कासगंज के थाना सिकंदरपुर वैश्य क्षेत्र के ग्राम बरौना की गंगापार कटरी में गुरुवार शाम को जमीन के कब्जे को लेकर शुरू हुआ विवाद कुछ ही देर में खूनी संघर्ष में बदल गया था। जिसके बाद घटना को गंभीरता से लेते हुए गुरुवार देर रात स्वंय चौकी प्रभारी धीरज कुमार ने तहरीर दे दोनों पक्षों के 37 नामजद तथा 50 से 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ स्वेच्छा से चोट पहुँचाना,अचानक गंभीर उकसावे में हमला, साक्ष्य नष्ट करना, झूठा साक्ष्य गढ़ना तथा अपराधियों को संरक्षण देने के आरोप में बीएनएस की गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। घटनाक्रम के अनुसार ग्राम बरौना की गंगापार कटरी में गुरुवार को जमीन के कब्जे को लेकर दो पक्षों के बीच तनाव अचानक बढ़ गया था। जो हिंसक संघर्ष में बदल गया था। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लाठी-डंडों और पथराव के साथ फायरिंग भी की, जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गयी थी। सूचना पर कादरगंज चौकी प्रभारी धीरज कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान दोनों पक्षों के सौ से अधिक लोग पथराव और फायरिंग करते देखे गए थे। पुलिस द्वारा चेतावनी देने पर दोनों ओर के लोग मे भगदड़ की स्थिति बन गई थी। जिसके बाद पुलिस ने संधर्ष मे गंभीर रूप से घायल 8 से अधिक लोगों को अस्पताल भेजा तथा पूरे क्षेत्र में पुलिस बल बढ़ाकर माहौल को शांत कराया था। प्रकरण की जांच के दौरान प्रथम पक्ष में जानकी प्रसाद, सुखवीर, अमित, आशारा, धारम, अजब सिंह, वेदराम, यशवीर, पप्पू, हेतराम, सेवाराम, तेज सिंह, राजेन्द्र, भूदेव, रामचन्द्र, बलवन्त, अशोक, मेवाराम, मोहन, सर्वेश, सुक्कन, जय सिंह, हेमराज, रामकिशोर समेत कई लोगों की पहचान हुई। द्वितीय पक्ष में खेमकरन, राहुल, महावीर, पन्नालाल, सोनपाल, दयाराम, झण्डू, मेघ सिंह, वीरेन्द्र, धर्मेन्द्र, परमानन्द, बेचेलाल, श्रीराम सहित कई ग्रामीण शामिल पाए गए। इसके अतिरिक्त दोनों ओर के 50 से 60 अज्ञात पुरुष एवं महिलाएँ भी मारपीट और फायरिंग में सम्मिलित रहीं। थाना प्रभारी चंचल सिरोही ने बताया पुलिस ने घटनास्थल से फायरिंग के निशान, वीडियो फुटेज, लाठी-डंडों के अवशेष और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान एकत्र किए हैं। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
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