिकारक हैं। इससे युवा वर्ग भी गलत दिशा में जा रहा है। ज्ञापन में किसानों से संबंधित अन्य समस्याओं पर भी प्रकाश डाला गया। इनमें गन्ने का मूल्य 30 रुपये बढ़ाने, किसानों पर थोपा गया 12 रुपये का भाड़ा हटाने और आवारा पशुओं द्वारा फसलों को बर्बाद करने जैसी समस्याएं शामिल थीं।
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