किदवई नगर में दंपत्ति व अधिवक्ता समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी कर 44 लाख रुपए हड़पने की रिपोर्ट दर्ज हुई है। धोखाधड़ी का शिकार हुए उस्मानपुर के रहने वाले पीड़ित चाचा-भतीजे ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी। एक एनजीओ का पदाधिकारी है, जिसने अधिवक्ता अखिलेश दुबे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसे पत्नी समेत आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने जांच शुरू की है। 200 वर्ग का प्लाट खरीदने को कहा उस्मापुर कालोनी निवासी आर्डिनेंस फैक्ट्री से सेवानिवृत्त जितेंद्र नाथ श्रीवास्तव ने बताया कि उनके भतीजे आशीष की दोस्ती नौबस्ता के आवास विकास हंसपुरम में रहने वाले प्रापर्टी डीलर अंकित शर्मा से थी। अंकित ने 2022 में उनकी मुलाकात अपने जीजा आवास विकास निवासी शैलेंद्र कुमार से कराई थी। उन्होंने साकेत नगर में एक 200 वर्ग का प्लाट बिकाऊ बताया और कहा कि उसे खरीद लें। प्लाट के तीन लोग मालिक है, जिनसे उनकी बात हो चुकी है। एक करोड़ 20 लाख रुपए में प्लाट का सौदा तय हुआ। एक तिहाई हिस्से की रजिस्ट्री कराई इसके बाद शैलेंद्र ने बताया कि उन्होंने एक तिहाई हिस्सा खरीद रखा है। बाकी हिस्सा खरीदने को लेकर बात चल रही है। रुपयों की मांग होने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना लिखा-पढ़ी के रकम देना संभव नहीं है और मना कर दिया। इस पर उनके अधिवक्ता गोविंद नगर निवासी अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि वह एक तिहाई हिस्से का भुगतान करके रजिस्ट्री करवा लें। इस पर राजी होकर चेक से 24 लाख और 16 लाख रुपए भुगतान करके एक तिहाई हिस्से की रजिस्ट्री करवा ली। इतना ही अंकित ने 50 हजार रुपए दलाली भी ली। कुछ दिन बाद बाकी हिस्से के लिए बतौर बयाना चार लाख और लिया और फिर रजिस्ट्री करने को लेकर टरकाने लगे। करीब दो साल बीतने के बाद शैलेंद्र ने उन्हें फोन किया और कहा कि उनकी रजिस्ट्री गलत हो गई है। वह उनकी रकम ब्याज सहित वापस कर देंगे, लेकिन रुपए वापस नहीं किए। शैलेंद्र का कामकाज देखने वाली उनकी पत्नी से संपर्क किया तो उन्होंने भी टरका दिया। दबाव बनाने पर धमकाने लगे। इस पर पुलिस से शिकायत की। किदवई नगर थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार राम ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी। पार्ट टाइम जॉब के झांसे में लेकर 7 लाख ठगे हनुमंत विहार में पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर साइबर ठगों ने सात लाख रुपए हड़प लिए। ठगों ने युवक को टेलीग्राम एप के जरिए फंसाया। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। खाड़ेपुर निवासी अजीत सिंह परिहार ने बताया कि टेलीग्राम एप के जरिए उनके पास तान्वी नामक एक अनजान का मोबाइल पर मैसेज आया था। बातचीत के दौरान उसने पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया। मना करने पर कहा कि ट्राई कर लो। इस पर वह ग्रुप में जुड़ गए। शुरुआत में 850 रुपये खाते में आए। उसके बाद 10 हजार रुपए जमा करने को कहा। तान्वी ने बताया कि 2500 रुपए कंपनी निवेश करेगी। बातों में आकर 7499 रुपए निवेश किया तो 12661 रुपये मिल गए। फिर 10 हजार रुपए निवेश करने पर 13 हजार रुपए मिले। फिर बताया गया कि कंपनी का वार्षिकोत्सव है, ज्यादा निवेश पर अधिक मुनाफा है। लालच में आ गए और तीन बार में 7 लाख रुपए जमा कर दिए। और रुपयों की मांग हुई। उन्होंने निवेश पर रिटर्न के बारे में जानकारी की तो ग्रुप से हटा दिया गया। हनुमंत विहार थाना प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि जांच कर रुपये वापसी का प्रयास किया जा रहा है।
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