कानपुर से जेल भेजे गए इंटरनेशनल ठग की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। अब इसकी कंपनी का प्रमोशन करने वाले फिल्म अभिनेता सोनू सूद और रेसलर खली भी जांच के दायरे में आ गए हैं। पुलिस जल्द ही इनसे पूछताछ कर सकती है। इससे पता चलेगा कि ये ठगी करने वाली कंपनी के प्रमोशन तक ही सीमित थे या फिर ठग कंपनी में भी शामिल थे। इंटरनेशनल सिक्योरिटी से भी मामले को जोड़कर जांच की जा रही है। वहीं, दूसरी तरफ शुक्रवार दोपहर कानपुर पुलिस कमिश्नर से दुबई के अभिनेता ने भी 4 करोड़ की ठगी का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। इतनी बड़ी ठगी का खुलासा होने के बाद पुलिस अब ईडी समेत अन्य जांच एजेंसियों को भी रिपोर्ट बनाकर भेज रही है। अभिनेता सोनू सूद और खली से प्रमोशन करा अरबों रुपए लूटा कानपुर के परेड के रहने वाले अब्दुल करीम ने नई दिल्ली के मालवीय नगर के रहने वाले रवीन्द्र नाथ सोनी के खिलाफ 5 जनवरी, 2025 को कोतवाली थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। अब्दुल के मुताबिक, उनका बेटा तलहा करीम दुबई की एक कंपनी में नौकरी करता है। साल 2021 में बेटे के मोबाइल फोन पर ब्लूचिप कार्मिशल ब्रोकर एंड ब्लूचिप ग्रुप आफ कंपनीज के सेल्स एग्जीक्यूटिव की कॉल आई थी। उसने कंपनी में निवेश पर मोटा मुनाफे का झांसा देकर सालभर में 42,29,600 रुपए ट्रांसफर कराए। बाद में मोबाइल फोन नंबर, वेबसाइट बंद कर दी। शिकायत के बाद कोतवाली थाना पुलिस व सर्विलांस टीम शातिर ठग रवींद्र सोनी की तलाश में लगी थी। इधर, पुलिस ने शातिर पर 10 हजार का इनाम और कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया था। पुलिस ने 30 नवंबर को शातिर रवींद्र सोनी को देहरादून के न्यू डिफेंस इन्क्लेव गेट के पास से अरेस्ट करके जेल भेज दिया था। सोनू सूद और रेसलर खली ने कंपनी ब्लूचिप की लॉन्चिंग में उन्हें रिप्रेजेंट किया इस पूरे केस की निगरानी एडीसीपी ईस्ट अंजलि विश्वकर्मा की देखरेख में चल रही है। एडीसीपी अंजलि विश्वकर्मा ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया है कि अभिनेता सोनू सूद और रेसलर खली को दुबई में बनाई कंपनी ब्लूचिप की लॉन्चिंग में उन्हें रिप्रेजेंट किया था। जिसके बाद करीब 500 लोगों से 1 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश कराकर शातिर भाग निकला। अब पुलिस जांच कर रही है कि आखिर कि अभिनेता सोनू सूद और रेसलर खली की इस पूरे मामले में क्या भूमिका है। ठग की इस कंपनी में इन दोनों का क्या रोल है। जल्द ही दोनों से पूछताछ की जाएगी। आखिर ये दोनों ठगी में शामिल थे या खुद ठगी का शिकार हुए हैं। 500 से ज्यादा लोगों से 970 करोड़ की ठगी पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने शुक्रवार को बताया कि पकड़ा गया ठग रवीन्द्र नाथ सोनी मालवीय नगर दिल्ली का रहने वाला है। शातिर ने दुबई में ब्लूचिप कंपनी बनाई थी। इसकी सिस्टर कंसर्न 11 कंपनियां बनाईं। इसके बाद दुबई में रहने वाले भारतीयों से निवेश कराया। 30 से 40 प्रतिशत रिटर्न का वादा किया और अरबों रुपए का निवेश कराने के बाद भाग निकला। जेल भेजे गए इंटरनेशनल ठग रवींद्र सोनी के खातों की जांच में सामने आया कि करीब 970 करोड़ की ठगी को अंजाम दिया है। कुछ पैसा इन्होंने लोगों को झांसे में लेने के लिए रिटर्न किया है, लेकिन मोटी रकम क्रिप्टो में कन्वर्ट की है। वहां पर कुछ समय के लिए ये जेल भी गया था। इसके बाद यह वहां से इंडिया आ गया था। बीते जनवरी को कानपुर के कोतवाली थाने में भी निवेश के नाम पर 42 लाख की ठगी एक एफआईआर दर्ज की गई थी। इसी मामले में कानपुर पुलिस ने रवींद्र सोनी की अरेस्टिंग करके जेल भेजा गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा बताया, ED को ट्रांसफर होगा केस पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जांच में सामने आया है कि शातिर ठग रवीन्द्र सोनी ने दुबई, केरला, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, मलेशिया, जापान और भारत समेत कई देशों के करीब 500 लोगों से 1 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश कराया था। जांच के दौरान सामने आया कि ठगी की रकम कंपनी के अकाउंट में पहुंचते ही दूसरे खातों में ट्रांसफर हो जाता था। ठगी के पैसों को क्रिप्टों में कन्वर्ट किया गया है। हवाला के जरिए भी पैसों का लेनदेन हुआ है। इसी बड़ी ठगी के मामले में बड़ी जांच एजेंसियों का भी सहयोग लिया जाएगा। इससे कि पूरे ठगी के सिंडीकेट का खुलासा हो सके। जांच के दौरान कई अभिनेता का नाम भी सामने आया है। यूएस में बैठे लोगों का भी पता चला है जो पैसों का ट्रांजेक्शन कर रहे थे। इस पूरे मामले को नेशनल सिक्योरिटी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। करोड़ों की ठगी करने के बाद शातिर इंडिया में छिपकर बैठा था, अब इसे कानपुर पुलिस ने अरेस्ट करके जेल भेजा है। दुबई के अभिनेता से 4 करोड़ की ठगी पुलिस कमिश्नर से ठगी का शिकार दुबई का अभिनेता शुक्रवार दोपहर को अपनी शिकायत दर्ज कराने उनके दफ्तर पहुंचा। नाम न छापने की शर्त पर उन्होंने बताया कि उनसे भी चार करोड़ की ठगी रवींद्र नाथ ने की है। मामले की जांच केस को लीड कर रही एडीसीपी अंजलि विश्वकर्मा को सौंप दी गई है। इस तरह ई-मेल और कॉल के जरिए रोजाना पुलिस कमिश्नर और जांच अफसरों के पास रोजाना दर्जनों शिकायत पहुंच रही हैं। जिन लोगों से शातिर रवीन्द्र ने करोड़ों की ठगी की है।
https://ift.tt/rKzkxic
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply