लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर तबीयत बिगड़ने के कारण जान गंवाने वाले कोका-कोला के CA के परिजनों ने एयरपोर्ट एथॉरिटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार के लोगों का कहना है कि एथॉरिटी की लापरवाही के कारण ही अनूप की जान गई है। अगर समय पर अनूप को सही इलाज मिल जाता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी। परिजनों का कहना है कि इस मामले में लापरवाही का मुकदमा भी दर्ज कराएंगे, जिससे जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। भाई अनिल ने बताया कि हम शुक्रवार-शनिवार की रात 3 बजे ही लखनऊ एयरपोर्ट पहुंच गए थे। एथॉरिटी के अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन उन्हें भाई के पास नहीं ले जाया गया। रातभर शव नहीं देखने दिया। अगले दिन शनिवार को उन्हें भाई का शव देखने को मिला। शुक्रवार की देर रात बिगड़ी थी तबीयत कानपुर के कल्याणपुर निवासी अनूप कुमार पांडेय कोकाकोला कंपनी के CA थे। शुक्रवार देर रात को वह लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर बेंगलुरु की फ्लाइट का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान उनकी तबीयत अचानक से बिगड़ गई थी। यात्री की तबीयत बिगड़ने पर एयरपोर्ट की टीम मौके पर पहुंची थी। मौके पर ही टीम ने उन्हें सीपीआर और अन्य प्राथमिक उपचार दिया था और फिर एंबुलेंस के जरिए लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया था। यहां डॉक्टरों ने अनूप को मृत घोषित कर दिया था। रविवार को लखनऊ में पोस्टमॉर्टम होने के बाद रविवार देर रात को शव कानपुर आ गया था, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया है। 3 तस्वीरें देखिए… एयरपोर्ट में डॉक्टर होते तो बच जाती जान मृतक के भाई एडवोकेट अनिल पांडेय का कहना है कि एयरपोर्ट एथॉरिटी की लापरवाही के कारण उनके भाई की जान गई है। उन्होंने संसाधनों की कमी का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर एयरपोर्ट पर डॉक्टर की व्यवस्था होती तो उनके भाई को समय पर इलाज मिल जाता और उसकी जान बच जाती। उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात को उनके भाई की रात 10:30 बजे की दिल्ली होते हुए बंगलुरू की फ्लाइट थी। जिसके लिए वह कानपुर से लखनऊ पहुंचे थे। उन्हें दिल्ली के लिए एयर इंडिया की एआई 1821 फ्लाइट लखनऊ से पकड़नी थी। लखनऊ पहुंचने के दौरान वह लगातार अपनी पत्नी और परिवार के लोगों से बात कर रहे थे। उन्होंने अपनी पत्नी पूजा से रात 9 बजे बात करके बताया था कि वह लखनऊ पहुंच गए। रात 9:30 बजे मृतक की बात अपने साले से हुई थी। फिर रात 11 बजे तक उनकी पत्नी पूजा ने फोन किया तो उनके निधन की जानकारी दी गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
पोस्टमॉर्टम के बाद रविवार देर शाम को अनूप का शव कानपुर पहुंच गया था। जिसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया है। वहीं परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी पूजा के साथ अनूप के दोनों बच्चे भी अपने पिता की मौत के बाद से गहरे सदमें में हैं। उनकी 17 वर्षीय बेटी श्रेया 11वीं की छात्रा है, जबकि छोटा बेटा पारस हाईस्कूल का छात्र है। इस साल उसकी बोर्ड परीक्षा होनी है। परिजन कर रहे जांच की मांग
मृतक के भाई ने बताया कि अभी पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट नहीं आई है। पीएम रिपोर्ट से पता चलेगा कि उनके भाई को हार्ट अटैक आया था या फिर अन्य किसी कारण से मौत हुई है। उन्होंने इस मामले की जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
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