कानपुर देहात में उर्वरकों की गुणवत्ता, उपलब्धता और कालाबाजारी रोकने के लिए प्रशासन सख्त हो गया है। विभिन्न तहसीलों में 6 संयुक्त टीमों का गठन कर सरकारी और निजी उर्वरक विक्रय प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई। इस अभियान के तहत कुल 37 उर्वरक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया। इनमें से 20 उर्वरक नमूने जांच के लिए भेजे गए। अनियमितताएं पाए जाने पर 4 प्रतिष्ठानों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए, जबकि 3 उर्वरक प्रतिष्ठानों के प्राधिकार पत्र निलंबित कर दिए गए। भोगनीपुर तहसील में जिला कृषि अधिकारी उमेश गुप्ता और उपजिलाधिकारी देवेंद्र सिंह ने संयुक्त निरीक्षण किया। सहकारी क्रय-विक्रय समिति लिमिटेड पुखरायां से 2 नमूने लिए गए। जय बाबा ट्रेडर्स मंडी मोड़ पुखरायां का लाइसेंस स्टॉक व रेट बोर्ड प्रदर्शित न करने और अभिलेख प्रस्तुत न करने के कारण निलंबित किया गया। इसी तहसील में एग्री जंक्शन केंद्र अहरौली शेख पुखरायां से भी 2 नमूने लिए गए। यहां स्टॉक रजिस्टर अद्यतन न होने पर नोटिस जारी किया गया। सिकंदरा तहसील में 5 उर्वरक प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर 2 नमूने लिए गए। बंद पाए जाने पर रिसू ट्रेडर्स सिकंदरा का प्राधिकार पत्र निलंबित कर दिया गया। अकबरपुर तहसील में 2 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर 2 नमूने लिए गए, जहां कौशल ट्रेडर्स को यूरिया निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर बेचने के लिए नोटिस जारी किया गया। डेरापुर तहसील में 8 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर 5 नमूने लिए गए। सुमित ट्रेडर्स डेरापुर में पीओएस मशीन में दर्शाए गए डीएपी स्टॉक और भौतिक स्टॉक में अंतर मिलने पर लाइसेंस निलंबित किया गया। मोनू ट्रेडर्स महोई को अभिलेख अपूर्ण मिलने पर नोटिस जारी किया गया। इसके अतिरिक्त, मैथा तहसील में 4 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर 2 नमूने लिए गए। रसूलाबाद तहसील में 8 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर 5 नमूने एकत्र किए गए।
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