कानपुर देहात में बाल श्रम के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया गया है। डीएम कपिल सिंह के निर्देश पर गठित ‘जिला टास्क फोर्स’ ने यह कार्रवाई की। इसका उद्देश्य दिसंबर 2027 तक प्रदेश को बाल श्रम से मुक्त करने के संकल्प को पूरा करना है। अभियान के तहत, सहायक श्रमायुक्त, कानपुर देहात के नेतृत्व में श्रम प्रवर्तन अधिकारियों, प्रभारी बाल संरक्षण अधिकारी और चाइल्ड लाइन के कोआर्डिनेटर की एक संयुक्त टीम ने कार्रवाई की। अकबरपुर स्थित मेसर्स शानू ऑटो पार्ट्स और मेसर्स गुप्ता स्वीट हाउस से दो बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया। उनके मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की गई है। सहायक श्रमायुक्त ने कानपुर देहात के सभी कारखानों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, दुकानों और ईंट-भट्ठा प्रतिष्ठानों के मालिकों से बाल श्रमिकों को काम पर न रखने की अपील की है। अब तक 10 प्रतिष्ठानों से कुल 14 बाल श्रमिकों को चिह्नित किया गया है। उनके मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। यह अभियान की सभी तहसीलों और ब्लॉकों में चलाया जा रहा है, ताकि बाल श्रम को पूरी तरह समाप्त किया जा सके। इस अभियान में राजेश श्रीवास्तव, अरविंद कुमार सोनकर, पल्लवी सिंह और धर्मेंद्र ओझा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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