DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

कासगंज मे कड़ाके की ठंड–कोहरे से तापमान में गिरावट:आलू की फसल पर पछेती झुलसा का खतरा, कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी

कासगंज के पटियाली क्षेत्र सहित सम्पूर्ण जनपद में सर्दी अब पूरे शबाब पर पहुंच चुकी है। तापमान में लगातार गिरावट और घने कोहरे की चादर ने लगातार पांचवें दिन भी आम जनजीवन को जकड़कर रखा। शनिवार की सुबह हल्की नमी और घने कोहरे में लिपटी रही, जिससे सड़कों पर मानो धुंध का पहरा बैठ गया। ठंड के साथ वायुमंडल में बढ़ी आद्रता ने लोगों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। घने कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम रही। मौसम के इस बदले मिजाज ने आम जनजीवन के साथ-साथ खेती-किसानी पर भी असर डालना शुरू कर दिया है। अचानक बढ़ी ठंड और आद्रता को लेकर किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। कृषि विभाग की एडवाइजरी मौसम में आए अचानक बदलाव को देखते हुए कृषि विभाग ने भी किसानों के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की है। जिला कृषि अधिकारी/जिला कृषि रक्षा अधिकारी डा० अवधेश मिश्रा ने बताया कि तापमान के 10 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने और वायुमंडलीय आद्रता 80 प्रतिशत से अधिक होने पर आलू की फसल में पछेती झुलसा रोग के फैलने की प्रबल संभावना रहती है। उन्होंने बताया कि पछेती झुलसा एक फफूंद जनित गंभीर बीमारी है, जो आलू की पत्तियों के किनारों से शुरू होकर तना और कंद तक तेजी से फैल जाती है। ठंडा और नम मौसम मिलने पर यह रोग और अधिक घातक रूप ले सकता है। रोग की रोकथाम के लिए जैविक नियंत्रण के तहत स्यूडोमोनास फ्लोरीसेंस की 5 मिलीलीटर मात्रा प्रति लीटर पानी में घोलकर या बैसिलस सबटिलिस आधारित बायो-फंजीसाइड की 3 से 4 मिलीलीटर मात्रा प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करने की सलाह दी गई है।वहीं रासायनिक नियंत्रण के लिए मैंन्कोजेब 75 प्रतिशत डब्लू.पी. की 2.5 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने को कहा गया है। डा० अवधेश मिश्रा ने किसानों से अपील की है कि वे आलू की फसल की सुबह और शाम नियमित रूप से निगरानी करें तथा रोग के लक्षण दिखाई देते ही तुरंत उपचार करें। साथ ही, फसल में नमी बनाए रखने के लिए आवश्यकता पड़ने पर बहुत हल्की सिंचाई करने की भी सलाह दी गई है।


https://ift.tt/PiQp0DV

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *