कानपुर के बिधनू में कानपुर–सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिधनू थाना क्षेत्र के शम्भुहा पुल के पास देर रात हुए सड़क हादसे के बाद हालात पूरी तरह बेकाबू हो गए। एक ओर जहां हादसे के बाद कुछ समय के लिए यातायात सामान्य होने का दावा किया गया। वहीं, दूसरी ओर पुलिस की लापरवाही और कोहरे के चलते हाईवे पर वाहनों की कतारें लगातार बढ़ती चली गईं। सुबह होते-होते यह जाम करीब 50 किलोमीटर लंबा हो गया, जिससे हजारों वाहन चालक और यात्री घंटों तक फंसे रहे। मौके पर नहीं की गई निगरानी प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शम्भुहा पुल के पास देर रात सड़क हादसा होने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। एनएचआई की क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क किनारे कराकर कुछ देर में यातायात चालू करा दिया गया। इसके बाद पुलिस बल मौके से वापस लौट गया। हालांकि, रात में घना कोहरा छा गया, जिससे वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई और हाईवे पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ता चला गया। मौके पर पुलिस की मौजूदगी न होने के कारण जाम को नियंत्रित करने वाला कोई नहीं था। और जाम के हालात बन गए। सुबह तक 50 किलोमीटर लंबा जाम रातभर वाहनों की कतारें बढ़ती रहीं और सुबह तक हाईवे पर जाम करीब 50 किलोमीटर तक फैल गया। खड़ेसर से लेकर पतारा चौकी क्षेत्र तक ट्रक, बस, कार और अन्य भारी वाहन जाम में फंसे नजर आए। यात्रियों को न तो खाने-पीने की सुविधा मिल पाई और न ही समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच सके। कई स्कूली वाहन और एंबुलेंस भी जाम में फंसी रहीं, जिससे लोगों में भारी नाराजगी देखने को मिली। चौकी प्रभारियों की लापरवाही का आरोप स्थानीय लोगों और राहगीरों ने खड़ेसर और पतारा चौकी इंचार्ज पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। लोगों का कहना है, कि यदि समय रहते पुलिस बल तैनात कर ट्रैफिक को नियंत्रित किया जाता और डायवर्जन लागू किया जाता, तो जाम इतना भयावह नहीं होता। कोहरे को देखते हुए भी कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई, जिससे स्थिति और बिगड़ती चली गई।
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