कानपुर में 14 साल की किशोरी ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सुबह जब बेटी कमरे से बाहर नहीं निकली तो मां उसे देखने पहुंचीं। देखा लक्ष्मी फंदे से लटक रही थी। मां की चीख सुनकर आसपास और परिवार के अन्य लोग मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने तुरंत किशोरी को फंदे से नीचे उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना पर पर पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पूरा मामला बिल्हौर क्षेत्र के बदननिवादा गांव की है। पिता खेती के साथ चलाते थे आटा चक्की बदननिवादा के रहने वाले सुनील कुमार खेती करते हैं और घर में आटा चक्की भी चलाते हैं। उनके परिवार में पत्नी पूजा, बेटे सचिन और छोटू के साथ 14 साल की बेटी लक्ष्मी थी। बुधवार दोपहर सुनील खेत पर गए थे। जबकि पत्नी पूजा आटा चक्की चलाने में व्यस्त थीं। इसी दौरान लक्ष्मी घर में अकेली थी। घर में लक्ष्मी अकेले थी। खाना खाने के बाद लक्ष्मी द पर चली गई। काफी देर तक बेटी के बाहर न आने पर मां पूजा बेटी को आवाज दी लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। जब कमरे के अंदर गई तो लक्ष्मी को फंदे से लटका देखा। इसके बाद वह बदहवास हो गईं। उनकी चीख सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर इंस्पेक्टर अशोक कुमार सरोज पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने कमरे की गहनता से जांच की और आवश्यक नमूने एकत्र किए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इंस्पेक्टर अशोक कुमार सरोज के अनुसार, किशोरी द्वारा फांसी लगाने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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